भारतीय रेल ने लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन कंटेनर ट्रकों को रोल-ऑन रोल-ऑफ आधार पर ढ़ुलाई की सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। रेल मंत्रालय द्वारा इस विशेष मंजूरी से भारतीय रेल जल्द ही देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक टैंकर ट्रकों को पहुंचाएगा। महाराष्ट्र सरकार द्वारा राज्य में तरल ऑक्सीजन पहुंचाने के अनुरोध पर रेल मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है। रेलवे ने कहा कि लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर ट्रकों को विशेष रेलवे वैगनों के माध्यम से नजदीकी गंतव्य शहरों तक ले जाया जाएगा। इसके बाद ट्रक अपने निर्धारित सुपुर्दगी स्थान पर जाएंगे जिनमें अस्पताल या विशेष चिकित्सा सुविधाएं शामिल हैं।
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affair) ने 156 देशों से चिकित्सीय परिचर्याओं सहित चिकित्सा कारणों, व्यापार और सम्मेलनों में भाग लेने के उद्देश्य से आने वाले विदेशियों के लिये इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ई-वीजा) सुविधा बहाल कर दी है। अभी पर्यटकों के लिये ई-वीजा बहाल नहीं किया गया है। ई-वीजा प्रणाली की शुरुआत सरकार द्वारा वर्ष 2014 में की गई थी। वर्ष 2017-2018 में इस सुविधा का विस्तार किया गया था।यह प्रक्रिया जापान, सिंगापुर, फिनलैंड, लक्ज़मबर्ग और न्यूज़ीलैंड के लिये वर्ष 2010 के टूरिस्ट वीज़ा ऑन अराइवल (Tourist Visa on Arrival- TVOA) स्कीम में निहित है।सरकार ने ई-वीजा को इलेक्ट्रॉनिक यात्रा प्राधिकरण (Electronic Travel Authorisation) के साथ TVOA का विलय कर शुरू किया है। ई-वीजा पाँच श्रेणियों में प्रदान किया जाता है– पर्यटन, व्यवसाय, सम्मेलन, चिकित्सा और चिकित्सीय परिचर्या।
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भारत के पहले कानून मंत्री और भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर (Babasaheb Bhimrao Ambedkar) को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन पर आधारित चार पुस्तकों का विमोचन किया। जिन पुस्तकों को विमोचन पीएम मोदी किया उनमें डॉ. अंबेडकर जीवन दर्शन, डॉ. अम्बेडकर व्याक्ति दर्शन, डॉ. अम्बेडकर राष्ट्र दर्शन और डॉ. अम्बेडकर श्याम दर्शन शामिल हैं। इन चार पुस्तकों का लेखन किशोर मकवाना (Kishor Makwana) ने किया है। पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय विश्वविद्यालयों के संघ के कुलपतियों की 95 वीं वार्षिक बैठक और राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित किया ।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने हाल ही में ग्रामीण स्वास्थ्य सांख्यिकी रिपोर्ट (Rural Health Statistics Report) जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 1% विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी है। भारत में वर्तमान में 5,183 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यरत हैं। सर्जनों की 9%, चिकित्सकों की 78.2%, स्त्रीरोग विशेषज्ञों की 69.7% और बाल रोग विशेषज्ञों की 78.2% की कमी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञों के स्वीकृत 3% पद रिक्त हैं। स्वीकृत पदों में से, व्यक्तिगत पदों में रिक्ति का प्रतिशत इस प्रकार है:
अमेरिका ने हाल ही में अपने प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के मैक्रोइकॉनोमिक और विदेशी मुद्रा नीतियों पर अपनी रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में अमेरिका के सबसे बड़े व्यापारिक भागीदारों की मुद्रा प्रथाओं की समीक्षा की गई। इस रिपोर्ट ने भारत को “निगरानी सूची” में रखा है। अमेरिका के 11 व्यापारिक भागीदारों को इस सूची में रखा गया हैं। अन्य 10 देश जापान, चीन, जर्मनी, कोरिया, इटली, आयरलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, मैक्सिको और थाईलैंड हैं। भारत तीन में से दो मानदंडों को पूरा करता है। वे लगातार एकतरफा हस्तक्षेप और व्यापार अधिशेष हैं।तीनों मापदंड को वियतनाम, स्विट्जरलैंड और ताइवान पूरा करते हैं।इस बार, अमेरिका ने चीन को अपने मैनिपुलेटर्स की सूची से हटा दिया है।हालाँकि, ताइवान को वॉच लिस्ट में रखा गया है। 2020 में, ताइवान ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 6% की बढ़त हासिल की। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ताइवान ने विदेशी मुद्रा भंडार में 530 बिलियन अमरीकी डालर जमा किए। यह देश की जीडीपी का 79% था।अमेरिका के साथ भारत का व्यापार अधिशेष 2020 में 24 बिलियन अमरीकी डालर था।अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष सबसे अधिक था। यह 311 बिलियन अमरीकी डॉलर था।अमेरिकी सरकार ने मुद्रा हेरफेर की सूची से वियतनाम और स्विट्जरलैंड को हटा दिया है। अमेरिका के अनुसार, मुद्रा हेरफेर जानबूझकर किसी की मुद्रा और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर को प्रभावित कर रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अनुचित प्रतिस्पर्धात्मक लाभ हासिल करने के लिए किया जा रहा है।
सितंबर 2021 में आयोजित होने वाले पहले संयुक्त राष्ट्र खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन (United Nations Food Systems Summit) का आयोजन किया जायेगा। यह शिखर सम्मेलन कृषि-खाद्य प्रणालियों में सकारात्मक बदलाव के लिए कार्यों का रणनीतिकरण करेगा। यह शिखर सम्मेलन सतत विकास लक्ष्यों में प्रगति में तेजी लाने के लिए विश्व स्तर पर खाद्य प्रणालियों को आकार देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। ये सम्मेलन शिखर पांच एक्शन ट्रैक्स पर केंद्रित होगा। वे इस प्रकार हैं:
रूसी सरकार भारत को S-400 Triumf SA-21 Growler एयर डिफेंस सिस्टम का पहला रेजिमेंटल सेट देने के लिए सहमत हो गई है। भारत और रूस ने इस रक्षा प्रणाली पर 5.43 बिलियन अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। इस रक्षा प्रणाली का नाटो रिपोर्टिंग नाम SA-21 Growler है। यह लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इस प्रणाली में मिसाइलों के अभेद्य ग्रिड बनाने की क्षमता है। इसमें 40 किमी, 100 किमी, 200 किमी और 400 किमी के बीच चार अलग-अलग प्रकार की मिसाइलें हैं। इसे बहुत कम समय में तैनात किया जा सकता है। इसे मुख्य रूप से यूएवी, हवाई खतरों, बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्वाइंट डिफेंस और एरिया डिफेंस एंटी-एयर क्षमताएं प्रदान करने में सक्षम है। चीन रक्षा प्रणाली खरीदने वाला पहला देश था। चीन के बाद, सऊदी अरब, भारत, तुर्की और बेलारूस जैसे अन्य देशों ने अब इस प्रणाली का अधिग्रहण कर लिया है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग राष्ट्रीय स्तर की जलवायु भेद्यता रिपोर्ट (National Level Climate Vulnerability Report) जारी करेगा। इस रिपोर्ट का शीर्षक है “Climate Vulnerability Assessment for Adaptation Planning in India using a Common Framework”। यह रिपोर्ट Swiss Agency for Development and Cooperation और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संयुक्त अभ्यास के आधार पर तैयार की गई थी। यह रिपोर्ट जलवायु परिवर्तन के लिए सबसे कमजोर राज्यों और जिलों की पहचान करती है।लगभग 24 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों ने राष्ट्रव्यापी अभ्यास में भाग लिया। विभिन्न राज्यों और जिलों के लिए कई जलवायु भेद्यता आकलन पहले से मौजूद हैं। हालाँकि, इन आकलन की एक दूसरे के साथ तुलना नहीं की जा सकती क्योंकि मूल्यांकन के लिए उपयोग किया जाने वाला ढांचा अलग है। यह प्रशासनिक और नीति स्तरों पर निर्णय लेने की क्षमताओं को सीमित करता है। इस प्रकार, एक सामान्य भेद्यता फ्रेमवर्क (Common vulnerability Framework) बनाया गया था।Intergovernmental Panel on Climate Change की पांचवीं आकलन रिपोर्ट के आधार पर Common Framework for Vulnerability Assessment बनाया गया था। यह ढांचा IISc बैंगलोर, IIT गुवाहाटी और IIT मंडी द्वारा विकसित किया गया था। 12 राज्यों को शामिल करते हुए भारतीय हिमालयी क्षेत्रों में यह ढांचा लागू किया गया था। यह अत्यधिक सफल रहा। इस प्रकार, पूरे देश के लिए इस फ्रेमवर्क के आधार पर फ्रेमवर्क तैयार किया गया।
मेजबान किर्गिस्तान (Kyrgyzstan) की राजधानी बिश्केक (Bishkek) में किर्गिज़ गणराज्य के नेशनल गार्ड्स के विशेष बल ब्रिगेड में 8 वें भारत-किर्गिज़ संयुक्त विशेष बल अभ्यास "खंजर (Khanjar)" का उद्घाटन किया गया। 2011 में पहली बार शुरू किए गए, दो सप्ताह तक चलने वाले विशेष ऑपरेशन में उच्च ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्र, पर्वत युद्ध और काउंटर-एक्सट्रीमिज़्म अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित किया गया। अभ्यास के लिए भारतीय दल ने दोनों देशों के साझा पहाड़ और खानाबदोश विरासत को बढ़ावा देने में एक पुल के रूप में अपनी भूमिका का सम्मान किया। उपकरण और हथियारों के प्रदर्शन तथा प्रशिक्षण क्षेत्र और बैरक की यात्रा के साथ एक अधिकृत परेड ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
पहले वन-डे इंटरनेशनल की 50 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए, दशक के पांच एकदिवसीय क्रिकेटरों को विज्डन अल्मनाक (Wisden Almanack’s) के 2021 संस्करण में सूचीबद्ध किया गया है। 1971 और 2021 के बीच प्रत्येक दशक से एक क्रिकेटर का चयन किया गया, भारतीय कप्तान को 2010 के लिए पुरस्कार दिया गया। भारत के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) विज्डन अल्मनाक के 2010 के दशक के वनडे क्रिकेटर हैं।सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) 1990 के दशक के वनडे क्रिकेटर हैं।कपिल देव (Kapil Dev) को 1980 के दशक के लिए वनडे क्रिकेटर के रूप में नामित किया गया था। इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स (Ben Stokes) 'लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ हैं।ऑस्ट्रेलिया की बेथ मूनी (Beth Mooney) ‘लीडिंग वीमेन क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ है। वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर किरॉन पोलार्ड (Kieron Pollard) को 'लीडिंग टी 20 क्रिकेटर इन द वर्ल्ड' चुना गया। इस बीच, जेसन होल्डर (Jason Holder), मोहम्मद रिज़वान (Mohammed Rizwan), डोमिनिक सिबली (Dom Sibley), ज़क क्रॉली (Zak Crawley) और डैरेन स्टीवंस (Darren Stevens) को विज्डन क्रिकेटर्स ऑफ़ द ईयर 2021 से सम्मानित किया गया है।
भारत ने कजाख्स्तान के अलमाटी में एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में महिला वर्ग में चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक सहित कुल 7 पदक जीते हैं। दिव्या काकरान ने 72 किलो भार वर्ग में, विनेश फोगाट ने 53 किलो, अंशु मलिक ने 57 किलो और सरिता मोर ने 59 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किए। सरिता और दिव्या ने इस प्रतियोगिता में एक के बाद एक स्वर्ण जीता। ऐसा करने वाली वे पहली दो भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं। तोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल कर चुकी विनेश फोगाट ने 53 किलोग्राम में चीनी ताइपे की मेंग सुआन सीह को हरा कर पहला स्वर्ण जीता। साक्षी मलिक ने 65 किलो भार वर्ग में रजत तथा सीमा ने 50 किलो में और पूजा ने 76 किलो भार वर्ग में कांस्य पदक जीते।
प्रत्येक वर्ष 17 अप्रैल को ‘विश्व हीमोफीलिया दिवस’ का आयोजन किया जाता है। गौरतलब है कि यह दिवस हीमोफीलिया तथा रक्तस्राव संबंधी अन्य आनुवंशिक विकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ हीमोफीलिया के संस्थापक फ्रैंक कैनबेल के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 17 अप्रैल को विश्व हीमोफीलिया दिवस के रूप में मनाया जाता है और इस दिवस की शुरुआत वर्ष 1989 में की गई थी। हीमोफीलिया एक ‘दुर्लभ विकार’ है, जिसमें ‘रक्त में सामान्य रूप से थक्का नहीं जमता, क्योंकि इसमें ‘क्लॉटिंग फैक्टर’ नामक प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में नहीं पाया जाता है, जो कि रक्त के थक्कों के लिये उत्तरदायी होता है। यह रक्त के थक्के बनने की क्षमता को प्रभावित करने वाला एक आनुवंशिक रोग है। इसके लक्षण त्वरित चिकित्सा सहायता की आवश्यकता को इंगित करते हैं, इनमें गंभीर सिरदर्द, लगातार उल्टी, गर्दन का दर्द, अत्यधिक नींद और चोट से लगातार खून बहना आदि शामिल हैं। हीमोफीलिया एक लाइलाज़ बीमारी है। हीमोफीलिया के मुख्यतः तीन रूप होते हैं- A, B और C, इनमें से हीमोफीलिया A सबसे सामान्य प्रकार का हीमोफीलिया है।
बांग्लादेश की मशहूर अभिनेत्री और स्वतत्रंता सेनानी सारा बेगम कबोरी का आज ढाका में निधन हो गया। वे 70 वर्ष की थीं। उन्हें पिछले सप्ताह कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सारा बेगम कबोरी को 1978 में सारेंग बाऊ फिल्म में अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे सांसद भी रहीं। राष्ट्रपति अब्दुल हमीद और प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने जमाने की मशहूर अदाकारा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
प्रसिद्ध तमिल अभिनेता और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित विवेक का चेन्नई में निधन हो गया। वे 60 वर्ष के थे। विवेक को दिल का दौरा पड़ने के बाद एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अपनी अद्भूत हास्यकला से विवेक ने लगभग तीन दशक तक तमिलनाडु के लोगों का मनोरंजन किया। उन्होंने लगभग 200 फिल्मों में काम किया। पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के शिष्य विवेक वनीकरण और सामाजिक कल्याण की अन्य गतिविधियों में शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रसिद्ध तमिल अभिनेता विवेक के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के पूर्व निदेशक रंजीत सिन्हा (Ranjit Sinha) का निधन हो गया है। वह बिहार कैडर के 1974 बैच के आईपीएस अधिकारी थे, जिन्होंने 3 दिसंबर 2012 से 2 दिसंबर 2014 तक सीबीआई निदेशक के रूप में कार्य किया। CBI निदेशक के रूप में नियुक्त होने से पहले, सिन्हा ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) के महानिदेशक, रेलवे सुरक्षा बल तथा पटना और दिल्ली में CBI के कई अन्य वरिष्ठ पदों पर काम किया था।
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