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परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि (Treaty on the Prohibition of Nuclear Weapons-TPNW) हाल ही में लागू हुई। यह 2 दशकों से अधिक समय में पहली परमाणु निरस्त्रीकरण संधि है। अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट आंदोलन (International Red Cross and Red Crescent Movement) और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस संधि का स्वागत किया है। इस संधि पर 86 देशों ने हस्ताक्षर किए हैं और उनमें से 51 ने इसकी पुष्टि भी की है। यह संधि सभी पीड़ितों को पुनर्वास, चिकित्सा देखभाल और मनोवैज्ञानिक सहायता की व्यवस्था है। यह संधि परमाणु उपयोग या परीक्षण से दूषित होने वाले क्षेत्रों की सफाई को भी अनिवार्य बनाती है। गौरतलब है कि परमाणु निरस्त्रीकरण संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अब तक, अमेरिका और रूस ने परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। भारत ने भी इस पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन ने हाल ही में स्टार्ट (Strategic Arms Reduction Treaty) संधि को पांच साल तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। रूस ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। प्राग (चेक गणराज्य की राजधानी) में 2010 में अमेरिका और रूस के बीच नई स्टार्ट संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह संधि 2011 में लागू हुई थी। न्यू स्टार्ट संधि का औपचारिक नाम “रणनीतिक आक्रामक हथियारों में कमी और सीमित के लिए उपाय” (Measures for the further reduction and Limitation of Strategic Offensive Arms) है। अमेरिका और रूस द्वारा परमाणु हथियार उत्पादन और उपयोग को कम करने के लिए इस संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे।इस संधि के तहत, देश अपने रणनीतिक परमाणु मिसाइल लांचर को आधे से कम कर देंगे। संधि ने SORT की जगह लेकर एक निरीक्षण और सत्यापन व्यवस्था की स्थापना की है। इसने रणनीतिक तैनाती वाले परमाणु हथियारों की संख्या को घटाकर 1,550 कर दिया है। इसने पनडुब्बी से लॉन्च की जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों, अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लांचर, परमाणु आयुध से लैस भारी बमवर्षकों की संख्या को घटाकर 800 कर दिया। इसने परमाणु हथियारों से लैस भारी बमवर्षकों की संख्या को घटाकर 700 कर दिया है।
टोरेंट गैस और अदानी टोटल गैस IGX- इंडियन गैस एक्सचेंज में पहले रणनीतिक निवेशक बन गए हैं। इंडियन गैस एक्सचेंज को जून 2020 में लॉन्च किया गया था, यह भारत का पहला गैस एक्सचेंज है। टोरेंट गैस और अदानी टोटल गैस ने, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम हाइड्रोकार्बन वैल्यू चेन में हिस्सेदारी के साथ, भारतीय गैस एक्सचेंज (IGX) में 5% इक्विटी हिस्सेदारी हासिल की है। IGX वर्तमान में 6% से 2030 तक वर्ष 15% तक ऊर्जा मिश्रण में गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए सरकार की विज़न को हासिल करने के लिए एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है। अदानी टोटल गैस लिमिटेड ने देश के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए गैस बुनियादी ढांचे के निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता भी जताई है। इंडियन गैस एक्सचेंज ने बिजली व्यापार को बदलने में एक प्रमुख भूमिका निभाई। इसी तरह, IGX आगामी वर्षों में गैस क्षेत्र को भी बदल देगा। इंडियन गैस एक्सचेंज (IGX) एक डिजिटल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है, जो प्राकृतिक गैस के खरीदारों और विक्रेताओं को आयातित प्राकृतिक गैस का व्यापार करने में सक्षम बनाता है।
उत्तराखंड के हरिद्वार की रहने वाली सृष्टि गोस्वामी राष्ट्रीय बालिका दिवस (24 जनवरी) पर एक दिन के लिए राज्य की मुख्यमंत्री बनेंगी। एक दिन के कार्यकाल में सृष्टि राज्य के विकास कार्यों की समीक्षा करेंगी। हरिद्वार के दौलतपुर गांव की रहने वाली सृष्टि बीएसएम पीजी कॉलेज, रुड़की से बीएससी एग्रीकल्चर कर रही हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत देहरादून में बाल विधान सभा के सेशन के दौरान सृष्टि को एक दिन के लिए CM बनाएंगे। सृष्टि 2019 में गर्ल्स इंटरनेशनल लीडरशिप में शामिल होने थाईलैंड गई थीं। 2018 में वे उत्तराखंड में चाइल्ड असेंबली की कानून निर्माता (लॉमेकर) चुनी गई थीं। सृष्टि के पिता प्रवीण गांव में ही दुकान चलाते हैं और मां सुधा आंगनबाडी कार्यकर्ता हैं।
आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिए जाने वाले सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबन्धन पुरस्कार के लिए सतत पर्यावरण और पारिस्थितिकी विकास सोसाइटी तथा डाक्टर राजेंद्र कुमार भंडारी का चयन किया गया है। गृह मंत्रालय ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हर वर्ष 23 जनवरी को यह पुरस्कार देने की घोषणा की है। पुरस्कार में व्यक्तिगत तौर पर एक प्रमाण पत्र और 51 लाख रुपये का नकद पुरस्कार तथा संस्था को एक प्रमाण पत्र और पांच लाख रुपये प्रदान किए जाएंगे। गृह मंत्रालय ने कहा है कि सतत पर्यावरण और पारिस्थितिकी विकास सोसायटी ने आपदा के समय सराहनीय सामुदायिक कार्य किए। यह संस्था आपदा के समय तत्परता, प्रतिक्रिया और पुनर्वास की दिशा में काम कर रही है और देश के विभिन्न राज्यों में सामुदायिक स्तर पर जोखिम कम करने में सक्षम है। डॉक्टर राजेंद्र कुमार भंडारी देश के उन अग्रदूतों में से हैं, जिन्होंने सामान्य रूप से भूमि से उत्पन्न होने वाले खतरों, विशेष रूप से भूस्खलन पर वैज्ञानिक अध्ययनों की दिशा में सराहनीय कार्य किया है।
राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने 23 जनवरी, 2021 को राष्ट्रपति भवन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र का अनावरण किया। इस अनावरण के साथ नेताजी की 125वीं जयंती वर्ष मनाने के लिए एक साल तक चलने वाले उत्सवों की शुरुआत हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125-वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में 23 जनवरी को कोलकाता में पराक्रम दिवस समारोह का शुभारम्भ किया। राष्ट्रीय पुस्तकालय और विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित हो रहे कार्यक्रमों की अध्यक्षता की। श्री मोदी ने विक्टोरिया मेमोरियल में एक प्रदर्शनी और सुभाष चन्द्र बोस पर एक प्रोजेक्शन मैपिंग शो का उद्घाटन किया। एक सांस्कृतिक कार्यक्रम "अमरा नूतौन जौबोनेरी दूत" भी आयोजित किया जाएगा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विक्टोरिया मेमोरियल में प्रधानमंत्री का स्वागत किया। नेताजी की जयंती को हर वर्ष 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाएगा।
केंद्रीय आम बजट 2021-22 की प्रक्रिया के अंतिम पड़ाव के रूप में नई दिल्ली में नॉर्थ ब्लॉक में हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया। वित्त मंत्रालय के अनुसार प्रतिवर्ष बजट की शुरूआत से लेकर इसकी लॉकइन प्रक्रिया तक पहुंचने के प्रतीक के रूप में परंपरागत रूप से हलवा सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। केंद्रीय बजट पहली फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। वित्त मंत्रालय ने बताया कि पहली बार अप्रत्याशित कदम उठाते हुए 2021-22 का केंद्रीय बजट कागज रहित रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इस अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने सांसदों और आम जनता द्वारा बिना किसी परेशानी के केंद्रीय बजट के डिजिटल सरल स्वरूप तक पहुंच बनाने के लिए यूनियन बजट मोबाइल एप की शुरूआत की। इस मोबाइल एप में संविधान के अनुरूप अनुदान और वित्त मांग विधेयक तथा वार्षिक वित्तीय विवरण सहित केंद्रीय बजट से संबंधित 14 दस्तावेज़ देखे जा सकते हैं। ऐप में मुद्रण, सर्च, डाउनलोडिंग जैसी सहज विशेषताएं हैं। यह हिंदी और अंग्रेजी दो भाषाओं मे आई.ओ.एस. और एन्ड्रॉएड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। ऐप पर दस्तावेज़ वित्तमंत्री द्वारा पहली फरवरी को बजट भाषण के बाद उपलब्ध हो पाएंगे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने असम के शिवसागर में देशी भूमिहीनों को भूमि आवंटन प्रमाण - पत्र वितरित किये। इस अवसर परअसम सरकार के मुख्यमंत्री एवंकई मंत्रीगण और केन्द्रीय मंत्रीश्री रामेश्वर तेली भी उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि असम के 1 लाख से अधिक मूल निवासी परिवारों को भूमि का अधिकार मिलने के साथ हीशिवसागर के लोगों के जीवन की एक बड़ी चिंता दूर हो गई है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुवाहाटी में करीब 28 लाख केंद्रीय सशस्त्र बलों और उनके परिवारों के लिए आयुष्मान सी ए पी एफ योजना का शुभारंभ किया। यह योजना सभी राज्यों में शुरू की गई है जहां आयुष्मान भारत - प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लागू है। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, असम के वित्त मंत्री हिमान्ता बिस्वा सरमा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला भी उपस्थित थे।
बेंगलुरु में 3 फरवरी से आयोजित होने वाले एयरो इंडिया शो के 13 वें संस्करण में सूर्या किरण की भारतीय एरोबैटिक टीम पहली बार सारंग हेलीकाप्टर एरोबेटिक टीम के साथ प्रदर्शन करेगी। दिन में देा बार फ्लाई पास्ट का आयोजन किया जायेगा, जिसमें 41 भारतीय और विदेशी विमान हिस्सा लेंगे। इस शो के कई प्रमुख कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित किए जायेंगे।
भारत में दुर्लभ चीटी वंश की दो नई प्रजातियों की खोज की गई है। केरल और तमिलनाडु में पाई गई चीटी वंश उकेरिया की प्रजातियां इस दुलर्भ वंश की विविधता को बढ़ाती हैं। वे एंटेनल खंडों की संख्या के आधार पर समान वंश से विभिन्न हैं। उनमें से एक केरल के पेरियार बाघ अभ्यारण में पाई गई जिसका नाम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के एक स्वायतशासी संस्थान जवाहर लाल नेहरू एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च सेंटर (जेएनसीएएसआर) के एक प्रख्यात विकासमूलक जीवविज्ञानी प्रोफेसर अमिताभ जोशी के सम्मान में उकेरिया जोशी रखा गया है। नई प्रजातियों का नाम पारंपरिक रूप से कुछ विशिष्ट गुण या स्थान पर रखा जाता है लेकिन अक्सर जीव विज्ञान, विशेष रूप से विकासमूलक और ओर्गेनिस्मल जीव विज्ञान, इकोलॉजी या सिस्टेमैटिक्स के क्षेत्रों में उनके अनुसंधान योगदानों के सम्मान के एक माध्यम के रूप में वैज्ञानिकों के नाम पर रखा जाता है। दो नई प्रजातियों में, पहली इस दुर्लभ वंश के बीच दस-सखंडित एंटिना के साथ देखी गई थी और इनकी खोज पटियाला के पंजाबी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हिमेन्दर भारती के नेतृत्व में एक टीम द्वारा की गई थी। इस खोज को जूकीज जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
राजस्थान में पोटाश की खास खनन तकनीक यानी सोल्यूशन माइनिंग का व्यावहारिक अध्ययन करने के लिए मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमईसीएल), राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) और राजस्थान सरकार के खान एवं भू-विज्ञान विभाग (डीएमजी) के बीच एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर केंद्रीय कोयला, खान और संसदीय मामलों के मंत्री श्री प्रहलाद जोशी, केंद्रीय संसदीय मामलों और भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की उपस्थिति में वर्चुअल रूप से हस्ताक्षर किए गए। राजस्थान के उत्तर-पश्चिम भाग में नागौर - गंगानगर बेसिन में 50,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले पोटाश और हैलाइट के विशाल भंडार हैं। जीएसआई और एमईसीएल ने क्रमशः 2476.58 मिलियन टन पोटाश और 21199.38 मिलियन टन हैलाइट का आकलन किया है। बेडिड नमक निर्माण, भूमिगत तेल भंडारण, हाइड्रोजन, अमोनिया और हीलियम गैस के लिए भंडारण, संपीड़ित गैस और परमाणु कचरे के भंडारण के लिए उपयोगी है। बेडिड सॉल्ट से पोटाश और सोडियम क्लोराइड का क्रमश: उर्वरक उद्योग तथा रासायनिक उद्योग में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है।
भारतीय रेलवे के दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) ज़ोन ने हाल ही में भारतीय रेलवे नेटवर्क पर सबसे लंबी मालगाड़ी का संचालन करके एक नया रिकॉर्ड बनाया है। भारतीय रेलवे के SECR रायपुर डिवीजन ने पहली बार 5 मालगाड़ियों को जोड़कर चलाया गया। पांच मालगाड़ियों को जोड़ने से मालगाड़ी की कुल लंबाई लगभग 3.5 किलोमीटर हो गई। इस ट्रेन का नाम ‘वासुकी’ रखा गया था। भिलाई डी केबिन से कोरबा के बीच की दूरी 224 किमी है और वासुकी ने पांच रेक के साथ इस दूरी को कवर किया। ट्रेन को इस दूरी को तय करने में लगभग 7 घंटे का समय लगा। वासुकी को एक लोको पायलट, एक गार्ड और एक सहायक लोको पायलट की मदद से संचालित किया गया था।
हाल ही में भारतीय गणितज्ञ निखिल श्रीवास्तव को प्रतिष्ठित 2021 माइकल और शीला हेल्ड पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार के लिए दो अन्य लोगों को भी चुना गया है। अन्य दो विजेता हैं- येल यूनिवर्सिटी के डैनियल एलन स्पिलमैन और इकोल पॉलीटेक्निक फेडरेल डी लुसाने (Ecole polytechnique federale de Lausanne-EPFL)। इन तीनों को रामानुजन रेखांकन (Ramanujan Graphs) और कैडिसन-सिंगर प्रॉब्लम (Kadison-Singer Problem) पर लंबे समय तक सवाल हल करने के लिए विजेताओं के रूप में नामित किया गया है। इन सवालों को हल करते हुए, उन तीनों ने रैखिक बीजगणित, ग्राफ सिद्धांत और बहुपद की ज्यामिति के बीच एक नए संबंध को उजागर किया। उन्होंने एक दशक तक चलने वाली समस्या का समाधान प्रकाशित किया जिसे कडिसन-सिंगर प्रॉब्लम कहा जाता है। इन विजेताओं की घोषणा नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा की गई थी।वर्तमान में, निखिल श्रीवास्तव कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में गणित के एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने हिंदुस्तान टाइम्स एनवायरनमेंट कॉन्क्लेव को संबोधित किया। इस कॉन्क्लेव के दौरान, मंत्री ने घोषणा की कि सरकार जल जीवन मिशन के तहत महिलाओं को पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए प्रशिक्षित करेगी। गजेंद्र शेखावत के अनुसार, केंद्र सरकार जल जीवन मिशन के हिस्से के रूप में मामूली शुल्क पर पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करने के लिए हर गांव से पांच महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करेगी। सरकार का लक्ष्य है कि 2022 तक सभी को सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल जीवन मिशन के तहत हर गांव में जल-गुणवत्ता परीक्षण बुनियादी ढांचे को सुलभ बनाया जाए। किसी देश में सुरक्षित पेयजल के लिए सार्वभौमिक पहुंच के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए गांवों में पाइप द्वारा पेयजल आपूर्ति एक महत्वपूर्ण घटक है। WaterAid नामक एनजीओ के अनुसार, 2015 में भारत में 163 मिलियन लोगों के पास स्वच्छ पानी तक पहुंच नहीं थी। अब, महामारी के दौरान स्थिति में काफी सुधार हुआ है। शुरुआत में, केवल 17% परिवारों के पास पीने के पानी तक पहुंच थी जो अब महामारी और लॉकडाउन के दौरान बढ़कर 3.30 करोड़ परिवारों तक पहुँच गई है।
Great Green Wall for Sahel and Sahara Initiative ने हाल ही में जैव विविधता के लिए वन प्लेनेट समिट में 14 बिलियन अमरीकी डालर की धनराशि प्राप्त की। इस धनराशि का उपयोग अनुपजाऊ भूमि को बहाल करने, हरित रोजगार सृजित करने और जैव विविधता की रक्षा के लिए किया जायेगा। विश्व बैंक ने 5 बिलियन अमरीकी डालर, अफ्रीकी विकास बैंक ने 6.5 बिलियन अमरीकी डालर और फ्रांस सरकार ने 14 बिलियन अमरीकी डालर की प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है। ग्रेट ग्रीन वॉल इनिशिएटिव का उद्देश्य 8,000 किलो मीटर लंबे और 15 किलो मीटर चौड़े पेड़, वनस्पति, घास के मैदान, पौधों के मोजैक के साथ 100 मिलियन अफ्रीका के लोगों के जीवन को बदलना है। ‘ग्रेट ग्रीन वॉल’ एक अफ्रीकी-नेतृत्व वाली पहल है। यह 2007 में अफ्रीकी संघ द्वारा मरुस्थलीकरण, भूमि क्षरण, सूखे का मुकाबला करने के लिए शुरू किया गया था। इस परियोजना का लक्ष्य 2030 तक 100 मिलियन हेक्टेयर खराब भूमि को बहाल करना है। अब तक 2007 से 2019 के बीच, ग्रेट ग्रीन वॉल इनिशिएटिव ने केवल चार मिलियन हेक्टेयर भूमि को बहाल किया है।
जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने हाल ही में एक राष्ट्रीय प्रवासन सहायता पोर्टल- “श्रमशक्ति” को लांच किया है। यह पोर्टल वर्चुअली गोवा के पंजिम में लॉन्च किया गया था। श्रमशक्ति पोर्टल प्रवासी श्रमिकों के लिए राष्ट्रीय और राज्य-स्तरीय कार्यक्रमों को आसान बनाने में मदद करेगा। इस इवेंट के दौरान एक आदिवासी प्रवासन कक्ष “श्रम साथी” और गोवा में एक आदिवासी संग्रहालय का भी शुभारंभ किया गया। श्रमसाथी प्रवासी श्रमिकों के लिए एक प्रशिक्षण पुस्तिका है। गोवा में समर्पित प्रवासन सेल विभिन्न राज्यों से गोवा आने वाले प्रवासी श्रमिकों का समर्थन करेगा। प्रवासन सेल का शुभारंभ गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत द्वारा किया गया था। यह पोर्टल और माइग्रेशन सेल राज्य सरकार को प्रवासी श्रमिकों से संबंधित वास्तविक समय के आंकड़ों पर नज़र रखने में मदद करेगा। यह प्रवासी कल्याण योजना के तहत प्रवासी आबादी को जोड़ने के लिए सरकार की मदद भी करेगा।
अडानी समूह ने हाल ही में तीन हवाई अड्डों के विकास, संचालन और प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के साथ एक रियायत समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। जिन 3 हवाई अड्डों के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं, वे हैं : गुवाहाटी, जयपुर और तिरुवनंतपुरम। अडानी ग्रुप ने लगभग दो साल पहले इन हवाई अड्डों के लिए बोलियां जीती थी। इस रियायत समझौते के अनुसार, गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह को 6 महीने के भीतर हवाई अड्डों का नियंत्रण प्राप्त करना होगा। यह समूह अब अगले 50 वर्षों के लिए हवाई अड्डों का विकास, प्रबंधन और संचालन करेगा।
कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) मौजूदा सीजन में कम से कम 10 लाख गांठ कपास निर्यात करने की योजना बना रहा है। इस योजना की जानकारी CCI के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार अग्रवाल ने दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चालू कपास सत्र यानी अक्टूबर 2020-सितंबर 2021 से शुरू होने के बाद से CCI ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर लगभग 85 लाख गांठ कपास की खरीद की थी। जैसे-जैसे कपास की कीमतें बढ़ रही हैं, CCI ने MSP पर कपास की खरीद कम कर दी थी। किसानों को उनकी कपास की उपज के बेहतर दाम मिल रहे हैं। सीसीआई मुख्य रूप से महाराष्ट्र और तेलंगाना में सक्रिय है। यह सीजन के अंत तक बाजार में बना रहेगा। सीसीआई द्वारा अब तक खरीदे गए कुल कपास में से, उसने घरेलू कपड़ा क्षेत्र में 12 लाख गांठ बेची हैं। अब तक, CCI ने लगभग 25,000 गांठ कपास का निर्यात किया है। अब, CCI इस सीजन में कम से कम 10 लाख गांठ निर्यात करने की योजना बना रहा है। इस निर्यात का अधिकांश हिस्सा बांग्लादेश को भेजे जाने के आसार हैं।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए पहला आभासी एक्सपो आयोजित कर रहा है। इस एक्सपो में विभिन्न अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा जो भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा समर्थित हैं। प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए पहला आभासी एक्सपो 1 20 से 22 जनवरी, 2021 तक आयोजित किया गया। इस वर्चुअल एक्सपो का उद्घाटन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने किया। इस एक्सपो का इवेंट पार्टनर फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) है। इस इवेंट में एक R & D पोर्टल भी लॉन्च किया गया। यह पोर्टल देश भर के विभिन्न संस्थानों द्वारा किए गए विभिन्न शोध कार्यों का एक संग्रह होगा। वर्तमान में, इस R & D पोर्टल में लगभग 200 अनुसंधान परियोजनाएं हैं। यह एक्सपो देश के प्रमुख खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थानों जैसे IIT, NIFTE, CFTRI, IIFPT, और ICAR द्वारा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में R & D और नवाचार का प्रदर्शन करेगा।
गूगल ने हाल ही में फ्रेंच प्रकाशकों के एक समूह के साथ कॉपीराइट समाचार भुगतान समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस सौदे ने गूगल को ऑनलाइन समाचार सामग्री के लिए डिजिटल कॉपीराइट भुगतान करने का मार्ग प्रशस्त किया है। Alliance de la Presse d’Information Generale और गूगल फ्रांस ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत वे एक रूपरेखा तैयार करने पर सहमत हुए हैं जिसके माध्यम से गूगलऑनलाइन समाचार प्रकाशकों के साथ व्यक्तिगत लाइसेंसिंग सौदों पर बातचीत करेगा। इससे पहले, गूगल ने कुछ फ्रांसीसी समाचार प्रकाशकों जैसे साप्ताहिक पत्रिका l’Obs और राष्ट्रीय दैनिक अखबार ‘मोंडे’ के साथ कुछ व्यक्तिगत भुगतान सौदों पर भी बातचीत की है। गूगल ने ‘neighboring rights’ law’ के तहत ऑनलाइन अपनी सामग्री का पुन: उपयोग करने के लिए समाचार एजेंसियों और प्रकाशकों के साथ समझौता वार्ता की है। फ्रांस के नए यूरोपीय संघ कॉपीराइट नियमों को अपनाने के बाद यह कानून लागू हुआ, यह ऐसा करने वाला पहला देश है। गूगल शुरुआत में समाचारों के लिए भुगतान करने के लिए सहमत नहीं हुआ था। लेकिन एक अपील अदालत ने गूगल को प्रकाशकों के साथ बातचीत करने का आदेश दिया था। इस फ्रेमवर्क समझौते के तहत, भुगतान मासिक इंटरनेट ट्रैफ़िक और दैनिक प्रकाशित सामग्री जैसे मानदंडों पर किया जाएगा।
नासा ने हाल ही में एबेल 370 की तस्वीर साझा की है, जो आकाशगंगाओं का एक समूह है। इस तस्वीर को नासा हबल टेलीस्कोप के इंस्टाग्राम अकाउंट पर साझा किया गया था। एबेल 370 की तस्वीर को #HubbleClassic कैप्शन के साथ साझा किया गया था। एबेल 370 एक क्लस्टर है जो पृथ्वी से लगभग 4.9 बिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। एबेल 370 के विशाल गुरुत्वाकर्षण के कारण प्रकाश भी गुजरते हुए मुड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप एबेल 370 के पीछे आकाशगंगाओं के बारे में दृष्टिकोण थोडा अस्पष्ट हो जाता है। इसके कारण एक विकृत आकृति बनती है। नासा के अनुसार, जब एबेल 370 के पीछे आकाशगंगाओं से प्रकाश गुजरता है, तो क्लस्टर का गुरुत्वाकर्षण लेंस की तरह प्रकाश को बढ़ाता है। इस प्रभाव को गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग कहा जाता है।
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने घोषणा की है कि ‘प्रोजेक्ट लून’ को बंद किया जा रहा है। गौरतलब है कि अब तक कंपनी ने इसे एक सफल प्रोजेक्ट बता रही थी। ‘प्रोजेक्ट लून’ का उद्देश्य समताप मंडल में हीलियम गुब्बारे के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों को इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करना है। प्रोजेक्ट लून को बंद करने के पीछे का कारण यह है कि यह मॉडल ऑपरेशन को जारी रखने के लिए लागत को नीचे लाने में सक्षम नहीं था।‘प्रोजेक्ट लून’ को वर्ष 2011 में Google X के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था और बाद में 2018 में यह एक अलग कंपनी बन गई। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य दुनिया के ग्रामीण हिस्सों से जुड़ना था जिनके पास इंटरनेट के लिए उचित बुनियादी ढांचा नहीं है।गौरतलब है कि दिसंबर 2020 में, प्रोजेक्ट लून के तहत हीलियम बैलून द्वारा एक नया रिकॉर्ड बनाया गया था। यह गुब्बारा हवा में 312 दिनों तक रहा। इसने लगभग 2.1 लाख किलोमीटर की दूरी तय की थी।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने 21 जनवरी को भुवनेश्वर में वार्षिक तोशाली राष्ट्रीय शिल्प मेला का उद्घाटन किया। इस शिल्प मेले का उद्घाटन वर्चुअली किया गया। तोशाली राष्ट्रीय शिल्प मेले में आने वाले सभी आगंतुकों को कोविड-19 मानदंडों का पालन करने की सलाह दी गई है। तोशाली शिल्प मेला पूर्वी भारत में सबसे लोकप्रिय हथकरघा और हस्तशिल्प मेलों में से है। इस इवेंट में तीन कारीगरों को राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार 2019 प्रदान किया गया। यह तीन विजेता हैं- दिलीप कुमार स्वैन (ताड़ का पत्ता उत्कीर्णन), दिव्यज्योति बेहरा (पत्थर शिल्प), और प्रियंका पात्रा (टेराकोटा)। यह पुरस्कार हथकरघा, कपड़ा और हस्तशिल्प की राज्य मंत्री पद्मिनी दियान द्वारा दिया गया। सात अन्य कारीगरों को राज्य कलाकृती पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्य कलाकृती पुरस्कार विजेता हैं : रोनीबाला महापात्रा (पटचित्र), सुशांत कुमार दास और नित्यानंद सा (पत्थर शिल्प), सुरेश चंद्र महापात्रा (applique), निर्मल चंद्र दास (ताड़ का पत्ता उत्कीर्णन) और कुनी पात्रा (कॉयर शिल्प) हैं। इस इवेंट के लिए जनता मैदान स्थल पर कुल 250 स्टॉल लगाए गए हैं, जिसमें देश भर से सर्वश्रेष्ठ हथकरघा और हस्तशिल्प प्रदर्शित किए गए हैं। इनमे से 170 स्टाल ओडिशा वस्त्र और शिल्प का प्रतिनिधित्व करते हैं और 80 स्टॉल अन्य राज्यों के हैं। तोशाली राष्ट्रीय शिल्प मेला 4 फरवरी तक (दैनिक दोपहर 2 बजे से 9 बजे तक) आम लोगों के लिए खुला है।
पुडुचेरी सरकार एक बार फिर खुले बाजार से 250 करोड़ रुपये उधार लेने की योजना बना रही है। सरकार ने स्टॉक के रूप में जनता को चार साल की दिनांकित प्रतिभूतियों को बेचने की पेशकश की है। यह नीलामी कुल 250 करोड़ रुपये की राशि के लिए होगी। यह नीलामी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा 25 जनवरी को आयोजित की जाएगी। न्यूनतम 10,000 रुपये राशि के लिए प्रतिभूतियां जारी की जाएंगी और इसे 10,000 रुपये के गुणकों में जारी किया जाएगा। गरीबों के लिए पेंशन, वेतन और कल्याणकारी योजनाओं के अपने व्यय को पूरा करने के लिए बाजार उधार सरकार के लिए महत्वपूर्ण हो गया है।
23 जनवरी, 2021 को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती देश भर में ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाई गई। इस वर्ष नेताजी की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। 125वीं जयंती के अवसर पर देश-भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा भारत सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को “पराक्रम दिवस” के रूप में मनाया जाएगा। नेताजी का जन्म 23 जनवरी, 1897 को हुआ था। नेताजी एक भारतीय राष्ट्रवादी थे।उनका जन्म कटक में हुआ था। उन्होंने दर्शनशास्त्र में डिग्री हासिल की और बाद में भारतीय सिविल सेवा के लिए चुने गए। उन्होंने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया क्योंकि वह ब्रिटिश सरकार की सेवा नहीं करना चाहते थे। नेताजी 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए।नेताजी ने “स्वराज” नाम से एक अखबार शुरू किया था।उन्होंने “द इंडियन स्ट्रगल” नामक एक पुस्तक लिखी थी। इस पुस्तक में 1920 और 1942 के बीच भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को शामिल किया गया है। “जय हिंद” शब्द नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा गढ़ा गया था।
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