ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अगले वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि होंगे। भारत के दौरे पर आए वहां के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत में इस बात की पुष्टि की कि प्रधानमंत्री जॉनसन ने गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के भारत के निमंत्रण को स्वीकर कर लिया है।
भारतीय डाक और इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक ने अपने नए डिजिटल भुगतान एप डाकपे का शुभारंभ किया। देशभर में सबसे निचले स्तर पर लोगों के डिजिटल वित्तीय समावेशन की सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयासों के तहत इस एप की शुरूआत की गई है। डाकपे सिर्फ डिजिटल भुगतान एप ही नहीं है, बल्कि भारतीय डाक और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक द्वारा देशभर में डाकघरों के ज़रिए उपलब्ध कराई जाने वाली वित्तीय सेवाओं के लिए एक मंच भी है। यह समाज के विभिन्न वर्गों की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने नई दिल्ली में वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद-एफएसडीसी की 23वीं बैठक की विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए अध्यक्षता की। बैठक में समग्र आर्थिक विकास संबंधी प्रमुख विषयों और वित्तीय स्थिरता तथा इनसे सम्बंधित कमजोर पहलुओं पर चर्चा की। बैठक में इस बात पर गौर किया गया कि सरकार और वित्तीय क्षेत्र की विनियामक एजेंसियों द्वारा उठाए गए नीतिगत कदमों से भारत में अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने में मदद मिली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में कच्छ में तीन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, समुद्री जल शोधन संयंत्र और दुग्ध प्रसंस्करण डेयरी संयंत्र शामिल हैं। खारे पानी को पेयजल के रूप में परिवर्तित करने के संयंत्र की क्षमता 10 करोड लीटर प्रति दिन होगी। इससे आसपास के तकरीबन आठ लाख लोगों को पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। गुजरात में दहेज, द्वारका, घोघा-भावनगर और गिर-सोमनाथ के बाद यह पांचवा संयंत्र होगा। हाईब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा पार्क, अपनी श्रेणी में देश का सबसे बडा पार्क होगा। यह 72 हजार छह सौ हेक्टेयर क्षेत्र में बनेगा और इससे तीस गीगावाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। प्रधानमंत्री सरहद डेयरी अंजार में दुग्ध प्रसंस्करण और पैकेंजिंग संयंत्र की आधारशिला रखेंगे। इसकी लागत 121 करोड रूपये होगी और इसकी प्रसंस्करित क्षमता दो लाख लीटर दूध प्रति दिन होगी। प्रधानमंत्री, व्हाईट रण भी जाएंगे।
केन्द्र ने देश में व्यापक कोविड टीकाकरण अभियान के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिये हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना बना रहा है। फाइज़र, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन के उपयोग की अनुमति के लिए आवेदन किया है। कोविड-19 वैक्सीन के आपात उपयोग की सरकार से अनुमति मिलते ही टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। सबसे पहले वैक्सीन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्तायों और 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की दी जाएगी। इसके बाद अन्य बीमारियों से जूझ रहे 50 वर्ष से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। 50 वर्ष से अधिक उम्र के वरीयता समूह को भी विभिन्न समूहों में बांटा जा सकता है। इनमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के और 50 से 60 वर्ष के उम्र के लोगों के समूह बनाये जा सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में कुल मिलाकर 20 मंत्रालय हिस्सा लेंगे। कोविड वैक्सीन इनटेलिजेंस नेटवर्क-को-विन का उपयोग टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने के लिए किया जाएगा।
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ई-संजीवनी पहल के तहत 10 लाख टेलीकंसल्टेशन दर्ज किये गये। गौरतलब है कि देश के 550 जिलों में लोगों द्वारा इस सेवा का लाभ उठाया जा रहा है। ई-संजीवनी का लाभ उठाने वाले 10% लोग 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। लगभग एक चौथाई लोगों ने ई-संजीवनी का उपयोग बार-बार किया है। इससे स्पष्ट होता है कि लोग अस्पताल जाने की बजाय टेलीमेडिसिन को प्राथमिकता दे रहे हैं। ई-संजीवनी ने स्वास्थ्य सेवाओं की डिलीवरी में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है। 13 अप्रैल, 2020 को ई-संजीवनी ओपीडी पहल को शुरू किया गया था। यह देश भर में लॉकडाउन के चलते ओपीडी बंद होने के दौरान शुरू किया गया था।
लेखक अमीश त्रिपाठी द्वारा "Dharma: Decoding the Epics for A Meaningful Life" टाइटल दूसरी नॉन-फिक्शन बुक तैयार की गई है। यह पुस्तक प्राचीन हिंदू महाकाव्यों से व्यावहारिक, दार्शनिक सबक प्रदान करती है। यह उनकी बहन भावना रॉय द्वारा संयुक्त रूप से लिखी गई है। इसे वेस्टलैंड द्वारा प्रकाशित किया जाना है। उनकी आखिरी नॉन-फिक्शन किताब 'Immortals India' 2017 में जारी की गई थी।
इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) एशिया क्षेत्रीय कार्यालय ने पॉल सीन ट्वा को एशिया के लिए गोल्डमैन पर्यावरणीय पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें उनके प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन में करेन लोगों के आत्मनिर्णय को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए दिया गया है। पॉल 2001 में स्थापित करेन एनवायरनमेंट एंड सोशल एक्शन नेटवर्क (KESAN) के सह-संस्थापक हैं। KESAN में पॉल और उनकी टीम ने म्यांमार में और थाईलैंड की सीमा पर साल्वेन पीस पार्क की स्थापना में करेन स्वदेशी समुदायों का सहयोग किया। द पीस पार्क एशिया के जैव विविधता वाले हॉटस्पॉटों में से एक में संरक्षण के लिए एक अद्वितीय समुदाय-आधारित दृष्टिकोण को दर्शाता है। साल्विन बेसिन सागौन जंगलों के विशाल खंडो का घर है, जहां बाघ, सूरज भालू और घिरे तेंदुए हैं।
सैन इसिद्रो आन्दोलन मौजूदा समय में क्यूबा में सत्तावादी शासन के खिलाफ चल रहा विरोध है। क्यूबा 60 से अधिक वर्षों तक कम्युनिस्ट शासन के अधीन रहा है। सैन इसिद्रो आन्दोलन 2018 में डिक्री 349 के माध्यम से कलात्मक कार्यों की सरकारी सेंसरशिप के जवाब में शुरू हुआ था। यह डिक्री संस्कृति मंत्रालय को किसी भी सांस्कृतिक गतिविधि को बंद करने में सक्षम बनाता है जिसे वह सही नहीं मानता। क्यूबा में यह आंदोलन सितंबर 2018 में कलात्मक कार्यों पर सरकारी सेंसरशिप के खिलाफ शुरू हुआ। डिक्री 349 द्वारा सेंसरशिप को लाया गया था। डिक्री के खिलाफ विरोध करने के लिए कवि, कलाकार, पत्रकार सैन इसिद्रो में एकत्रित हुए।
राष्ट्रीय कामधेनु आयोग ने विश्वविद्यालयों और कालेजों में कामधेनु चेयर(पीठ) स्थापित करने के लिए राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और अखिल भारतीय विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित किया गया। आयोग के अध्यक्ष डॉ. वल्लभ भाई कथिरिया ने देशभर के कुलपति और प्राचार्यों से प्रत्येक विश्वविद्यालय और कॉलेज में कामधेनु चेयर शुरू करने की अपील की। शिक्षा राज्य मंत्री श्री संजय धोत्रे ने कामधेनु पीठ स्थापित करने की पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारा समाज गाय के अनेक लाभों से समृद्ध रहा है, लेकिन विदेशी शासकों के प्रभाव के कारण हम इसे भूल गए हैं और जब कुछ कॉलेज और विश्वविद्यालय कामधेनु पीठ शुरू कर देंगे तो अन्य विश्वविद्यालय भी इसका अनुसरण करेंगे।
हाल ही में रूस ने अंगारा A5 हैवी-लिफ्ट रॉकेट को लॉन्च किया। गौरतलब है कि इसे पहली परीक्षण उड़ान के छह साल बाद इसे लॉन्च किया गया है। इस रॉकेट को 14 दिसंबर को उत्तरी रूस के प्लेसेट्सक कोस्मोड्रोम से लॉन्च किया गया। इस रॉकेट में ब्रीज-एम अप्पर स्टेज और एक मॉक स्पेसक्राफ्ट शामिल है। लिफ्टऑफ के 12 मिनट और 28 सेकंड के बाद दोनों को लॉन्च व्हीकल से सफलतापूर्वक अलग किया गया। अंगारा रॉकेट आक्रामक और विषाक्त प्रणोदक का उपयोग नहीं करता है। इस प्रकार, इस राकेट से रॉकेट लांच काम्प्लेक्स के आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण को ज्यादा नुकसान नही होगा। 23 दिसंबर 2014 को अंगारा A5 ने पहली परीक्षण उड़ान भरी गई थी। अंगारा राकेट रूस को भूस्थिर-परिक्रमा उपग्रहों को लांच करने में सक्षम बनाएगा। यह रॉकेट पर्यावरण के अनुकूल ईंधन का उपयोग करता है।
हाल ही में अमेरिका ने एस-400 रूसी मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के लिए तुर्की पर प्रतिबंध लगा दिया है। गौरतलब है कि भारत भी रूस से S-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीद रहा है। इन प्रतिबंधों की मंजूरी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन द्वारा दी गयी है। यह किसी नाटो सहयोगी देश के खिलाफ एक दुर्लभ प्रतिबन्ध है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने तुर्की की सैन्य खरीद एजेंसी लिए सभी अमेरिकी निर्यात लाइसेंस और क्रेडिट पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा तुर्की के राष्ट्रपति इस्माइल डेमीर पर अमेरिका में यात्रा या संपत्ति रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हाल ही में भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) ने ‘ऑपरेशन ओलिव’ लॉन्च किया है। यह ऑपरेशन ओडिशा में लुप्तप्राय ओलिव रिडले कछुओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया गया है। दो जहाजों को रशिकुल्या समुद्र तट और देवी नदी के मुहाने के गहिरमाथा समुद्री अभयारण्य में तैनात किया गया है। ये जहाज कछुओं के प्रमुख घोंसले वाले स्थानों (nesting sites) की देखभाल करेंगे। तट रक्षक बल मछली पकड़ने के जहाजों को निषिद्ध क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकेंगे। इन जहाजों के अलावा एक विमान भी इस ऑपरेशन का हिस्सा होगा। भारतीय तटरक्षक बल, वन विभाग, मत्स्य अधिकारियों और समुद्री पुलिस के साथ समन्वय में काम कर रहा है और निषिद्ध क्षेत्र में अवैध मछली पकड़ने पर नजर रख रहा है। ऑपरेशन ओलिव को वर्ष 1999 में केंद्र सरकार द्वारा लॉन्च किया गया था। इसे समुद्री प्रजातियों की सुरक्षा के लिए लॉन्च किया गया था। पारादीप स्थित भारतीय तटरक्षक बल का मुख्यालय हर साल ओडिशा तट से इस अभियान की शुरुआत करता है।
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (International Hockey Federation-FIH) ने वर्ष 2023 FIH पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी लगातार दूसरी बार ओडिशा को सौंपे जाने की घोषणा की है। यह टूर्नामेंट दो स्थानों, भुवनेश्वर और राउरकेला में आयोजित किया जाएगा। साल 2018 का पुरुषों का हॉकी विश्व कप भी ओडिशा द्वारा आयोजित किया गया था। वर्ष 2023 टूर्नामेंट पुरुषों के FIH हॉकी विश्व कप का 15 वां संस्करण होगा। यह भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम और राउरकेला के बीजू पटनायक हॉकी स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। FIH हॉकी विश्व कप प्रत्येक चार साल के बाद आयोजित किया जाता है।
सॉफ्टबैंक समर्थित मोबिलिटी प्लेटफ़ॉर्म, ओला ने तमिलनाडु में 2,400 करोड़ रुपये के निवेश से अपना पहला कारखाना स्थापित करने के लिए तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। एक इसके पूरा हो जाने पर यह तमिलनाडु में ओला फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी स्कूटर विनिर्माण फैक्ट्री होगी। शुरुआत में, कारखाने की वार्षिक विनिर्माण क्षमता 2 मिलियन यूनिट होगी। यह कारखाना प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है और भारत को दो-पहिया इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक विनिर्माण केंद्र बना देगा। यह नया कारखाना इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर भारत की निर्भरता को कम करेगा, स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देगा, रोजगार पैदा करने के साथ-साथ देश में तकनीकी विशेषज्ञता में सुधार भी करेगा।
अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। फाइजर-बायोएनटेक का पहला टीका न्यूयॉर्क की नर्स सैंड्रा लिंडसे को लगाया गया। टीका लगने के बाद नर्स ने कहा कि मैं राहत महसूस कर रही हूं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी उसे बधाई दी। टीके के डोज को 150 केंद्रों पर पहुंचाए गए। अब अगले साल अप्रैल तक 10 करोड़ लोगों को टीका लगना है।
आयुष मंत्रालय ने केन्द्र सरकार के सहयोग से संचालित राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) योजना के अंतर्गत उत्तराखण्ड में 200 आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों को मंज़ूरी दी। अल्मोड़ा ज़िले में स्थापित होने वाले इन आयुष स्वास्थ्य एवं कल्याण केन्द्रों के परिचालन में नई दिल्ली स्थित अरविंद लाल वन्दना लाल (एएलवीएल) फाउंडेशन उत्तराखण्ड के आयुष विभाग को सहायता प्रदान कर रहा है। इस संबंध में सभी हितधारकों के बीच 10 दिसंबर 2020 को एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
सख्त कोविड के दिशानिर्देशों के बीच लद्दाखी लोगों ने 15 दिसंबर को लद्दाखी नववर्ष-लोसर मनाया है। लेह के चोकंगा विहार में प्रतीकात्मक लोसार समारोह और विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की गई है। समारोह की शुरुआत कोविड महामारी से मुक्ति, विश्व शांति और भाईचारे की पूजा के साथ हुई। लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन की यूथ विंग और लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद, लेह ने संयुक्त रूप से चोकंगा विहार में प्रतीकात्मक कार्यक्रम आयोजित किए। धार्मिक जप के बीच सुबह झंडे टार्चेन को नए साल की शुरुआत करते हुए फहराया गया था।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि दुनियाभर के चार स्वास्थ्य केंद्रों में से एक में पानी की पहुंच का अभाव है, जिससे लगभग 1.8 बिलियन लोगों को कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। डब्ल्यूएचओ और यूनिसेफ द्वारा 165 देशों को लेकर हुए एक अध्ययन की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुनियाभर में ऐसी कई हेल्थ सेंटर हैं, जहां मरीजों और स्टाफ के बीच पानी जैसी बुनियादी चीज की कमी है।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने भारत की जीडीपी की संकुचन दर को कम कर दिया है और अब CRISIL ने चालू वित्त वर्ष 2020-21 के लिए सितंबर 2020 में जारी अपने पूर्वानुमान 9% को दूसरी तिमाही में हुई उम्मीद से अधिक रिकवरी होने के चलते संशोधित कर भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.7% नेगेटिव रहने की उम्मीद जताई है। साथ ही CRISIL वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था के तेजी से उभरकर को 10% तक की ग्रोथ की संभावना जताई है।
उत्तराखंड के देहरादून में सतत पर्वत विकास शिखर सम्मेलन (Sustainable Mountain Development Summit) का 9 वां संस्करण आयोजित किया गया। चार दिनों तक चले इस शिखर सम्मेलन का आयोजन इंडियन माउंटेन इनिशिएटिव (IMI) द्वारा किया गया, और इसकी मेजबानी सतत विकास मंच उत्तरांचल (Sustainable Development Forum Uttaranchal), देहरादून द्वारा की गई थी। वर्ष 2020 SMDS का विषय ‘Emerging Pathways for Building a Resilient Post COVID-19 Mountain Economy, Adaptation, Innovation and Acceleration’ था।
नार्वे इंस्टीट्यूट ऑफ बायोइकोनॉमी रिसर्च ने भारत में कीचड़ प्रबंधन ढांचे के विकास के लिए स्वच्छ मिशन गंगा (NMCG) के एक थिंक टैंक cGanga के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस अवसर पर, भारत में नार्वे के राजनयिक करीना असबॉर्नसेन( Karina Asbjørnsen) ने कहा, नॉर्वे भारत के साथ विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के संरक्षण को रोकने के संबंध को गहरा करने का इरादा रखता है।
कृतज्ञ राष्ट्र ने 15 दिसम्बर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्य तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। गुजरात के नादियाड में 31 अक्तूबर 1875 में जन्मे सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के लौह पुरूष के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने भारत के साथ पांच सौ से अधिक रजवाड़ों का विलय कराया था। सरदार पटेल ने भारत के पहले उपप्रधानमंत्री के रूप में सेवा की और वे गृहमंत्री भी रहे। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे। भारत गणराज्य के एक संस्थापक के रूप में पटेल ने देश की आजादी के लिए संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। देश की सांस्कृतिक विविधता पर पटेल ने कहा था कि भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों और जातियों के लोग सौहार्द के साथ रहते हैं। 12 अक्तूबर 1947 में दशहरे के अवसर पर सरदार पटेल ने अखंड भारत की अवधारणा का आह्वान किया था। वे 15 अगस्त, 1947 से लेकर 15 दिसम्बर, 1950 तक देश के पहले गृह मंत्री तथा उप-प्रधानमंत्री रहे। उनकी मृत्यु 15 दिसम्बर, 1950 को हुई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रख्यात वैज्ञानिक रोडम नरसिम्हा के निधन पर दुख जताया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि नरसिम्हा भारत की ज्ञान और खोज की श्रेष्ठ परंपरा के वाहक होने के साथ ही एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक थे। एयरोस्पेस वैज्ञानिक प्रो रोड्डम नरसिम्हा का 87 वर्ष की आयु में बेंगलुरु के एक अस्पताल में ब्रेन हेमरेज से निधन हो गया था। 20 जुलाई, 1933 को जन्मे, प्रो नरसिम्हा ने एयरोस्पेस के क्षेत्र में द्रव डायनामिस्ट के रूप में एक पहचान बनाई। उन्होंने 1962 से 1999 तक IISc में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग सिखाई। उन्होंने 1984 से 1993 तक राष्ट्रीय एयरोस्पेस प्रयोगशालाओं के निदेशक के रूप में भी काम किया। वे जवाहरलाल नेहरू सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च (JNCASR)बेंगलुरु में 2000 से 2014 तक इंजीनियरिंग मैकेनिक्स यूनिट के अध्यक्ष थे।
वर्ष 1959 में प्रतिष्ठित 'हिंद केसरी' खिताब जीतने प्रसिद्ध भारतीय पहलवान श्रीपति खानचानले का निधन। साल 1959 में, खानचेनले ने दिल्ली के न्यू रेलवे स्टेडियम में पहलवान रुस्तम-ए-पंजाब बटासिंह को हराकर 'हिंद केसरी' का खिताब जीता था। प्रतिष्ठित 'हिंद केसरी' खिताब भारतीय कुश्ती का दुनिया में सर्वोच्च सम्मान है। वह महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले शिव छत्रपति पुरस्कार के प्राप्तकर्ता भी थे।
दक्षिणी अफ्रीका के एक देश एस्वातिनी के प्रधानमंत्री एम्ब्रोस डलामिनी (Ambrose Dlamini) का कोरोनवायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया है। उन्हें अक्टूबर 2018 में देश के दसवें प्रधानमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
अफगानिस्तान में, काबुल के डिप्टी गवर्नर एक बम विस्फोट में मारे गए। यह हमला काबुल के नौंवे सिक्योरिटी जिले के माकरोरियन इलाके में हुआ है। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि डिप्टी गवर्नर महबूबुल्लाह मोहेबी जब काबुल में कार से यात्रा कर रहे थे तभी उनके वाहन में लगाया गया बम फट गया। हालांकि किसी भी संगठन ने अभी तक इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। अफगानिस्तान के टीवी समाचार चैनल टोलो टीवी ने कहा है कि इस विस्फोट में मोहेबी के सचिव भी मारे गए हैं।
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