स्वास्थ्य देखभाल संबंधी सामग्री की आपूर्ति के लिए एक पोर्टल आरोग्य-पथ बनाया गया है जो कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने में विनिर्माताओं, वितरकों और उपभोक्ताओं के लिए सहायक होगा। यह पोर्टल आपूर्ति श्रृंखला में आ रही बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा। इस पोर्टल का उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर देखभाल संबंधी सामग्री के संबंध में सूचना प्रबंधन और भविष्य की जरूरतों का आकलन करना है। इस पर स्वास्थ्य देखभाल संबंधी वस्तुओं की मांग और आपूर्ति की जानकारी दर्ज होगी। इससे अस्पतालों, प्रयोगशालाओं, शोध संस्थानों, चिकित्सा कॉलेजों और रोगियों को मदद मिलेगी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने बेंगलूरू में एक जैविक उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन किया। यह संयंत्र शहर के कूड़े कचरे से जैविक उर्वरक तैयार करेगा। शहर के सात सौ 74 पार्कों में इस उर्वरक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे बेंगलूरू नगर निगम को साढ़े आठ करोड़ रुपये की बचत होगी।
मध्य रेलवे के रेलवे सुरक्षा बल, पुणे ने जांच और निगरानी तेज करने के लिए एक रोबोट- कैप्टेन अर्जुन बनाया है। यह रोबोट रेलगाडी में चढने वाले यात्रियों की जांच करता है और असामाजिक तत्वों पर नजर रखता है। कैप्टेन अर्जुन, मध्य रेलवे के सुरक्षा बल के डीआईजी आलोक बोहरा के दिमाग की उपज है। उनका कहना है कि दुनिया भर में कोविड -19 संक्रमण की उच्च दर, इस महामारी से निपटने के प्रयासों में बाधा बनी है, इसलिए रोबोट स्क्रीनिंग के विचार से प्रेरित होकर उन्होंने इसका आविष्कार किया। । कैप्टेन अर्जुन को कई कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह स्टेशन अभिगम नियंत्रण में भी प्रभावी है और इससे स्टेशन की सुरक्षा बढेगी।
पंजाब में कोविड-19 के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए अपनी तरह की पहली पहल के तहत मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक मोबाइल एप--घर-घर निगरानी शुरू किया है। इस मोबाइल एप से महामारी के खत्म होने तक राज्य भर में घर-घर जाकर रोगियों की निगरानी की जा सकेगी। स्वास्थ्य विभाग की इस पहल में आशा कार्यकर्ताओं और सामुदायिक स्वयंसेवकों को जोड़ा गया है जो घर-घर जाकर कोविड-19 के रोगियों का पता लगाने तथा परीक्षण कराने का कार्य करेंगे ताकि महामारी के फैलाव को रोका जा सकेगा। राज्य में एक अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत ग्रामीण और शहरी निवासियों का सर्वेक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 का प्रकोप खत्म होने तक यह सर्वेक्षण जारी रहेगा। इससे राज्य के लोगों के बारे में जो डेटा बेस तैयार होगा, उससे कोरोना महामारी के उन्मूलन में मदद मिलेगी।
भारतीय-अमेरिकी मृदा वैज्ञानिक डॉ. रतन लाल ने खाद्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए मृदा केंद्रित दृष्टिकोण को विकसित करने के लिए विश्व खाद्य पुरस्कार जीता। मिट्टी के स्वास्थ्य को बहाल करने की डॉ लाल की रणनीति को तीन संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलनों द्वारा अपनाया गया है। डॉ. लाल ने ओवर-क्रॉपिंग, मल्चिंग और एग्रो फॉरेस्ट्री जैसी तकनीकों का रूपांतरण और अन्वेषण किया है। इन तकनीकों ने कृषि पारिस्थितिकी प्रणालियों की दीर्घकालिक स्थिरता में सुधार किया और बाढ़, सूखे और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम किया। डॉ. लाल ने अपने शोध कार्यों के माध्यम से यह साबित कर दिया था कि वायुमंडलीय कार्बन को मिट्टी में मिलाया जा सकता है। उन्होंने कई संरक्षण प्रथाओं का भी आविष्कार किया है जो आज किसानों द्वारा प्रभावी ढंग से उपयोग की जा रही हैं। विश्व खाद्य पुरस्कार कृषि के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के बराबर माना जाता है।
ओडिशा जनजातीय छात्रों के छात्रावासों के लिए ISO प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। एसटी एंड एससी कल्याण विभाग ने राज्य के सभी आदिवासी छात्रावासों के बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और मानव संसाधनों को समान मानक प्रदान करने के लिए 'मिशन सुविधा' परियोजना शुरू की है। इस पहले चरण में, क्योंझर और संबलपुर जिलों के छात्रावासों का आकलन किया गया। क्योंझर के 156 छात्रावासों में से 60 को गहन हस्तक्षेप के लिए चिन्हित किया गया । मार्च में, प्रमाण देने वाली ऑडिट टीम ने अंतिम मूल्यांकन के लिए कोनझार के 32 छात्रावास और संबलपुर के 12 छात्रों का दौरा किया था। इन सभी 44 छात्रावासों ने मूल्यांकन मापदंडों को पूरा किया है, जिसके बाद इन्हें ISO प्रमाणित किया गया। मिशन सुविधा योजना दिसंबर 2019 में शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य SC (अनुसूचित जाति) और ST (अनुसूचित जनजाति) छात्रावासों में सुरक्षित भवन, कार्यात्मक शौचालय, सुरक्षित पेयजल, उचित रसोई और भोजन, बचाव, सुरक्षा, छात्रों के स्वास्थ्य, स्वच्छता और भोजन जैसी बुनियादी सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है।
हैदराबाद सिटी पुलिस ने हैदराबाद सिटी सिक्योरिटी काउंसिल (एचसीएससी) के साथ मिलकर घरेलू हिंसा और दुर्व्यवहार की शिकार महिलाओं की सहायता करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए “She Triumphs through Respect, Equality, and Empowerment" (STREE) नामक कार्यक्रम शुरू किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने दिव्यांग आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 'कोरोना योद्धा' (corona warriors) का दर्जा देने की घोषणा की है। इन दिव्यांग आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को यह दर्जा राज्य में चल रहे कोरोना संकट के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दिया गया हैं। वे इस समय लाभार्थियों के घर-घर जाकर पौष्टिक आहार वितरित करने में जुटी हुई हैं। साथ ही, वे लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने की सलाह भी दे रही हैं। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता लोगों को घर पर रहने और दूरदराज के क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह भी दे रही है।
भारत सरकार के 'विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग' (Department of Science & Technology) के तीन स्वायत्त संस्थानों सहित भारत के शीर्ष 30 संस्थानों को ‘नेचर इंडेक्स- 2020’ में शामिल किया गया है। नेचर इंडेक्स’, 82 उच्च गुणवत्ता वाली विज्ञान पत्रिकाओं में प्रकाशित शोधलेखों के आधार पर तैयार किया जाने वाला डेटाबेस है। ये डेटाबेस ‘नेचर रिसर्च’ (Nature Research) द्वारा संकलित किया गया है। ‘नेचर रिसर्च’ अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक प्रकाशन कंपनी ‘स्प्रिंगर नेचर’ (Springer Nature) का एक प्रभाग है। नेचर इंडेक्स-2020 में विभिन्न विश्वविद्यालयों, ‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों’ (Indian Institutes of Technology- IITs), ‘भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थानों’ (Indian Institutes of Science Education and Research- IISERs), अनुसंधान संस्थानों तथा प्रयोगशालाओं सहित 30 भारतीय संस्थानों को शामिल किया गया है। सूचकांक में DST के तीन स्वायत संस्थान 'विज्ञान आधारित कृषि के लिये भारतीय संघ' (Indian Association for the Cultivation of Science- IACS), कोलकाता 7वें स्थान पर, ‘जवाहरलाल नेहरू उन्नत वैज्ञानिक अनुसंधान केंद्र’ (Jawaharlal Nehru Centre for Advanced Scientific Research- JNCASR), बंगलौर 14 वें स्थान पर और ‘एस. एन. बोस बुनियादी विज्ञान के लिये राष्ट्रीय केंद्र’ (S. N. Bose National Centre for Basic Sciences), कोलकाता 30 वें स्थान पर हैं। वैश्विक दृष्टि से देखा जाए तो 'वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद' (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR), 160 वें स्थान तथा ‘भारतीय विज्ञान संस्थान’ (Indian Institute of Science- IISc), बंगलौर 184वें स्थान के साथ शीर्ष 500 रैंकिंग में शामिल होने वाले अग्रणी भारतीय संस्थान हैं। नेचर इंडेक्स 2020 की रेटिंग्स में चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज (सीएएस), चीन विश्व स्तर पर सबसे ऊपर है।
हाल ही में 'अमेरिकी विदेश विभाग' (U.S. State Department) ने विश्व के विभिन्न देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति को दर्शाने वाली 'अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता' (International Religious Freedom- IRF) रिपोर्ट, अमेरिकी संसद को प्रस्तुत की है। वर्ष 2020 की वार्षिक रिपोर्ट में जनवरी 2019 से लेकर दिसंबर 2019 तक के मामले शामिल किये गए हैं, हालाँकि कुछ मामलों में इस समयावधि के पहले और बाद की घटनाओं को भी शामिल किया गया है। यह रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी आयोग’ (U. S. Commission on International Religious Freedom- USCIRF) द्वारा जारी की जाती है।
कोरोना वायरस संकट के बीच रिजर्व बैंक आफ इंडिया (RBI) ने पीपुल्स को-ऑपरेटिव बैंक (People’s Co-operative Bank) पर सख्ती की है। आरबीआई ने बेंक की कमजोर वित्तीय सिथति को देखते हुए उस पर 6 महीने के लिए सभी लेन देन पर रोक लगा दी है। इस दौरान बैंक न तो नया डिपॉजिट ले सकता है और न ही लोन बांट सकता है। वहीं बेंक के ग्राहकों के खाते से पैसे निकालने पर भी फिलहाल रोक लगा दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के बैंकों के स्वामित्व, शासन और कॉर्पोरेट संरचना से संबंधित दिशानिर्देशों की समीक्षा के लिए एक पाँच सदस्यीय आंतरिक कार्य समूह का गठन किया है। आरबीआई सेंट्रल बोर्ड के निदेशक पी के मोहंती समिति के प्रमुख होंगे, जो 30 सितंबर, 2020 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
असम के तिनसुकिया जिले में तेल के कुएं से उठने वाली लपटों ने डिब्रू-सैखोवा नेशनल पार्क और मागुरी मोटापुंग वेटलैंड इलाके की जैव विविधता को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा आग ने किसानों के जीवनयापन के जरिए को तबाह कर दिया है। ऑयल इंडिया लिमिटेड के कुएं से 27 मई से लपटें उठ रही हैं। करीब दो हफ्ते तक अनियंत्रित तरीके से गैस निकलने से वहां बड़े पैमाने पर आग फैल गई थी। नौ जून को कुएं में विस्फोट हुआ था। गैस कुएं में लगी आग की परिस्थितियों की जांच के लिए केंद्र और असम सरकार ने अलग-अलग उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने हाइड्रोकार्बस के महानिदेशक एससीएल दास की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति गठित की है। यह समिति एक महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसमें ओएनजीसी के पूर्व चेयरमैन बीसी बोरा और ओएनजीसी के पूर्व निदेशक टीके सेनगुप्ता सदस्य हैं। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भी उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
तीसरा भारत-आसियान (एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियन नेशंस) युवा संवाद 8 जून से 10 जून 2020 तक आभासी प्रणाली के माध्यम से हुआ। भारत-आसियान के बीच हुई बातचीत कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई के इर्द-गिर्द घूमती रही। भारत और आसियान ने 10 जून को युवा ऊर्जा, कौशल विकास और शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक और प्रभावी सहयोग को बढ़ावा दिया, जिसे इन दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक साझेदारी के केंद्रीय तत्वों के रूप में पहचाना गया है। भारत और आसियान ने यह स्वीकार किया है कि सीखने की दृष्टि से बिहार के नालंदा विश्वविद्यालय का पुनरुद्धार और पुन:स्थापना इस दिशा में एक बड़ा कदम है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के इलाज के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सूंघने और स्वाद की क्षमता का खत्म होने को कोरोना वायरस के संक्रमण के नए लक्षण में शामिल किया गया है। मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि दवा रेमडेसिविर, कन्वालेसेंट, प्लाज़्मा थेरेपी, टूसिलूजिमाब तथा हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल कोविड-19 के मरीजों की स्थिति को देखते हुए ही किया जाना चाहिए। मंत्रालय ने सलाह दी है कि रेमडेसिविर उन रोगियों को दी जा सकती है जो संक्रमण से मध्यम स्तर पर संक्रमित हैं और ऑक्सीजन पर हैं। कन्वालेसेंट प्लाज़्मा उन रोगियों को दिया जाना चाहिए जो ऑक्सीजन पर हैं और स्टेरॉयड के इस्तेमाल के बावजूद उनकी ऑक्सीजन की आवश्यकता लगातार बढ़ रही है। हाइड्रोक्सी-क्लोरोक्वीन का इस्तेमाल संक्रमण की शुरूआत में किया जाना चाहिए और गंभीर रूप से पीडित मरीजों को यह नहीं दी जानी चाहिए। सामान्य तौर पर दवा देने से पहले मरीज की ई सी जी की जानी चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के उन कर्मचारियों के खिलाफ अमेरिकी आर्थिक और पर्यटन संबंधी प्रतिबंध लगा दिए हैं जो आईसीससी के ये पता लगाने में मदद कर रहे हैं कि अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में युद्ध जैसी स्थिति बना दी है।
राइटर और कॉलमनिस्ट शोभा डे की कहानियों का नया संग्रह 'लॉकडाउन लाइजनस(Lockdown Liaisons)' शीर्षक वाली पुस्तक है, जो साइमन एंड स्कस्टर इंडिया द्वारा प्रकाशित मानव जीवन पर COVID -19 के प्रभावों को दर्शाती है और 30 मई, 2020 को जारी की गई है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने फिइनेंशियल टेक्नॉलाजी फर्म्स को अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए स्थानीय भाषा के इस्तेमाल का सुझाव दिया है। भारतीय उद्योग परिसंघ-सीआईआई द्वारा मुंबई में आयोजित वर्चुअल सम्मेलन में श्री अमिताभ कांत ने कहा कि यदि फिनटेक कंपनियां भारत की विविध भाषाओं और बोलियों की अनदेखी करेंगी तो उनके ग्राहकों के खोने और मुख्यधारा से अलग होने का जोखिम बढ़ सकता है। उन्होंने कहा कि वित्तीय एकीकरण के प्रयासों के लिए केवल अंग्रेजी के बजाय स्थानीय बोलियों और भाषाओं में सेवाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता होगी। श्री अमिताभ कांत ने बताया कि अब भारत के 80 प्रतिशत नागरिकों के बैंक खाते हैं, जबकि 2011 में यह संख्या केवल 36 प्रतिशत थी। उन्होंने कहा कि 39 करोड़ जीरो बैलेंस जन धन खातों में से प्रत्येक में इस समय औसतन तीन हजार 400 रुपए जमा हैं।
भारत ने फीफा रैंकिंग में ने अपना 108 वां स्थान बरकरार रखा है। इस सूची में बेल्जियम पहले और विश्व चैंपियन फ्रांस दूसरे स्थान पर है जबकि ब्राजील तीसरे स्थान पर है। हाल ही में कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर, फीफा विश्व कप और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अन्य प्रमुख खेलों के लिए क्वालीफायर टूर्नामेंट स्थगित कर दिए गए हैं।
प्रतिवर्ष 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय अल्बिनिज्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य अल्बिनिज्म से प्रभावित लोगों के विरुद्ध होने वाले हमलों तथा भेदभाव के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है। अल्बिनिज्म एक दुर्लभ तथा वंशानुगत रोग है, इस रोग से पीड़ित व्यक्ति की त्वचा, बाल तथा आँखों में आंशिक अथवा पूर्ण रूप से मेलेनिन पिगमेंट नहीं होता। अल्बिनिज्म किसी भी लिंग अथवा नस्ल के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इसका कोई उपचार नहीं है। त्वचा में मेलेनिन न होने के कारण प्रभावित व्यक्ति सनबर्न तथा त्वचा कैंसर से पीड़ित हो सकता है। यह फोटोफोबिया, अम्ब्लायोपिया, निस्टैगमस जैसे चक्षु रोग से भी सम्बंधित है। कनाडा की एक गैर-सरकारी संस्था “अंडर द सेम सन” ने युसूफ मोहम्मद इस्माइल बारी-बारी (संयुक्त राष्ट्र में सोमालियन मिशन के एम्बेसडर) के साथ मिलकर अल्बिनिज्म से प्रभावित लोगों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रस्ताव को पारित करने का प्रयास किया। 13 जून, 2013 को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने अल्बिनिज्म पर पहले प्रस्ताव को पारित किया। 26 जून, 2014 को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने प्रस्ताव 26/10 के द्वारा ने 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय अल्बिनिज्म जागरूकता दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की। बाद में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 18 दिसम्बर, 2014 को प्रस्ताव 69/170 के द्वारा 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय अल्बिनिज्म जागरूकता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की।
महाराष्ट्र में कोविड रोगियों की संख्या एक लाख पार कर गई है। राज्य में मृतकों का आंकडा तीन हजार सात सौ सत्रह पर पहुंच गया।
भारतीय चिकित्सा पद्धति 'सिद्ध' कोविड-19 के मामले में उपयोगी पाई गई है। चेन्नई स्थित एक अस्पताल से कोरोना संक्रमित तीस लोगों का सिद्ध पद्धति से उपचार करने के बाद स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी गई। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. राधाकृष्णन ने बताया है कि इस बीमारी से निपटने में सिद्ध चिकित्सा पद्धति से काफी सहायता मिली।
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