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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने अहमदाबाद में महिला उद्यमियों के लिए गुजरात विश्वविदयालय के स्टार्टअप प्लेटफॉर्म - हर स्टार्ट (HERSTART) का उदघाटन किया। उन्होंने गुजरात विश्वविदयालय में शिक्षा और जनजातीय विकास से जुडी विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इनमें जनजातियों के लिए पांच हाई स्कूल का वर्चुअल उद्घाटन, नर्मदा जिले में छात्रावास की आधारशिला और शिक्षा विभाग की पांच बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारम्भ शामिल है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुजरात के गांधीनगर में गुजरात मेडिकल एंड एजुकेशन रिचर्स सोसायटी परिसर में एक हजार तीन सौ 30 करोड रुपये की लागत वाली विभिन्न परियोजनाओं का शिल्यान्यास और उदघाटन किया। राष्ट्रपति दो दिन के गुजरात दौरे पर है। राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली गुजरात यात्रा है। राष्ट्रपति ने वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से राजपीपला जिले में पांच सौ 30 करोड़ रुपये की लागत के नये जी.एम.ई.आर.एस अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ किया। इस कॉलेज में प्रतिवर्ष एम.बी.बी.एस के सौ छात्र प्रवेश ले सकेंगे।
स्वीडन के स्वांते पाबो को चिकित्सा के क्षेत्र में नई खोज के लिए 2022 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार मानवों के विलुप्त पूर्वजों और मानव विकास की आनुवांशिकी (जीनोम) से जुड़ी खोजों के लिए दिया गया है। पुरस्कार समिति ने कहा है कि उनके अध्ययन से पूर्वजों की तुलना में मानव की प्रतिरोधक प्रणाली और उनकी विलक्षणता के संबंध में खास जानकारियां मिलती हैं। पूर्वजों और आधुनिक मानव के बीच संपर्क को व्यक्त करने के लिए संपूर्ण निएंडरथल जीनोम को क्रमबद्ध करना पाबो की प्रमुख उपलब्धियों में शामिल है। 67 वर्षीय पाबो ने यह अध्ययन जर्मनी के म्युनिख विश्वविद्यालय और लिपजिग में स्थित मैक्स प्लैंक विकास मूलक मानव शास्त्र संस्थान में पूरा किया। उनके पिता स्युने बर्गस्ट्रॉम ने भी 1982 में चिकित्सा शास्त्र का नोबेल पुरस्कार जीता था। चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरूआत हो गई है। मंगलवार को भौतिकी विज्ञान, बुधवार को रसायन विज्ञान और गुरुवार को साहित्य के क्षेत्र में इन पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में पुरस्कार की घोषणा 10 अक्तूबर को की जाएगी। नोबेल पुरस्कार के तहत लगभग 900,000 अमेरिकी डॉलर दिए जाते हैं। यह राशि 10 दिसंबर को पुरस्कार के साथ दी जाएगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेश में निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर को औपचारिक रूप से भारतीय वायु सेना में शामिल किया। राजस्थान में जोधपुर वायु सेना केन्द्र पर समारोह आयोजित हुआ। इन हेलीकॉप्टरों को 143 हेलीकॉप्टर यूनिट में शामिल किया जाएगा। हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को प्रचंड नाम दिया गया है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने इन हेलीकॉप्टरों को विकसित किया है। अत्याधुनिक आधुनिक लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनाती के लिए डिज़ाइन किया गया है। दुनिया में ये ऐसे हेलीकॉप्टर हैं जो काफी भार के साथ पांच हजार मीटर की ऊंचाई पर हथियार और ईंधन लेकर उड़ान भर सकते हैं और उतरने में सक्षम हैं। इन हेलीकॉप्टरों में दो शक्तिशाली इंजन लगे हैं और इनमें राडार से बचने की विशेष क्षमता है। इनकी अन्य विशेषताओं में हर मौसम के अनुकूल काम करना, सुरक्षा कवच, रात में हमले की क्षमता और दुश्मन का पीछा करते हुए सटीक निशाना लगाना शामिल है। हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर पांच सौ पचास किलोमीटर तक उड़ान भरने में सक्षम हैं और छह हजार पांच सौ मीटर तक ऊंचाई तक जा सकते हैं। यह हेलीकॉप्टर हवा से हवा और हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों, 70 एमएम रॉकेट और 20 एमएम की बंदूक की सुविधाओं से युक्त हैं।
निर्वाचन आयोग ने आकाशवाणी पर वर्षभर चलने वाले मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, मतदाता जंक्शन का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत 52 कडि़यां होंगी और प्रत्येक की अवधि 15 मिनट की होगी। यह कार्यक्रम हर शुक्रवार को विविध भारती, एफएम रेनबो, एफएम गोल्ड और आकशवाणी के प्राइमरी चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। देशभर की 23 भाषाओं में इस कार्यक्रम का प्रसारण किया जाएगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने आज नई दिल्ली में निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे, प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयंक कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
भारतीय मूल के नागरिक और जनरल एटामिक्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री विवेक लाल को अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडेन ने लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया है। राष्ट्रपति कार्यालय के आधिकारिक बयान के अनुसार श्री लाल को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है। श्री विवेक लाल ने कान्सास के विचिटा स्टेट यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएचडी की है। वे उद्योग जगत के नेता और वैज्ञानिक समुदाय के अंतर्गत टाइटन जनरल एटॉमिक्स में मुख्य कार्यकारी के रूप में काम करते हैं। कंपनी परमाणु प्रौद्योगिकी के विशिष्ट क्षेत्रों की वैश्विक कंपनी है और गार्जियन ड्रोन जैसे अत्याधुनिक मानव रहित हवाई वाहन विकसित कर चुकी है।
भारतीय रेल ने 500 मेल एक्सप्रेस रेलगाडि़यों को सुपरफास्ट गाडि़यों में बदल दिया है। इसके अलावा, एक सौ 30 रेल सेवाओं को सुपरफास्ट बना दिया गया है। रेल मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर "रेलगाडियां एक नज़र में" के नाम से जारी अपने नयी समय सारणी में इसकी जानकारी दी है। यह समय सारणी पिछले शनिवार से लागू हो गयी है। मंत्रालय के अनुसार अब 84 प्रतिशत मेल और एक्सप्रेस रेलगाडियां समय पर चल रही हैं। जो कि 2019-20 की तुलना में नौ प्रतिशत अधिक है।
भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों सुजाय लाल थाउसेन और अनीश दयाल सिंह को क्रमश: सीआरपीएफ और आइटीबीपी का नया महानिदेशक नियुक्त किया गया है। मध्य प्रदेश कैडर के 1988 बैच के अधिकारी थाउसेन वर्तमान में सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। वे भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं। मणिपुर कैडर के 1988 बैच के अधिकारी अनीश दयाल सिंह वर्तमान में खुफिया ब्यूरो में विशेष निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं। खुफिया ब्यूरो में काम करते हुए उन्होंने कई मामले सुलझाए हैं। थाउसेन की सेवानिवृत्ति अगले साल नवंबर में होनी है। सिंह दिसंबर 2024 में रिटायर होंगे।
इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक अनिल कुमार को 'इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉटिकल फेडरेशन' (आईएएफ) का उपाध्यक्ष चुना गया है। इस बात की जानकारी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने ही दी। अनिल कुमार वर्तमान में यहां इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) में एसोसिएट डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। साल 1951 में स्थापित आईएएफ 72 देशों में 433 सदस्यों के साथ दुनिया की अंतरिक्ष के क्षेत्र में काम करने वाली अग्रणी संस्था है।
एलन मस्क ने ऑप्टिमस नामक ह्यूमनॉइड रोबोट का एक प्रोटोटाइप प्रदर्शित किया। टेस्ला ह्यूमनॉइड ऑप्टिमस इंसानों जैसा कई काम कर सकेगा। रिपोर्ट के मुताबिक इसकी कीमत 20 हजार डॉलर तक हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि ऑप्टिमस टेस्ला का ह्यूमनॉइड रोबोट का प्रोटोटाइप है। प्रायोगिक परीक्षण रोबोट पर काम इस फरवरी में शुरू हो गया था। यह खुलासा कैलिफोर्निया के पालो अल्टो में टेस्ला कार्यालय में हुआ।
भारत ने आर्मेनिया के साथ एक रक्षा निर्यात समझौता किया है, जो अजरबैजान से सीमा तनाव से खतरे का सामना कर रहा है। नए हस्ताक्षरित निर्यात अनुबंध के तहत भारत द्वारा आर्मेनिया को मिसाइल, रॉकेट और गोला-बारूद जैसे सैन्य उपकरण निर्यात किए जाएंगे। इस निर्यात ऑर्डर में स्वदेशी पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर, एंटी टैंक रॉकेट और गोला-बारूद का निर्यात शामिल हैं। इस अनुबंध का अनुमानित मूल्य 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है। यह अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच बढ़ते सीमा तनाव के बीच आता है। अजरबैजान के पाकिस्तान और तुर्की के साथ घनिष्ठ राजनयिक और सैन्य संबंध हैं। वर्षों से, दूरी के बावजूद, अर्मेनिया-अज़रबैजान और भारत-पाकिस्तान के बीच अप्रत्यक्ष संबंध उत्पन्न हुए हैं।
वनवेब के 36 जनरल लो-अर्थ ऑर्बिट (LEO) उपग्रहों को ISRO के GSLV-Mk III पर लॉन्च किया जाएगा। अप्रैल 2022 में, लंदन बेस्ड उपग्रह संचार उपग्रह कंपनी वनवेब ने इसरो की वाणिज्यिक शाखा – न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के साथ साझेदारी की। इस सौदे के हिस्से के रूप में, कंपनी के LEO उपग्रहों का 14वां प्रक्षेपण भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी के सबसे भारी रॉकेट GSLV-Mk III पर होगा। इन उपग्रहों को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) से लॉन्च किया जाएगा।
एनजीटी ने ओडिशा की राज्य सरकार को छह महीने के भीतर सुकापाइका नदी को पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया है। शनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने ओडिशा सरकार को महानदी की एक सहायक सुकापाइका नदी को पुनर्जीवित करने का निर्देश दिया है। इसने राज्य सरकार को इस नदी के पुनरुद्धार के लिए एक समर्पित कोष बनाने का निर्देश दिया है। ट्रिब्यूनल ने ओडिशा सरकार को एक महीने के भीतर नदी को फिर से जीवंत करने और 13 मार्च, 2023 तक पूरी नदी पुनरुद्धार परियोजना को पूरा करने के लिए 49.67 करोड़ रुपये का बजटीय आवंटन करने का भी निर्देश दिया। एनजीटी ने आरोप लगाया कि कटक जिले में सुकापाइका नदी 1950 के दशक में मुहाना बंद होने के कारण मृत हो गई थी। सुकापाइका नदी कटक जिले के अयातुर गांव से निकलती है और उसी जिले के तारापुर में महानदी नदी में फिर से मिलने से पहले लगभग 40 किमी बहती है। जब यह स्वतंत्र रूप से बह रही थी, सुकापाइका नदी 26 ग्राम पंचायतों के तहत 425 से अधिक गांवों में पीने के पानी, सिंचाई और अन्य आजीविका के अवसरों के स्रोत के रूप में काम करती थी। 1952 में, ओडिशा सरकार ने सुकापाइका के डेल्टा में बाढ़ को रोकने के लिए एक तटबंध के साथ नदी के शुरुआती बिंदु को अवरुद्ध कर दिया था।
तेलंगाना सरकार ने अनुसूचित जनजाति (ST) छात्रों के लिए खुशखबरी दी है। दरअसल, सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों और सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जनजातियों को 10 फीसदी आरक्षण देने का आदेश जारी किया है। मौजूदा समय में राज्य में अनुसूचित जनजाति समुदाय से जुड़े लोगों को सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में दाखिले में छह प्रतिशत आरक्षण हासिल है। अप्रैल 2017 में तेलंगाना विधानसभा में एसटी समुदाय को 10 फीसदी आरक्षण देने के प्रावधान वाला एक विधेयक पारित किया गया था। इस विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार के पास भेजा गया था।
टेनिस में भारत के रोहन बोपन्ना और उऩके डच जोड़ीदार मातवे मिडेलकूप ने एटीपी 250 तेल अवीव वाटरजेन ओपन का पुरुष युगल खिताब जीत लिया है। शीर्ष वरीयता प्राप्त भारतीय डच जोड़ी ने फाइनल में मैक्सिको और अर्जेंटीना के तीसरी वरीयता प्राप्त सेंटियागो गोंजालेज और एंड्रेस मोल्टेनी को 6-2, 6-4 से पराजित किया। बोपन्ना का यह इस सीजन का तीसरा एटीपी खिताब और कुल 22वां खिताब था। 42 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी ने एडिलेड और पुणे में अपने ही देश के रामकुमार रामाथन के साथ इस सीजन में दो खिताब जीते थे। एक टीम के रूप में बोपन्ना और मिडेलकूप का यह पहला एटीपी टूर खिताब भी था। इस जीत के साथ बोपन्ना व्यक्तिगत युगल रैंकिंग में विश्व में 22वें स्थान पर पहुंच गए हैं। तेल अवीव में भारतीय और डच जोड़ी को शीर्ष वरीयता प्राप्त थी।
गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों में पुरूषों की 4X400 मीटर रिले दौड़ में हरियाणा ने राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण, सेना ने रजत और तमिलनाडु ने कांस्य पदक जीता है। हरियाणा 14 स्वर्ण, 7 रजत और 8 कांस्य सहित कुल 29 पदक जीतकर शीर्ष पर बना हुआ है। नौ स्वर्ण, छह रजत एवं सात कांस्य पदकों के साथ सेना दूसरे स्थान पर है। उत्तर प्रदेश नौ स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य पदकों के साथ पदक तालिका में तीसरे स्थान पर है। महिलाओं की पोल वॉल्ट स्पर्द्धा में तमिलनाडु की रोज़ी मीना पॉलराज ने 4.2 मीटर छलांग लगाकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने वी. एस. सुरेखा के आठ वर्ष पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा है। जेसविन एल्ड्रिन ने पुरूषों की लंबी कूद में 8.26 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इसके साथ ही उन्होंने वर्ष 2023 में हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिये क्वालीफाई कर लिया। महिलाओं की सौ मीटर बाधा दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाली आन्ध्र प्रदेश की ज्योति याराजी ने 11.51 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता। वर्ष 1920 के दशक में राष्ट्र का ध्यान आकर्षित करने वाले ओलंपिक में राष्ट्रीय खेल शामिल हैं। भारत में राष्ट्रीय खेलों को पहली बार भारतीय ओलंपिक खेलों के रूप में राष्ट्र में ओलंपिक खेलों को बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ शुरू किया गया था। वर्ष 1924 में अविभाजित पंजाब के लाहौर में भारतीय ओलंपिक खेलों का पहला संस्करण संपन्न हुआ। सात साल बाद होने वाले राष्ट्रीय खेलों में भारत के सर्वश्रेष्ठ एथलीट गुजरात के छह शहरों में 36 खेलों में प्रतिस्पर्द्धा करेंगे। 36वें राष्ट्रीय खेलों के लिये आधिकारिक शुभंकर ‘सावज’ (SAVAJ) है। यह खिलाड़ी के व्यक्तित्व के सबसे प्रमुख लक्षणों जैसे- आत्मविश्वास, जोश, प्रेरणा, सफल होने की आंतरिक इच्छा, ध्यान और लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करना अदि पर बल देता है।
विश्व कृषि पशु दिवस (World Day for Farmed Animals) 02 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह दिवस महात्मा गांधी की जयंती का प्रतीक है। इस दिन का आयोजन अंतर्राष्ट्रीय पशु कल्याण संगठन, विश्व पशु संरक्षण के साथ-साथ एशिया फॉर एनिमल्स गठबंधन द्वारा कृषि पशु कल्याण के महत्व और तात्कालिकता को दिखाने के लिए किया जाता है। यह दिन उन जानवरों की अनावश्यक पीड़ा और मृत्यु को उजागर करने के लिए समर्पित है, जिन्हें भोजन के लिए पाला और वध किया जाता है।
भारत के वनस्पतियों और जीवों की रक्षा और संरक्षण के उद्देश्य से 2 से 8 अक्टूबर के बीच पूरे भारत में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय वन्यजीव सप्ताह (National Wildlife Week) मनाया जाता है। वन्यजीव सप्ताह 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाया जाता है। 2022 में हम 68वां वन्यजीव सप्ताह मना रहे हैं। भारतीय वन्यजीव बोर्ड का गठन किया गया था और भारत के वन्यजीवों की रक्षा के दीर्घकालिक लक्ष्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 1952 में वन्यजीव सप्ताह के विचार की अवधारणा की गई थी। प्रारंभ में, 1955 में वन्यजीव दिवस मनाया गया था जिसे बाद में 1957 में वन्यजीव सप्ताह के रूप में उन्नत किया गया था।
हर साल अक्टूबर के पहले सोमवार को (यानी इस वर्ष 3 अक्टूबर) को ‘विश्व पर्यावास दिवस’ मनाया जाता है। इसे ‘विश्व आवास दिवस’ भी कहा जाता है। इस दिवस का उद्देश्य दुनिया को यह याद दिलाना है कि हम सभी के पास अपने शहरों और कस्बों के भविष्य को आकार देने की शक्ति और जिम्मेदारी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा 1985 में प्रतिवर्ष विश्व पर्यावास दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। इस निर्णय के बाद, पहला विश्व पर्यावास दिवस 1986 में नैरोबी, केन्या में मनाया गया था। इस साल की थीम – ‘Mind the Gap। Leave no one and place behind’ है।
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