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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झुग्गी-झोपड़ी वासियों के पुनर्वास के लिए राजधानी दिल्ली के कालकाजी इलाके में ‘‘यथास्थान झुग्गी-झोपड़ी पुनर्वास परियोजना’’ के तहत बनाए गए 3,024 नवनिर्मित ईडब्ल्यूएस आवासों का उद्घाटन किया। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में भूमिहीन कैंप के पात्र लाभार्थियों को प्रधानमंत्री ने फ्लैट की चाबियां सौंपी। सभी को आवास मुहैया कराने के प्रधानमंत्री की परिकल्पना के अनुरूप दिल्ली विकास प्राधिकरण तीन सौ 76 झुग्गी बस्तियों में पुनर्वास कार्य कर रहा है। इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गीवासियों को बेहतर और स्वस्थ वातावरण देने के साथ बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। दिल्ली विकास प्राधिकरण ने कालकाजी विस्तार, जेलोरवाला बाग एवं कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएँ शुरू की हैं। कालकाजी विस्तार परियोजना के तहत तीन स्लम क्लस्टर-भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और कालकाजी स्थित जवाहर कैंप का स्व-स्थाने पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। पहले चरण के तहत पास के खाली वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग के लिये 3024 फ्लैटों का निर्माण किया गया है। भूमिहीन शिविर में झुग्गी-झोपड़ी स्थल को इस शिविर के पात्र परिवारों को नवनिर्मित फ्लैटों में पुनर्वासित कर खाली किया जाएगा। परियोजना का पहला चरण पूरा हो चुका है। इन फ्लैटों का निर्माण लगभग 345 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है और ये सभी नागरिक सुविधाओं से युक्त हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य के ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट- इनवेस्ट कर्नाटक 2022 के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। संभावित निवेशकों को आकर्षित करना और अगले दशक के लिए एक विकास योजना तैयार करना बैठक का उद्देश्य है। बेंगलुरु में 2 से 4 नवंबर तक आयोजित होने वाले तीन-दिवसीय कार्यक्रम में 80 से अधिक वक्ता सत्र होंगे। वक्ताओं में उद्योगजगत के कुछ शीर्ष दिग्गज जैसे- श्री कुमार मंगलम बिड़ला, श्री सज्जन जिंदल और श्री विक्रम किर्लोस्कर शामिल हैं। इसके साथ ही, तीन सौ से अधिक प्रदर्शकों और देश पर आधारित सत्रों के साथ कई व्यावसायिक प्रदर्शनियां समानांतर रूप से चलेंगी। देश पर आधारित सत्र प्रत्येक भागीदार देशों- फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा- आयोजित किए जाएंगे जिसमें इन देशों से उच्चस्तरीय मंत्रिस्तरीय और औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल शामिल होंगे। इस वैश्विक स्तर के आयोजन से कर्नाटक को अपनी संस्कृति को दुनिया के सामने भी प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा।
संयुक्त अरब अमीरात में शारजाह में 41वां अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेला-2022 शुरू हो रहा है। इसका आयोजन शारजाह प्रदर्शनी केन्द्र में किया गया है। मेले का इस वर्ष का विषय है- ‘स्प्रेड द वर्ड’। पुस्तक मेला 13 नवंबर तक चलेगा। मेले में प्रवेश निशुल्क है। भारत सरकार का प्रकाशन विभाग अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले में अपने प्रकाशन प्रदर्शित करेगा। मेले में विश्व के जाने-माने पुरस्कार विजेता लेखक, बुद्धिजीवी और अन्य साहित्यकार भाग ले रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रकाशन विभाग पाठकों और पुस्तकों में रुचि रखने वाले उत्साही लोगों के लिए भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता सेनानियों के इतिहास पर विभिन्न पुस्तकें उपलब्ध करा रहा है। विभिन्न विषयों पर कई भारतीय भाषाओं में 100 से अधिक पुस्तकें और पत्रिकाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के होलोंगी में स्थित नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का नामकरण “डोनी पोलो हवाई अड्डा, ईटानगर” के रूप में करने को अपनी मंजूरी दे दी है। ये नाम राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परम्पराओ के प्रतीक के रूप में डोनी यानी सूर्य और पोलो यानी चंद्रमा में लोगों की आस्था दर्शाता है। जनवरी 2019 में केंद्र सरकार ने होलोंगी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे को विकसित करने की मंजूरी दी थी। यह परियोजना भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार की सहायता से 6 सौ 46 करोड़ रुपये की लागत से विकसित कर रहा है। वर्तमान में, अरुणाचल प्रदेश में दो हवाई अड्डे - तेजू और पासीघाट –कार्यरत हैं। डोनी पोलो हवाई अड्डा विमान सेवाओं का परिचालन शुरू करने वाला अरुणाचल प्रदेश का तीसरा हवाई अड्डा होगा जिससे उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में हवाईअड्डों की कुल संख्या 16 हो जाएगी।
ग्रेटर नोएडा में उत्तर भारत के पहले डाटा सेंटर योट्टा डी-1 का लोकार्पण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव में हीरानंदानी ग्रुप द्वारा 250 मेगावाट की क्षमता वाले डाटा सेंटर को 1500 करोड़ रुपये में तीन लाख वर्ग मीटर में बनाया गया है। इस मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री प्रौद्योगिक राजीव चंद्रशेखर भी मौजूद रहे। इस मौके पर हीरानंदानी ग्रुप के संस्थापक व एमडी डा. निरंजन हीरानंदानी योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर के सह संस्थापक दर्शन हीरानंदानी, योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर के सह संस्थापक व सीईओ सुनील गुप्ता, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी आदि मौजूद रहे।
UNHCR की हालिया रिपोर्ट के अनुसार उत्पीड़न, संघर्ष, हिंसा, मानवाधिकारों के उल्लंघन और विश्व स्तर पर सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली घटनाओं के कारण अपने घरों से जबरन विस्थापित हुए लोगों की संख्या 2022 की पहली छमाही में बढ़कर 103 मिलियन हो गई, जिसका अर्थ है कि पृथ्वी पर 77 लोगों में से एक को जबरन विस्थापित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में शरणार्थियों और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा की आवश्यकता वाले लोगों की कुल संख्या 24 प्रतिशत बढ़कर 2021 के अंत में 25.7 मिलियन से 2022 के मध्य तक 32 मिलियन हो गई। इस साल जून के अंत में, सभी शरणार्थियों में से आधे से अधिक (56 प्रतिशत) सीरियाई, वेनेजुएला या यूक्रेनी थे। रिपोर्ट से पता चलता है कि 2022 के मध्य में, तुर्की ने 3.7 मिलियन शरणार्थियों की मेजबानी की, जो दुनिया भर में सबसे बड़ी शरणार्थी आबादी है। 2.5 मिलियन शरणार्थियों के साथ कोलंबिया दूसरे और 2.2 मिलियन शरणार्थियों के साथ जर्मनी तीसरे स्थान पर था, इसके बाद पाकिस्तान और युगांडा (प्रत्येक में 1.5 मिलियन) थे।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency – IAEA) ने हाल ही में यूक्रेन पर डर्टी बम बनाने का आरोप लगाने वाले रूस के आरोपों की जांच शुरू की है। डर्टी बम एक पारंपरिक विस्फोटक उपकरण है जिसमें जहरीले पदार्थ होते हैं। परमाणु हथियार के विपरीत, यह परमाणु विस्फोट का कारण नहीं बनता है। बल्कि यह विस्फोट के बाद रेडियोधर्मी, जैविक या रासायनिक कचरे को फैलाता है। यह हथियार तत्काल स्वास्थ्य प्रभाव का कारण नहीं बनेगा क्योंकि प्रभावित क्षेत्र के लोग विकिरण की घातक खुराक के संपर्क में आने से बच सकते हैं। हालांकि, निकासी प्रक्रिया के दौरान होने वाली उच्च लागत के कारण आर्थिक प्रभाव गंभीर हो सकता है। रूसी सरकार ने यूक्रेन पर डर्टी बम का इस्तेमाल करने की योजना बनाने और दुनिया भर में शक्तिशाली रूसी विरोधी भावनाओं को भड़काने के लिए रूस पर दोष मढ़ने का आरोप लगाया।
1 नवंबर को इंडिया एक्ज़िम बैंक द्वारा जोहान्सबर्ग में आयोजित “CII-Exim Bank Regional Conclave on India-Southern Africa Growth Partnership” कार्यक्रम में ‘Reinvigorating India’s Economic Engagements with Southern Africa’ शीर्षक वाली रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट के अनुसार भारत अफ्रीका के लिए शीर्ष रक्षा निर्यातक के रूप में उभरा है। यह भविष्य में महाद्वीप की समुद्री, एयरोस्पेस और रक्षा जरूरतों को पूरा कर सकता है। मॉरीशस, मोजाम्बिक और सेशेल्स 2017 और 2021 के बीच मेड-इन-इंडिया हथियारों के शीर्ष आयातक हैं। अफ्रीका के भीतर, मॉरीशस ने 2017-2021 में भारत से रक्षा निर्यात का 6.6 प्रतिशत हिस्सा हासिल किया। मोज़ाम्बिक का हिस्सा 5 प्रतिशत और सेशेल्स का रक्षा निर्यात का 2.3 प्रतिशत हिस्सा था। रिपोर्ट में हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने में भारत और अफ्रीका में 9 हिंद महासागर के तटवर्ती देशों (IOLC) द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया। 9 IOLC कोमोरोस, केन्या, मेडागास्कर, मॉरीशस, मोजाम्बिक, सेशेल्स, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका और तंजानिया हैं। इस रिपोर्ट ने वर्तमान आवश्यकता-आधारित दृष्टिकोण और प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण और मानवीय सहायता पर ध्यान केंद्रित करने की सिफारिश की। इसने अफ्रीका की सुरक्षा और तकनीकी क्षमता में सुधार के लिए एयरोस्पेस, रक्षा और समुद्री उपकरण और जहाजों के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया। इसने 2025 तक भारत के 5 बिलियन अमरीकी डालर के रक्षा निर्यात लक्ष्य को तेज करने की भी सिफारिश की। वर्तमान में, टाटा मोटर्स और अशोक लेलैंड जैसे भारतीय सैन्य वाहन निर्माता पहले से ही अफ्रीका को रक्षा निर्यात में एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। मानव रहित अंडरवाटर सिस्टम, मानव रहित हवाई प्रणाली और ड्रोन सहित समुद्री क्षेत्रों में स्वदेशी रूप से विकसित नए युग की प्रौद्योगिकियों जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने से रक्षा निर्यात को और बढ़ावा मिल सकता है। इस रिपोर्ट में साइबर सुरक्षा को अफ्रीकी देशों के साथ संबंधों को बढ़ाने के लिए एक अन्य संभावित क्षेत्र के रूप में मान्यता दी गई है।
अरुणाचल प्रदेश के मत्स्य मंत्री तागे तकी ने 31 अक्टूबर 2022 को घोषणा की कि पूर्वोत्तर में भारत का पहला फिश म्यूजियम जल्द ही अरुणाचल प्रदेश में बनाया जाएगा। फिश म्यूजियम भारत के पहले ‘एक्वा पार्क’ का हिस्सा होगा जिसे केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी दे दी गयी है। पार्क अरुणाचल प्रदेश के निचले सुबनसिरी जिले के तारिन (जीरो) में स्थापित किया जाएगा। ऊंचाई वाले बुल्ला गांव में स्थित मौजूदा तारिन मछली फार्म (टीएफएफ) को एकीकृत एक्वा पार्क के रूप में अपग्रेड किया जाएगा जहां यह संग्रहालय बनेगा।
हैदराबाद स्थित डीएनए फिंगर प्रिंटिंग और डायग्नोस्टिक्स सेंटर ने बच्चों में विरल अनुवांशिकी विकृत्ति के कारणों का पता लगाने पर काम शुरू किया है। यह मिशन एक अखिल भारतीय पहल है जिसके लिए जैव प्रौद्योगिकी विभाग वित्त पोषण कर रहा है। मिशन की शुरूआत करते हुए विभाग के सचिव राजेश गोखले ने कहा कि पूरे विश्व में लगभग 35 करोड और भारत में सात करोड लोग इस विकृत्ति से ग्रस्त हैं। डीएनए फिंगर प्रिंटिंग और डायग्नोस्टिक्स सेंटर इस विकृत्ति से ग्रस्त बच्चों और उनके माता-पिता से लिये गए नमूनों के विश्लेषण के लिए देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के बाल-रोग विभाग और जैव प्रौद्योगिकी विभागों से समन्वय कर रहा है।
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव संजीव चोपड़ा ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने उद्योग, सामान्य प्रशासन, कृषि और गृह जैसे विभागों में सरकार के सचिव के रूप में भी काम किया है। श्री चोपड़ा को भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 और 2021 में डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया री-इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। श्री संजीव चोपड़ा ने उपभोक्ता कार्य, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में 31 अक्टूबर 2022 से खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है।
कपड़ा मंत्रालय ने 'राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन' के तहत विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 74 करोड़ रुपये की 20 कार्यनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनमें से पांच परियोजनाएं विशेष फाइबर से संबंधित हैं, छह परियोजनाएं कृषि वस्त्र से और दो-दो स्मार्ट टेक्सटाइल्स, प्रोटेक्टिव गियर और अपैरल तथा जियोटेक्सटाइल्स से संबंधित हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने कहा है कि जनता के कल्याण के लिए सूचनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सरकार की सभी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाना है ताकि शासन के सभी पहलुओं में सुधार हो सके।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से लार्ज किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट के साथ फेज़- II बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) इंटरसेप्टर एडी-1 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफलता के साथ किया। एडी-1 एक लंबी दूरी की ‘इंटरसेप्टर' मिसाइल है, जिसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के साथ-साथ विमान को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है। एडी-1 मिसाइल दो चरणों वाले ठोस मोटर द्वारा संचालित है। इसे लक्ष्य तक सटीक मार्गदर्शन के लिए स्वदेश में विकसित उन्नत नियंत्रण प्रणाली, नौवहन और मार्गदर्शन ‘एल्गोरिदम' से लैस किया गया है। यह मिसाइल पृथ्वी के वायुमंडल के सबसे ऊपरी हिस्से में मिशन को पूरा करने में सक्षम है।
दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वंय सहायता समूहों को मजबूती प्रदान करने तथा परस्पर लाभ के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय और पतंजलि ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे ग्रामीण स्वंय सहायता समूहों की महिलाओं को प्रतिवर्ष एक लाख रुपये की आकांक्षात्मक आय प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। इस समझौते के अंतर्गत महिला स्वंय सहायता समूहों के बनाए गए उत्पादों को पतंजलि के स्टोरों के माध्यम से बेचा जाएगा।
भारतीय सेना ने अपनी 'गो-ग्रीन इनिशिएटिव' के माध्यम से दिल्ली छावनी में विभिन्न स्थानों पर इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए 16 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए भारत की सबसे बड़ी एकीकृत सुविधा 'टाटा पावर' के साथ सहयोग किया है। दिल्ली छावनी में स्थापित सभी 16 चार्जिंग स्टेशनों का उपयोग दिल्ली छावनी में, व्यक्तिगत और आधिकारिक इलेक्ट्रिक वाहनों, दोनों के लिए किया जा सकता है। भारतीय सेना चार्जर्स को एनर्जाइज़ करने के लिए अपस्ट्रीम पावर इंफ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था के साथ-साथ ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए उपयुक्त सुविधाएं प्रदान कर रही है।
रॉयल भूटान आर्मी के चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल बातू शेरिंग, डीवाईजी, डीआरटी, डीडब्ल्यू, डीटी, डीके, दिनांक 28 अक्टूबर से 02 नवंबर 2022 तक भारत की यात्रा पर हैं। रॉयल भूटान सेना के प्रमुख ने दिनांक 29 अक्टूबर 2022 को अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी, चेन्नई में पासिंग आउट परेड की समीक्षा की। दिनांक 01 नवंबर 2022 को उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया और नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में एक औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त किया । लेफ्टिनेंट जनरल बट्टू शेरिंग ने थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से मुलाकात की और दोनों सेनाओं के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा के अलावा मौजूदा वैश्विक स्थिति, सुरक्षा दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
हाल ही में 1 नवंबर से 3 नवंबर, 2022 तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के तीसरे संस्करण का उद्घाटन राज्य स्थापना दिवस (1 नवंबर) के अवसर पर रायपुर, छत्तीसगढ़ में किया गया। इस कार्यक्रम में भारत और मोज़ाम्बिक, मंगोलिया, टोंगो, रूस, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूज़ीलैंड एवं मिस्र सहित 10 देशों के 1,500 से अधिक आदिवासी कलाकार प्रतिभाग करेंगे। 1 नवंबर, 2000 को मध्य प्रदेश से 16 छत्तीसगढ़ी भाषी ज़िलों को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया गया था। यह 135,190 वर्ग किमी के क्षेत्रफल के साथ भारत का 10वाँ सबसे बड़ा राज्य है। यह भारत में इस्पात और विद्युत शक्ति के उत्पादन के लिये एक महत्त्वपूर्ण केंद्र है, जो भारत में उत्पादित कुल इस्पात का लगभग 15% उत्पादन करता है। छत्तीसगढ़ मुख्य रूप से अपने कृषि कार्यों हेतु प्रसिद्ध है, जो लगभग 80% कार्यबल के लिये ज़िम्मेदार है। चावल के उत्पादन के कारण इसे 'धान का कटोरा' के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है 'चावल का कटोरा'।
वन विभाग सेना स्पेक्टाबिलिस जैसी आक्रामक प्रजातियों के प्रसार से निपटने के लिये व्यापक रणनीति अपना रहा है, जो नीलगिरी पहाड़ी ज़िले में मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व (MTR) के बफर ज़ोन में तेज़ी से फैल रहा है। सेना स्पेक्टाबिलिस और लैंटाना कमारा जैसे आक्रामक खरपतवार नीलगिरि के विशाल क्षेत्रों पर फैल गए हैं। आक्रामक खरपतवार का स्थानीय जैवविविधता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, इससे स्थानीय प्रजातियों की भीड़ और वन्यजीवों के लिये भोजन की उपलब्धता सीमित हो जाती है। मुदुमलाई टाइगर रिज़र्व तीन राज्यों कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के त्रि-जंक्शन पर यह तमिलनाडु के नीलगिरि ज़िले में स्थित है। इसके पश्चिम मेंं वायनाड वन्यजीव अभयारण्य (केरल), उत्तर में बांदीपुर टाइगर रिज़र्व (कर्नाटक) के साथ एक आम सीमा है, जो बाघ और एशियाई हाथी जैसी प्रमुख प्रजातियों के लिये एक बड़े संरक्षण परिदृश्य का निर्माण करता है। मुदुमलाई बाघ अभयारण्य उन 14 भारतीय बाघ अभयारण्यों में से एक है जिन्हें लक्षित प्रजातियों के प्रभावी प्रबंधन के लिये संरक्षण आश्वासन/बाघ मानक का दर्जा दिया गया था। मुदुमलाई की जलवायु समशीतोष्ण है। यह दिसंबर के महीने या जनवरी की शुरुआत के दौरान ठंडे मौसम का अनुभव करती है और मार्च एवं अप्रैल के महीनों में गर्म मौसम रहता है।
केंद्रीय सतर्कता आयोग स्वर्गीय सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन (31 अक्टूबर) के उपलक्ष्य में सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाता है। इसका आयोजन उस सप्ताह के दौरान किया जाता है, जिसमें 31 अक्टूबर की तिथि आती है। इस साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह को 31 अक्टूबर से 6 नवंबर, 2022 तक मनाया जा रहा है। इसकी विषयवस्तु “भ्रष्टाचार मुक्त भारत - विकसित भारत” है। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2022 के एक अगुआ के रूप में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने सभी मंत्रालयों/विभागों/संगठनों के केंद्रित क्षेत्रों के रूप में कुछ निवारक सतर्कता पहलों को रेखांकित करते हुए तीन महीने के एक अभियान को संचालित किया था।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल 2 नवंबर को विश्व स्तर पर “इंटरनेशनल डे टू इंड इम्प्युनिटी फॉर क्राइम्स अगेंस्ट जर्नलिस्ट” यानि “पत्रकारों के खिलाफ अपराधों के लिए दण्ड मुक्ति समाप्त करने का अंतरराष्ट्रीय दिवस” मनाया जाता है। यह दिन पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ हिंसक अपराधों के लिए कम वैश्विक सजा दर पर ध्यान आकर्षित करने के लिए मनाया जाता है, जिसका अनुमान प्रत्येक दस मामलों में केवल एक में जताया जाता है। यह तारीख 2 नवंबर 2013 को माली में की गई दो फ्रांसीसी पत्रकारों की हत्या की याद में चुनी गई थी।
पद्म भूषण विजेता और सामाजिक कार्यकर्ता इला भट्ट का निधन हो गया है। उनकी उम्र 89 साल बताई जा रही है। उन्होंने महिलाओं को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने कई मुहिम के जरिए उन्होंने महिला अधिकारों के लिए लड़ा था। इला भट्ट को कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। 1977 में उन्हें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार मिला था। इसके बाद उन्हें 1986 में राइट लाइवलीहुड अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। बाद में उन्हें भारत सरकार ने पद्म भूषण जैसे पुरस्कार से भी नवाजा था। इला ने स्वश्रयी महिला सेवा संघ के साथ भी लंबे समय तक काम किया है। उनकी तरफ से ही उस संगठन की स्थापना की गई थी। 1972 से 1996 तक वे इस संगठन में महासचिव के रूप में काम करती रहीं। 2011 में इला को गांधी पीस प्राइज भी दिया गया था।उन्हें कई दूसरे अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। इसमें ग्लोबल फेयरनेस अवार्ड, रैडक्लिफ मेडल, राइट लाइवलीहुड अवार्ड शामिल हैं।
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