Please select date to view old current affairs.
हाल ही में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) की पहल ‘मेरा गाँव मेरा गौरव’ (Mera Gaon, Mera Gaurav) के तहत गोवा के कुछ गाँवों में कचरा निपटान हेतु ग्राम पंचायतों के मार्गदर्शन में अभियान चलाया गया। ICAR, कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (Department of Agricultural Research and Education- DARE), कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के तहत एक स्वायत्त संगठन है। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में की गई थी। इस योजना के तहत वैज्ञानिकों को उनकी सुविधा के अनुसार गाँवों का चयन करने और चयनित गाँवों के संपर्क में रहने तथा किसानों को निजी यात्राओं या टेलीफोन के माध्यम से तकनीकी एवं कृषि से संबंधित अन्य पहलुओं की जानकारी प्रदान करने की परिकल्पना की गई। इसका उद्देश्य किसानों के साथ वैज्ञानिकों के सीधे इंटरफेस को बढ़ावा देने के लिये "लैब टू लैंड" (lab to land) प्रक्रिया को तेज़ करना है।
भारत और एशियाई विकास बैंक -एडीबी ने कर्नाटक के बेंगलुरू शहर में बिजली की आपूर्ति की गुणवत्ता और निर्भरता बढाने के उददेश्य से बिजली वितरण प्रणाली के नवीकरण और इसे बेहतर बनाने के लिए दस करोड डॉलर के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। बेंगलुरू स्मार्ट ऊर्जा कारगर बिजली वितरण परियोजना के समझौते पर वित्त मंत्रालय के अपर सचिव डॉक्टर सी एस मोहापात्रा और बैंक के भारत में प्रभारी श्री हो यूं जिओंग ने हस्ताक्षर किये।
भारत ने अंटार्कटिका में 40वां वैज्ञानिक अभियान शुरू किया। इसके साथ ही देश के दक्षिणी श्वेत महाद्वीप-अंटार्कटिका के वैज्ञानिक अभियान के चार दशक पूरे हो गए। अभियान के 43 सदस्यों वाले दल को कल गोवा से रवाना किया जाएगा। चार्टर्ड आइस-क्लास पोत एमवी वासिली गोलोवनिन में सवार यह दल 30 दिन में अंटार्कटिका पहुंचेगा। 43 में से 40 सदस्यों को वहां छोड़ने के बाद, यह पोत अप्रैल में भारत लौट जाएगा। यह पोत इससे पहले वहां गए दल को वापस लेकर आएगा।
पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा है कि भारत में यात्रा को सुगम बनाने के लिए गूगल से सरकार के साथ मिलकर गूगल पर्यटन मानचित्र तैयार करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में दूरदराज के इलाकों तक यात्रा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन राजमार्गों के निर्माण का कार्य कर रही है। श्री प्रहलाद ने कहा कि सरकार ने पिछले पांच वर्षों में देश में पर्यटन क्षेत्र विकसित करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन और परदेश योजना ने देश में पर्यटन क्षेत्रों के विकास में अति महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय मापिकी सम्मेलन-2021 का उद्घाटन किया । मापिकी के बारे में बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे दुनिया में हमारे उत्पादों की विश्वसनीयता बढ़ती है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय परमाणु समयमापक और भारतीय निर्देशक द्रव्य को भी राष्ट्र को समर्पित किया और राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला की आधारशिला रखी। नेशनल परमाणु समय मापक, भारतीय मानक समय को दो दशमलव आठ नैनोसेकंड की सटीकता के साथ दर्शाता है। भारतीय निर्देशक द्रव्य का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रयोगशालों को गुणवत्ता आश्वासन उपलब्ध कराना है। राष्ट्रीय पर्यावरण मानक प्रयोगशाला औद्योगिक उत्सर्जन निगरानी उपकरणों के प्रमाणीकरण में आत्मनिर्भरता हासिल करने में सहायता करेगी।
कर्नाटक में दक्षिण पश्चिम रेलवे ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए डेमू रेल सेवा की शुरूआत की। इस सेवा से हवाई अड्डा के कर्मचारियों साथ-साथ यात्रियों को भी 10 से 15 रुपये किराया देकर आने-जाने में मदद मिलेगी। रेलवे, बेंगलुरु शहर के विभिन्न हिस्सों से रोजाना पांच जोड़ी रेलगाडियां चलायेगा, जो हवाई अड्डे के स्टेशन पर रुकेंगी। हवाई अड्डा प्रशासन की ओर से हवाई अड्डा स्टेशन से हवाई अड्डा टर्मिनल तक शटल सेवा भी शुरू की गई है।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने न्यायमूर्ति पंकज मित्तल को केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के संयुक्त उच्च न्यायालय में नए मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। न्यायमूर्ति पंकज मित्तल, गीता मित्तल की जगह लेंगे।
न्यायमूर्ति एस मुरलीधर ने ओडिसा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। ओडिसा के राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने भुवनेश्वर में राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
भारत को नवंबर 2023 तक तीन वर्षों की अवधि के लिए IUCN समर्थित एशिया संरक्षित क्षेत्रीय भागीदारी (Asia Protected Areas Partnership) का संयुक्त-अध्यक्ष चुना गया है। भारत दक्षिण कोरिया का स्थान लेगा, जिसने पिछले 3 वर्षों से नवंबर 2020 तक पद संभाला है। सह-अध्यक्ष के रूप में भारत अपने संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन में अन्य एशियाई देशों की सहायता करने के लिए उत्तरदायी होगा। APAP की अध्यक्षता IUCN (इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर) एशिया द्वारा की जाती है, और जिसकी अध्यक्षता APAP राष्ट्र सदस्य द्वारा बारी-बारी (rotational basis) की जाती है। APAP को अधिकारिक रूप से 2014 में ऑस्ट्रेलिया में IUCN वर्ल्ड पार्क्स कांग्रेस के दौरान लॉन्च किया गया था।यह एक क्षेत्रीय मंच है जो सरकारों और विभिन्न हितधारकों की सहायता के लिए क्षेत्र के भीतर संरक्षित क्षेत्रों (पीए) के अधिक व्यावहारिक प्रशासन के लिए सहयोग करता है।वर्तमान में, 17 अंतरराष्ट्रीय स्थानों से कुल 21 सदस्य हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाल ही में पाकिस्तानी महिलाओं के लिए मलाला यूसुफजई अधिनियम पारित किया है। इस अधिनियम के अनुसार 2020 और 2022 के बीच यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) द्वारा पाकिस्तानी महिलाओं को कम से कम 50% छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।यह पाकिस्तान में शिक्षा कार्यक्रमों तक पहुंच में सुधार और विस्तार करने के लिए किया जा रहा है।यह अधिनियम USAID के लिए कार्यक्रम के तहत प्रदान की जाने वाली छात्रवृत्ति की संख्या के बारे में अमेरिकी कांग्रेस को जानकारी देना अनिवार्य बनाता है।
दिल्ली सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि वह तमिल भाषा और संस्कृति की रक्षा के लिए एक तमिल अकादमी की स्थापना करेगी। पूर्व पार्षद एन. राजा को तमिल अकादमी के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। नव निर्मित तमिल अकादमी तमिल भाषा की कक्षाओं का आयोजन करेगी, नए पुरस्कार प्रदान करेगी और तमिल में साहित्यिक कार्यों को बढ़ावा देने और सम्मानित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। दिल्ली सरकार तमिल अकादमी के माध्यम से भाषा कोर्स प्रदान करेगी। दिल्ली सरकार ने इससे पहले संस्कृत, उर्दू, हिंदी, पंजाबी, हिंदी, मैथिली और भोजपुरी अकादमियां भी शुरू की हैं।
भारत सरकार कुछ एक चयनित मार्गों पर सागरमाला सी-प्लेन सेवा की परियोजना शुरू करेगी। सागरमाला सी-प्लेन सेवा जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य जल निकायों के पास पर्यटको, धार्मिक और दूरस्थ स्थानों को हवाई संपर्क प्रदान करना है। इससे यात्रा करने में आसानी होगी और इन नए स्थानों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह परियोजना देश की जीडीपी को बढ़ावा देने में योगदान देगी। गौरतलब है कि इस परियोजना के तहत सीप्लेन सेवाएं ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) पहल के तहत संचालित की जाएगी। सागरमाला सीप्लेन सर्विसेज के तहत अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप द्वीपसमूह, गुवाहाटी रिवरफ्रंट, यमुना रिवरफ्रंट, उमरांगसो जलाशय, मुंबई, द्वारका, कांडला, खिन्दसी बांध, ईराई बांध शामिल हैं।
कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) ने लैंडिंग क्राफ्ट यूटिलिटी (LCU) MK IV श्रेणी के पोत ‘IN LCU L-58’ (Yard 2099) भारतीय नौसेना को सौंप दिया है। इस जलस्थलचर पोत को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के अहम स्थान पर तैनात किया गया है, जो दक्षिण चीन सागर में जाने वाले विभिन्न मार्गों के करीब है। भारतीय नौसेना सौंपा गया जीआरएसई द्वारा निर्मित LCU L-58, 8 LCU श्रृंखला का अंतिम जहाज है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस एलसीयू जहाजों के 90 प्रतिशत भागों स्वदेशी तौर पर विकसित किया गया है।ये जहाज दुनिया में अपने डिजाइन और श्रेणी में बहुत ही विशिष्ट हैं। भारतीय नौसेना द्वारा बहुत ही विशिष्ट प्रकार की आवश्यकता 15 समुद्री मील की गति, 900- टन के विस्थापन और उथले पानी में समुद्र तट के लिए दी गई।जहाजों को 216 कर्मियों को समायोजित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है और लैंडिंग ऑपरेशन के दौरान तोपखाने की ऊर्जा प्रदान करने के लिए दो स्वदेशी सीआरएन 91 बंदूकें लगी हैं।
भारतीय नौसेना ने भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (BEL) के साथ रेडिएशन डेजलर्स (लेजर डैज़लर्स) के तीव्र प्रवर्तन (Stimulated Emission of Radiation Dazzlers) के माध्यम से प्रकाश प्रवर्धन (Light Amplification) की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। शुरुआत में, 20 लेजर डेज़लर के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। लेजर डेज़लर तकनीक को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है और इसका निर्माण BEL, पुणे संयंत्र द्वारा किया जाएगा। यह पहला मौका है जब यह अनूठा उत्पाद स्वदेशी रूप से सशस्त्र बलों के लिए डिज़ाइन और विकसित किया गया है। इसका का उपयोग दिन और रात दोनों के दौरान सुरक्षित क्षेत्रों में प्रवेश करने आने वाले संदिग्ध वाहनों/नावों/हवाई जहाजों/यूएवी/समुद्री डाकुओं आदि को चेताने और रोकने के लिए एक गैर-घातक प्रणाली के तौर पर किया जाता है।आदेशों का पालन न करने की स्थिति में यह अपनी तीव्र चमक के माध्यम से व्यक्ति के/ऑप्टिकल सेंसर गतिविधि को रोकने में सक्षम है।साथ इस तकनीक की तीव्र चमक किसी भी व्यक्ति को थोड़ी देर के लिए भ्रमित/दिखाई देना बंद कर देती है। यह अपनी तीव्र चमक से विमान/यूएवी को भी विचलित कर देता है।
हिमाचल प्रदेश के पौंग बाँध में रहस्यमय परिस्थितियों में 1700 से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत हो गई है। पौंग बांध अभयारण्य में मृत पाए गए लगभग 95% पक्षी बार हेडेड गीज़ थे जो साइबेरिया और मंगोलिया से आये हैं। वैज्ञानिक का मानना है कि पक्षियों की मौत वायरल या जीवाणु संक्रमण से हुई होगी। इसके अलावा, वे मानते हैं कि यह एक फ्लू हो सकता है क्योंकि पक्षी बड़ी संख्या में मर रहे हैं। वन अधिकारियों ने विभिन्न स्थानों से 15 से अधिक नमूने एकत्र किए हैं। इन नमूनों को उत्तर प्रदेश के बरेली में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, उच्च सुरक्षा पशु रोग प्रयोगशाला भोपाल और उत्तरी क्षेत्रीय बीमारी नैदानिक प्रयोगशाला जालंधर में भेजा गया है।
अमेरिका और भारत से तनातनी के बीच चीन ने अपनी सेना को और शक्तिशाली बना दिया है। राष्ट्रपति शी चिन¨फग ने राष्ट्रीय रक्षा कानून में संशोधन करते हुए उसे असीमित अधिकार दे दिए हैं। एक जनवरी से प्रभावी होने वाले इन संशोधनों के जरिये देश और विदेश में अपना वर्चस्व बढ़ाने के लिए चीन अपनी सेना और नागरिक संसाधनों का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर सकेगा। कानून में किए गए संशोधन के बाद सैन्य नीति तैयार करने में राज्य परिषद की भूमिका को बहुत सीमित कर दिया गया है। जबकि केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) को निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता होगी।
वर्ष 2019 से हर साल 4 जनवरी को विश्व स्तर पर विश्व ब्रेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन दृष्टि बाधित और दृष्टि-विहीन लोगों के लिए मानवाधिकार हासिल करने में संचार के साधन के रूप में ब्रेल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन दृष्टि बाधित लोगों के लिए ब्रेल लिपि विकसित करने वाले लुई ब्रेल की जयंती को चिन्हित करने के लिए मनाया जाता है, जिनका जन्म उत्तरी फ्रांस के कूपवरे (Coupvray) शहर में 4 जनवरी 1809 को हुआ था। ब्रेल प्रत्येक अक्षर और संख्या, के साथ-साथ संगीत, गणितीय और वैज्ञानिक प्रतीकों के बारे में बताने के लिए छह बिंदुओं का उपयोग करते हुए अक्षर और संख्यात्मक प्रतीकों का एक स्पर्श-संबंधी लिपि है। ब्रेल (19 वीं शताब्दी के फ्रांस में अपने आविष्कारक के नाम पर, लुई ब्रेल) का उपयोग नेत्रहीन और आंशिक रूप से देखे जाने वाले लोगों द्वारा एक ही किताबों और पत्रिकाओं को एक दृश्य फ़ॉन्ट में मुद्रित करने के लिए किया जाता है।
© 2024 RajasthanGyan All Rights Reserved.