नोबेल पुरस्कार 2018 की घोषणा शुरू हो गई है। इस पुरस्कार की शुरुआत स्वीडन के एल्फ्रेड नोबेल के नाम पर 1895 में की गई थी। उन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था। हर साल चिकित्सा, भौतिकी, रसायन, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में अहम योगदान के लिए दुनिया के सर्वोच्च सम्मान नोबेल पुरस्कार दिए जाते हैं। केवल जीवित लोगों को ही नोबेल पुरस्कार दिया जा सकता है। ।
सबसे ज्यादा नोबेल पुरस्कार पाने वाले देशों में अमेरिका पहले नंबर पर है। दूसरे स्थान पर है जर्मनी। इसके बाद ब्रिटेन और फ्रांस का नंबर आता है। साल 2014 में नोबेल पाने वाली मलाला युसूफजई इस पुरस्कार की अब तक की सबसे युवा विजेता हैं।
नोबल पुरस्कार विजेता को पिछले सालों तक 8 मिलियन स्वीडिश क्राउन(लगभग 6 करोड़ रुपये) पुरस्कार राशि के रूप में दिए जाते मिलते थे, परन्तु इसे बढ़ाकर 9 मिलियन स्वीडिश क्राउन (लगभग 7 करोड़ रुपये) कर दिया गया है।
नोबेल समिति ने रसायन विज्ञान के क्षेत्र में कार्य के लिए तीन वैज्ञानिकों को वर्ष 2018 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने के घोषणा की है, यह वैज्ञानिक अमेरिकी के फ्रांसेस अर्नोल्ड और जॉर्ज पी स्मिथ और एक ब्रिटिश अनुसंधानकर्ता ग्रेगोरी विंटर है, इस बार रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार से एक महिला और दो पुरुष वैज्ञानिक को सम्मानित किया जायेगा, तीनो वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार क्रमिक विकास की शक्ति का इस्तेमाल करके एंजाइम्स और ऐंटीबॉडीज को विकसित करने और नए फार्मास्युटिकल और बायोफ्युल को विकसित करने के लिए देने की घोषणा की गयी है.
नोबेल समिति ने चिकित्सा के क्षेत्र में में कार्य के लिए वर्ष 2018 का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के जेम्स एलीसन और जापान के तासुकु होन्जो को देने की घोषणा की है यह पुरस्कार “जेम्स एलीसन और तासुकु होन्जो को कैंसर थेरेपी की खोज करने के लिए देने की घोषणा की गयी है.
नोबेल समिति ने शांति क्षेत्र में कार्य करने के लिए डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद को वर्ष 2018 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है, इन दोनों ने यौन हिंसा को युद्ध के हथियार की तरह इस्तेमाल होने के खिलाफ प्रयास में बड़ा योगदान दिया है, इनमे से नादिया मुराद जो की मलाला युसूफजई के बाद दूसरी सबसे कम उम्र की नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, दुसरे विजेता डेनिस मुकवेगे अफ्रीकी देश कांगो के गायनेकॉलॉजिस्ट हैं.
नोबेल समिति ने भौतिकी के क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों को देने की वर्ष 2018 का नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की है, ये तीन वैज्ञानिक आर्थर अशकिन और गेर्राड मौरोउ और डोना स्ट्रिकलैंड है, अमेरिकी वैज्ञानिक आर्थर अशकिन को यह पुरस्कार ऑप्टिकल ट्वीजर्स और बायोलॉजिकल सिस्टम्स के संबंध में किए गए प्रयोगों के लिए दिया गया है और गेर्राड मौरोउ और डोना स्ट्रिकलैंड वैज्ञानिकों को हाई-इंटेसिटी, अल्ट्रा शॉर्ट ऑप्टिकल पल्स को जेनरेट करने के तरीके के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है. महिला वैज्ञानिक डोना स्ट्रिकलैंड भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली तीसरी महिला वैज्ञानिक हैं,
नोबेल समिति ने वर्ष 2018 का साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं देने के फैसला किया है, पिछले 70 वर्षो में पहली बार ऐसा हुआ है की साहित्य के नोबल पुरस्कार से किसको को भी सम्मानित नहीं किया जायेगा.
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