डाइनामाइट का आविष्कार करने वाले स्वीडन के महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा के अनुसार नोबेल फाउंडेशन का गठन किया गया। जिसने 29 जून 1900 से अपना कार्य आरंभ किया। इस फाउंडेशन में कुल 5 लोग होते हैं। स्वीडन का किंग ऑफ काउंसिल इस फाउंडेशन के मुखिया का चयन करता है। नोबेल पुरस्कार अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में वर्ष 1901 में शुरू किया गया। यह पुरस्कार रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंस की ओर से प्रदान किया जाता है। हर वर्ष अक्टूबर में नोबेल पुरस्कार की घोषणा होती है और 10 दिसंबर को अल्फ्रेड नोबेल की बरसी पर स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम और नॉर्वे की राजधानी ऑस्लो में पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। हर साल चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं। केवल जीवित लोगों को ही नोबेल पुरस्कार दिया जा सकता है।
नोबेल पुरस्कार में 10 लाख डॉलर की राशि दी जाती है। इसके साथ 23 कैरेट सोने से बना 200 ग्राम का पदक और प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। पदक के एक ओर नोबेल पुरस्कार के जनक अल्फ्रेड नोबेल की छवि, उनके जन्म तथा मृत्यु की तारीख लिखी होती है। पदक के दूसरी तरफ यूनानी देवी आइसिस का चित्र, रॉयल एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम तथा पुरस्कार पाने वाले व्यक्ति की जानकारी होती है।
नोट - सितंबर 2020 में नोबेल फाउंडेशन के प्रमुख किनस्टेन ने घोषणा की, कि इस वर्ष नोबेल पुरस्कार पाने वालों को पुरस्कार की अतिरिक्त राशि मिलेगी। इस वर्ष नोबेल विजेताओं को एक लाख 10 हजार डॉलर अधिक दिए जाएंगे।
प्रत्येक नोबेल पुरस्कार एक अलग समिति द्वारा प्रदान किया जाता है।
वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा अक्टूबर 2020 में अलग-अलग तिथियों में की गई।
चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा कर दी गई है। यह पुरस्कार हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए अमरीका के हार्वे जे. अल्टर और चार्ल्स एम राइस तथा ब्रिटेन के माइकल ह्यूटन को दिया जाएगा। नोबेल समिति के प्रमुख थॉमस पर्लमैन ने स्टॉक होम में पुरस्कार विजेताओं के नाम की घोषणा की। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार में स्वर्ण पदक और 11 लाख 18 हजार डॉलर से अधिक राशि दी जाती है। नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण महामारी के मद्देनज़र इस वर्ष चिकित्सा क्षेत्र में इस पुरस्कार का विशेष महत्व है।
हेपेटाइटिस-सी वायरस एक प्रमुख वैश्विक स्वास्थ्य समस्या है, जो दुनिया भर के लोगों में सिरोसिस और यकृत कैंसर का कारण बनती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में सात करोड़ से अधिक हेपेटाइटिस रोगी हैं जिनमें से हर वर्ष चार लाख लोगों की जान जाती है।
भौतिक विज्ञान के क्षेत्र के वर्ष 2020 के नोबेल पुरस्कार की घोषणा रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज द्वारा स्टॉकहोम में की गई। वर्ष 2020 के पुरस्कार को दो भागो में विभाजित किया गया है, इसमें से आधा पुरस्कार ब्रिटेन के रोजर पेनरोज़ (Roger Penrose) को उनकी ब्लैक होल की उत्पत्ति सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत का एक मजबूत पूर्वानुमान खोज के लिए दिया गया है, जबकि दूसरा आधा भाग हमारी गैलेक्सी के केंद्र में सुपरमैसिव कॉम्पेक्ट ऑब्जेक्ट की खोज के लिए जर्मनी के रेइनहार्ड गेनजल (Reinhard Genzel) और अमेरिका की एंड्रिया घेज़ (Andrea Ghez) को संयुक्त रूप से दिया गया है। अब तक, केवल तीन महिलाओं ने भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार जीता है। वे मैरी क्यूरी (1903), मारिया गोएपर्ट-मेयर (1963) और डोना स्ट्रिकलैंड (2018) थे। मैरी क्यूरी ने 2011 में रसायन विज्ञान के लिए नोबेल पुरस्कार भी जीता था और वे दो श्रेणियों में पुरस्कार जीतने वाली एकमात्र महिला हैं।
इस साल का Chemistry (रसायन विज्ञान) का नोबेल पुरस्कार जीनोम एडिटिंग नई पद्धति खोजने के लिए इमैनुएल चार्पियर (Emmanuelle Charpentier) और जेनिफर ए. डोडना (Jennifer A. Doudna) को दिया गया है। रसायन विज्ञान के लिए दिया जाने वाला नोबेल पुरस्कार रॉयल एकेडमी ऑफ साइंसेज, स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा प्रदान किया जाता है। इमैनुएल चार्पियर (Emmanuelle Charpentier) और जेनिफर ए. डोडना (Jennifer A. Doudna) ने CRISPR-Cas9 DNA कैंची के रूप में पहचाना जाने जाना वाला जीनोन एडिटिंग (gene-editing) तकनीक को विकसित किया है। इनके प्रयोग से शोधकर्ता जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों के डीएनए को अत्यधिक उच्च परिशुद्धता के साथ बदल सकते हैं
साल 2020 का साहित्य नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवि लुईस ग्लूक (Louise Gluck) को 'उनकी बेमिसाल काव्य आवाज़ के लिए दिया गया है जो कि खूबसूरती के साथ व्यक्तिगत अस्तित्व को सार्वभौमिक बनाती है'। साहित्य का नोबेल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी, स्टॉकहोम, स्वीडन द्वारा प्रदान किया जाता है। अमेरिकी कवि लुईस ग्लुक का जन्म 1943 में न्यूयॉर्क में हुआ था और वह वर्तमान में कैम्ब्रिज, मैसाचुसेट्स में रहती हैं। लेखन के अलावा, वह येल विश्वविद्यालय, न्यू हेवन, कनेक्टिकट में अंग्रेजी की प्रोफेसर हैं। इससे पहले उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले हैं, उन्होंने 1993 में अपने संग्रह द वाइल्ड आइरिस(The Wild Iris) के लिए पुलित्जर पुरस्कार और 2014 में फेदफुल (Faithful) और वर्चुअस नाइट के लिए नेशनल बुक अवार्ड जीता था।
वर्ष 2020 का शांति नोबेल पुरस्कार दुनिया भर में भूखे लोगों की मदद करने वाले विश्व खाद्य कार्यक्रम (World Food Programme) को देने की घोषणा की है। इटली की राजधानी रोम स्थित वर्ल्ड फूड प्रोग्राम दुनिया का सबसे बड़ा मानवीय संगठन है जो भूख लोगों को भोजन उपलब्ध कराता है और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है। डब्ल्यूएफपी ने वर्ष 2019 में 88 देशों में करीब 100 मिलियन लोगों को सहायता मुहैया कराई, जो तीव्र खाद्य असुरक्षा और भूख के शिकार हुए थे। 1961 में संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर से भुखमरी को दूर करने के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम की स्थापना की।
अमरीका के दो अर्थशास्त्रियों पॉल आर मिलग्रोम और रॉबर्ट बी विल्सन को संयुक्त रूप से इस वर्ष के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। दोनों अर्थशास्त्री कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से जुडे हैं। पुरस्कार सम्बंधी घोषणा स्टॉकहोम में की गई। पॉल आर मिलग्रोम और रॉबर्ट बी विल्सन को नीलामी के सिद्धांत में सुधार और नए नीलामी प्रारूपों के आविष्कारों के लिए अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में अर्थशास्त्र के लिए मूल रूप से स्वेरिंग्स रिक्सबैंक पुरस्कार दिया जाता था। यह पुरस्कार 1969 में शुरू किया गया था और अब इसे नोबेल पुरस्कारों के रूप में व्यापक पहचान मिली है।
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