प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर में 80 करोड जरूरतमंद लोगों को अगले पांच महीने तक मुफ्त राशन देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का इस साल नवम्बर के अंत तक विस्तार कर दिया गया है। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद घोषित इस योजना के अंतर्गत गरीब परिवारों के हर सदस्य को हर महीने पांच किलोग्राम गेहूं या चावल और एक किलोग्राम साबुत चना मुफ्त उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना को नवम्बर तक बढ़ाने पर सरकार को 90 हजार करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च करनी होगी।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रोग्रामिंग और डेटा साइन्स में दुनिया की पहले ऑनलाइन बी.एससी डिग्री पाठ्यक्रम की वर्चुअल शुरूआत की। यह पाठ्यक्रम भारतीय प्रौद्यागिकी संस्थान मद्रास द्वारा संचालित किया जा रहा है। डेटा साइन्स आज के युग का सबसे तेजी से विकसित हो रहा क्षेत्र है, जिसमें 2026 तक करीब एक करोड़ 15 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होने की संभावना है। बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए लोग ऑनलाइन प्रणाली को तेजी से अपना रहे हैं। आईआईटी मद्रास के इस ऑनलाइन पाठ्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी दिलचस्पी ले रहे हैं। इस पाठ्यक्रम में 12वीं कक्षा पास कोई भी ऐसा विद्यार्थी जिसने 10वीं की परीक्षा अंग्रेजी और गणित विषय के साथ पास की हो, आवेदन कर सकता है।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DGCI) ने COVID-19 वैक्सीन ‘को-वैक्सीन(COVAXIN)’ के लिए चरण I और चरण II मानव नैदानिक परीक्षणों के लिए मंजूरी दे दी है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के सहयोग से, COVAXIN को हैदराबाद स्थित वैक्सीन एंड बायो-थैरेप्यूटिक्स निर्माता- भारत बायोटेक द्वारा विकसित किया गया है।
विश्व का सबसे बड़ी कन्वेल्सेंट प्लाज्मा थेरेपी परीक्षण परियोजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा 29 जून, 2020 को लांच की गयी। इस परियोजना का नाम प्लेटिना है। यह परियोजना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा लांच की गई। इस परीक्षण परियोजना के लिए, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने महाराष्ट्र सरकार के 21 COVID-19 अस्पतालों में भर्ती हुए COVID-19 पॉजिटिव रोगियों में प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल करने की स्वीकृति दी है। COVID-19 पॉजिटिव रोगियों के लिए एक निश्चित उपचार या दवाओं के अभाव में, Convalescent Plasma Therapy ने दुनिया भर के रोगियों पर उत्साहजनक परिणाम दिखाए हैं। जैसा कि महाराष्ट्र COVID-19 महामारी द्वारा भारत में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य रहा है, प्रोजेक्ट प्लैटिना के तहत कन्वेल्सेंट प्लाज्मा थेरेपी के उपयोग से डाटा एकत्रित करने में मदद मिलेगी। यह परियोजना राज्य में प्लाज्मा उपचार के लिए बुनियादी ढाँचा स्थापित करने में भी मदद करेगी। इस परियोजना के तहत प्लाज्मा थेरेपी परीक्षणों का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। मुख्यमंत्री राहत कोष से इस परियोजना के लिए 16.85 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।ट्रायल प्रोजेक्ट के तहत, महाराष्ट्र के 21 सरकार द्वारा संचालित COVID-19 अस्पतालों में सभी गंभीर रोगियों को 200 मि.ली. की मात्रा में कन्वेल्सेंट प्लाज्मा दिया जाएगा।
एआई सक्षम माईजीओवी (MyGov) कोरोना हेल्पडेस्क ने एक प्रतिष्ठित ग्लोबल लीडरशिप शिखर सम्मेलन और एआई एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी महोत्सव, कॉगएक्स 2020 में (1) बैस्ट इनोवेशन फॉर कोविड-19 सोसाइटी और (2) पीपुल्स च्वाइस कोविड-19 ओवरऑल विनर श्रेणियों के अंतर्गत दो पुरस्कार प्राप्त किए हैं। एआई एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी का शिखर सम्मेलन और महोत्सव लंदन में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। पुरस्कार माईजीओवी, जियो हार्पिक टेक्नोलॉजीस लिमिटेड के तकनीकी साझेदार द्वारा जीते गए। माईजीओवी दुनिया का सबसे बड़ा नागरिक जुड़ाव मंच है, जो सरकार और नागरिक के बीच दो-तरफ़ा संचार की सुविधा प्रदान करता है और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में भागीदारी प्रशासन की सुविधा प्रदान करता है।
बांग्लादेश में एलपीजी व्यवसाय के लिए भारत और बांग्लादेश ने पचास-पचास प्रतिशत भागीदारी से संयुक्त उद्यम कंपनी के गठन संबंधी एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। भारतीय उच्चायोग द्वारा बांग्लादेश में जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के पूर्ण स्वामित्व वाली-आईओसी मिडिल ईस्ट-एफ जैड ई दुबई तथा बांग्लादेश की बेमेस्को एलपीजी तथा यू ए ई रास-अल-खैमाह की आरआर होल्डिंग्स लिमिटेड की सहायक कंपनी के बीच समझौता हुआ। संयुक्त उद्यम कंपनी-जेवीसी से एलपीजी की आयात लागत को कम करने में मदद करेगी जिससे बांग्लादेश के लोगों को यह कम कीमत पर उपलब्ध होगी। एलएनजी, पेट्रोकेमिकल्स और एलपीजी निर्यात जैसे अन्य व्यवसायों में संयुक्त उद्यम कंपनी-जेवीसी पाइपलाइन के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत में लाने की योजना बना रहा है।
भारत के राष्ट्रपति ने भारत के लिए अटॉर्नी जनरल वरिष्ठ अधिवक्ता के.के. वेणुगोपाल फिर से नियुक्त किया है। के.के. वेणुगोपाल की वर्तमान कार्यकाल 30 जून 2020 को समाप्त हो गया। अब उनके कार्यकाल को अगले एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। 30 जून, 2017 को के.के. वेणुगोपाल को भारत का 15वां अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था। उन्हें मुकुल रोहतगी के स्थान पर नियुक्त किया गया था।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गौतम बुद्ध नगर, ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश स्थित एक हेलीपैड से स्प्रे उपकरण से युक्त एक बेल हेलीकॉप्टर को हरी झंडी दिखाई। हेलीकॉप्टर उत्तरलाई, बाड़मेर स्थित वायु सेना स्टेशन के लिए रवाना होगा, जहां वह शुरुआती तौर पर तैनात रहेगा और वहां से बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जोधपुर और नागौर के रेगिस्तानी इलाकों में टिड्डी नियंत्रण के लिए भेजा जाएगा। बेल 206-बी3 हेलीकॉप्टर एक ही पायलट से चलेगा, जिसमें एक बार में 250 लीटर कीटनाशक ले जाने की क्षमता है और एक बार में इसे 25 से 50 हेक्टेयर क्षेत्र में उपयोग में लाया जा सकता है।
आंध्र प्रदेश सरकार वाईएसआर जगन्ना कॉलोनीज़ के तहत 3 मिलियन मकानों के निर्माण करेगी। जगन्ना कॉलोनीज़ राज्य सरकार की नवरत्नालू पेदालान्दरिकी इल्लू कार्यक्रम का हिस्सा है। कॉलोनियों के भूमि अधिग्रहण के लिए, राज्य सरकार लगभग 10,000 रुपये से 11,000 करोड़ रुपये का खर्च उठाएगी। चयनित सफेद राशन कार्ड लाभार्थियों को घर की जगह 1 रुपये में प्रदान की जाएंगी। केंद्र सरकार की हिस्सेदारी सहित परियोजना के लिए कुल व्यय 50,000 करोड़ रुपये अनुमानित है। प्रत्येक चरण में 15 लाख घरों के निर्माण के साथ इस परियोजना को दो चरणों में लागू किया जाएगा। पहले चरण के लिए निर्माण इस वर्ष 28 अगस्त से शुरू हो जाएगा, जबकि दूसरे चरण का निर्माण अगस्त 2021 से शुरू होगा। प्रत्येक घर का कारपेट एरिया230 वर्ग फीट होगा। प्रत्येक घर की लागत लगभग 1.80 लाख रुपये आंकी गई है। राज्य सरकार ने परियोजना को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
भारत सरकार, तमिलनाडु सरकार और विश्व बैंक ने तमिलनाडु के कम आय वाले समूहों की मदद के लिए कल कानूनी समझौतों पर हस्ताक्षर किए, ताकि उन्हें किफायती आवास प्राप्त हो सके। राज्य के आवास क्षेत्र से जुड़ी नीतियों, संस्थानों, और नियमनों को मजबूत करने के उद्देश्य से दो परियोजनाओं के लिए कानूनी समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए जिनमें से एक है 200 मिलियन डॉलर का प्रथम तमिलनाडु आवास क्षेत्र सुदृढ़ीकरण कार्यक्रम और 50 मिलियन डॉलर की तमिलनाडु आवास एवं पर्यावास विकास परियोजना।
उत्तराखंड के वन विभाग ने पिथौरागढ़ जिले में कुमाऊँ के मुनस्यारी में भारत का पहला ‘कवक पार्क’ (lichen park) विकसित किया है। लाइकेन हिमालय में 5000 मीटर तक की ऊँचाई पर उगने वाली एक महत्वपूर्ण प्रजातियों में से हैं, क्योंकि ये प्रदूषण के स्तर के सबसे अच्छे जैवइंडाइटर माने जाते हैं। इस परियोजना का उद्देश्य विभिन्न लाइकेन प्रजातियों के वितरण, उनके निवास, उनके रूपात्मक और शारीरिक पहलुओं, सर्वेक्षण और साहित्य की समीक्षा, प्रजातियों का संस्थापन, मानव जाति और जलवायु कारकों सहित उनके रहने के स्थान पर होने वाले वर्तमान खतरों का अध्ययन करना और उपयुक्त संरक्षण रणनीतियों को तैयार करना है। इन जुरासिक-युग लाइकेन प्रजातियों का इस्तेमाल भोजन, इत्र, रंजक और पारंपरिक दवाओं में किया जाता है। उत्तराखंड में लाइकेन की लगभग 600 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं और इसके हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में क्रमशः 503 और 386 प्रजातियां हैं। कवक (लाइकेन) एक प्रकार की वनस्पति है, जो यह पेड़ों के तनों, दीवारों, चट्टानों और मिट्टी पर पनपता है। ये कई रंगों, आकारों और रूपों में पाए जाते हैं। ये कभी-कभी पौधे की तरह दिखाई पड़ते हैं लेकिन लाइकेन पौधे नहीं होते हैं।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने मत्स्यपालन और जलीय कृषि के न्यूजलेटर "मत्स्य सम्पदा" के पहले संस्करण और प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के संचालन संबंधी दिशा-निर्देशों (पीएमएमएसवाई) को जारी किया। न्यूज़लेटर “मत्स्य सम्पदा” मत्स्य पालन विभाग के प्रयासों का एक परिणाम है जिसके द्वारा संचार के विभिन्न साधनों के माध्यम से हितधारकों विशेष रूप से मछुआरों और मत्स्य पालकों तक पहुंचा जा सके और उन्हें मत्स्य पालन और जलीय कृषि के क्षेत्र की नवीनतम घटनाओं के संदर्भ में जानकारी प्रदान की जा सके। इसे वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही से शुरू करते हुए तिमाही आधार पर प्रकाशित किया जाएगा।
जैसा कि केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) द्वारा पहले ही घोषित किया जा चुका है, 26 जून, 2020 की अधिसूचना के अनुसार, उद्यमों के वर्गीकरण और पंजीकरण की नई प्रक्रिया 1 जुलाई, 2020 से शुरू हो रही है। इस उद्देश्य के लिए एक एंटरप्राइज उदयम के नाम से जाना जाएगा और इसकी पंजीकरण प्रक्रिया 'उद्यम पंजीकरण' के नाम से जानी जाएगी। एमएसएमई पंजीकरण प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन, पेपरलेस और स्व-घोषणा पर आधारित है। एमएसएमई को पंजीकृत करने के लिए कोई दस्तावेज या प्रमाण अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। पंजीकरण के लिए आधार नंबर जरूरी होगा। पंजीकरण के बाद एक पंजीकरण संख्या दी जाएगी। पंजीकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद, एक उदयम पंजीकरण प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।
पॉपस्टार बेयॉन्से (Beyonce) को उनके हाल के COVID-19 राहत प्रयासों #IDIDMYPART, मोबाइल टेस्टिंग पहल सहित उनके BeyogOOD फाउंडेशन के साथ मिलकर लंबे समय से किए जा रहे लोकहितैषी कार्यों के लिए BET 2020 Humanitarian Award से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार अमेरिका पूर्व फर्स्ट लेडी मिशेल ओबामा द्वारा प्रदान किया गया था। BET Awards एक अमेरिकी अवार्ड शो है जो पिछले एक साल से अफ्रीकी अमेरिकियों और अन्य अल्पसंख्यकों के संगीत, अभिनय, खेल और मनोरंजन के अन्य क्षेत्रों के लिए है। बीट अवार्ड्स की स्थापना 2001 में ब्लैक एंटरटेनमेंट टेलीविजन नेटवर्क द्वारा की गई थी।
नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति (NPCSC) ने सर्वसम्मति से हांगकांग के लिए 30 जून, 2020 को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून पारित किया है। स्थायी समिति की तीन दिवसीय बैठक पर 28 जून को शुरू हुई थी। बैठक के अंतिम दिन स्थायी समिति के सभी 162 सदस्यों ने विधेयक को मंजूरी दी। हांगकांग के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के 1 जुलाई, 2020 से प्रभावी होने की उम्मीद है। 1997 में 1 जुलाई को हांगकांग शहर को चीन के एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के रूप में ब्रिटिश शासन द्वारा सौंप दिया गया था। इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत, हांगकांग में एक राष्ट्रीय सुरक्षा ब्यूरो की स्थापना की पुष्टि की गयी थी। 19 जून, 2020 को यह भी चीनी मीडिया में बताया गया है कि कानून के लागू होने के बाद हांगकांग सरकार के तहत सभी विभाग बीजिंग के प्रति सीधे जवाबदेह होंगे। हांगकांग 1997 से चीन का एक विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है जब पूर्व उपनिवेश ब्रिटेन द्वारा चीन को इसे सौंपा गया था। हांगकांग के विदेशी मामलों और रक्षा से संबंधित मामलों को चीन द्वारा नियंत्रित किया जाता है, बाकी के पास इसकी अपनी कार्यकारी, विधायी और स्वतंत्र न्यायिक शक्ति है।
जर्मनी के पूर्व फुटबॉलर मारियो गोमेज़ ने फुटबॉलर से संन्यास लेने की घोषणा की है। जर्मन स्ट्राइकर ने राष्ट्रीय टीम के लिए 78 मैचों में 31 गोल किए। उन्हें अपने समय के सबसे बेस्ट फुटबॉलर में से एक माना जाता है। मारियो गोमेज़ अपने फुटबॉल करियर के दौरान विभिन्न क्लबों के लिए खेले थे। उन्होंने 2007 में स्टटगार्ट के लिए खेलते हुए Bundesliga खिताब जीता, और बायर्न म्यूनिख के लिए खेलते हुए दो और खिताब अपने नाम किए।उन्होंने 2013 में बेयर्न के तिहरे-जीतने वाले सीज़न में चैंपियंस लीग भी जीता। उनके नाम पर 328 बुंडेसलीगा में कुल 170 गोल हैं।
हर साल 30 जून को विश्व स्तर पर International Day of Parliamentarism यानि अंतर्राष्ट्रीय पार्लिमेंटिज्म अथवा संसदीय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस संसदों की उन प्रक्रियों को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है जिनके द्वारा सरकार की संसदीय प्रणालियाँ दुनिया भर के लोगों के रोजमर्रा के जीवन को बेहतर बनाती हैं। साथ ही यह संसदों के लिए चुनौतियों का सामना करने और उनसे प्रभावी तरीके से निपटने के लिए स्टॉक करने का एक मौका भी है। अंतर्राष्ट्रीय पार्लिमेंटिज्म अथवा संसदीय दिवस की शुरू वर्ष 2018 में संयुक्त राष्ट्र महासभा प्रस्ताव के माध्यम से की गई थी। इके अलावा यह दिन अंतर संसदीय संघ (Inter-Parliamentary Union) के गठन की तिथि को भी चिन्हित करता है, जो संसदों का वैश्विक संगठन और जिसे 1889 में स्थापित किया गया था।
हर साल 30 जून को विश्व स्तर पर International Asteroid Day यानि अंतर्राष्ट्रीय क्षुद्रग्रह अथवा एस्टॉरायड दिवस मनाया जाता है। यह दिन लोगों को पृथ्वी पर एस्टेरोइड के प्रभाव से होने वाले खतरे के बारे में व्यापक रूप से सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और संकट कार्यों के बारे में बताने के लिए मनाया जाता है। लोगों को एस्टेरोइड के बारे में जानकारी देने लिए इस दिन दुनिया भर में हर जगह कई आयोजन किए जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 2016 में 30 जून 1908 को रूस की तुंगुस्का नदी के पास हुए बहुत बड़े विस्फोट की वर्षगाठ को चिन्हित करने और एस्टेरोइड के प्रभाव से होने वाले खतरे के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए 30 जून को अंतर्राष्ट्रीय एस्टेरोइड दिवस मनाए जाने का A/RES/71/90 को अपनाया था।
दिग्गज कन्नड़ लेखक गीता नागभूषण का निधन। उनका जन्म 25 मार्च 1942 को कर्नाटक में कालबुर्गी के सावलगी गाँव में हुआ था। वे कर्नाटक साहित्य अकादमी की अध्यक्षा के रूप में कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने 2010 में गडग में 76 वें अखिल भारतीय कन्नड़ साहित्य सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इसके अलावा उन्हें गुलबर्गा विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि भी दी गई है। उन्हें मिले सम्मानों और पुरस्कारों में कर्नाटक राजोत्सव पुरस्कार (1998), दानचिंतामणि अत्तिम्बे पुरस्कार (2002), नादोजा पुरस्कार (2004), केंद्र साहित्य अकादमी पुरस्कार (2004), कोलकाता से भाषा परिषद पुरस्कार (2012) शामिल हैं। गीता नागभूषण ने बहुत व्यापक लेखन भी किया जिनमे लगभग 50 लघु कथाएँ लिखीं जिनमें Avva Mattu Itara Kathegalu and Jwalantha शामिल है, 27 उपन्यास Baduku, Hasimamsa Mattu Haddugalu, 12 नाटक, कविता संग्रह और शोध कार्य शामिल हैं।
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