बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने ‘संजीवन’ (Sanjivan) नाम से एक मोबाइल एप लॉन्च किया है, जो राज्य के आम नागरिकों को कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रबंधन से संबंधित नियमित अपडेट प्रदान करने के साथ-साथ COVID-19 परीक्षणों के लिये पंजीकरण करने में मदद करेगा। यह एप नागरिकों को निकटतम COVID-19 परीक्षण केंद्रों, COVID-19 देखभाल केंद्रों, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता, आदि का विवरण प्राप्त करने में भी मदद करेगा। इसके अलावा 'संजीवन' मोबाइल एप को ज़िलेवार आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों के साथ अपडेट किया जाएगा, वहीं इस एप के माध्यम से कोरोना वायरस से संबंधित आम जानकारी प्राप्त करने में भी मदद मिलेगी। ज्ञात हो कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग वर्तमान में निजी प्रयोगशालाओं के साथ सहयोग करके डोरस्टेप COVID-19 परीक्षण सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है। राज्य में निजी प्रयोगशालों में COVID-19 के परीक्षण की लागत को 2500 रुपए तक सीमित कर दिया गया है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के तहत एक स्वायत्त संस्थान ‘नैनो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान(INST)’ के वैज्ञानिकों ने ‘नॉनस्टेरोइडल एंटी-इन्फ्लेमेट्री ड्रग’ (NSAID) ‘एस्पिरिन’ (Aspirin) से नैनोरॉड (Nanorods) विकसित किये हैं। ‘एस्पिरिन’ दर्द, बुखार या सूजन को कम करने के लिये इस्तेमाल की जाने वाली एक लोकप्रिय दवा है और इसे मोतियाबिंद के खिलाफ एक प्रभावी गैर-आक्रामक छोटे अणु-आधारित नैनोथेराप्यूटिक्स (Nanotherapeutics) के रूप में पाया जाता है। मोतियाबिंद अंधापन का एक प्रमुख रूप है, यह तब होता है जब क्रिस्टलीय प्रोटीन की संरचना जो हमारी आँखों में लेंस का निर्माण करती है, खराब हो जाती है जिससे क्षतिग्रस्त या अव्यवस्थित प्रोटीन संगठित होकर एक नीली या भूरी परत बनाता है जो अंततः लेंस की पारदर्शिता को प्रभावित करता है। ‘नैनोरॉड’ (Nanorods) से संबंधित INST के वैज्ञानिकों के इस शोध को ‘जर्नल ऑफ मैटेरियल्स केमिस्ट्री बी’ (Journal of Materials Chemistry B) में प्रकाशित किया गया है जो किफायती एवं कम जटिल तरीके से मोतियाबिंद को रोकने में मदद कर सकता है।
यूनाइटेड किंगडम और भारत एंटी-माइक्रोबियल प्रतिरोध (एएमआर) से निपटने के लिए आठ मिलियन पाउंड की पांच नई परियोजनाओं के साथ अपने मौजूदा वैज्ञानिक अनुसंधान सहयोग को गहरा कर रहे हैं जिससे एंटीबायोटिक-प्रतिरोधी बैक्टीरिया और जीन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रगति हो सकती है।
इस वर्ष का आईपीएल 19 सितम्बर से दस नवम्बर तक संयुक्त अरब अमारात-यूएई में खेला जायेगा। आईपीएल संचालन परिषद की वर्चुअल बैठक में यह फैसला लिया गया। भारत में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए आईपीएल संचालन परिषद ने यह टूर्नामेंट यूएई में कराने का फैसला किया। आईपीएल के मैच दुबई, शारजाह और अबुधावी में खेले जायेंगे। लेकिन इससे पहले भारत सरकार की आवश्यक मंजूरी लेनी होगी।
मानसून के मौसम में अरावली वन क्षेत्र को हराभरा बनाने के लिए विभाग ड्रोन से एरियल सीडिंग का प्रयोग करेगा। वन विभाग पांच हेक्टेयर क्षेत्र में ड्रोन के माध्यम से सीड बॉल्स का छिड़काव करेगा। अरावली में कई ऐसे क्षेत्र हैं , जहां आसानी से पहुंच पाना संभव नहीं है। उन क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए ड्रोन का प्रयोग करते हुए अरावली की पहाड़ियों के अनुकूल स्थानीय प्रजातियों के पौधों के बीज डाले जाएंगे। पिछले वर्ष तत्कालीन पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने भी ड्रोन के माध्यम से अरावली में बीज डाले थे।
मध्य प्रदेश के शहरी विकास और आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह द्वारा 1 से 15 अगस्त तक चलाए जाने वाले जन जागरूकता अभियान “एक मास्क-अनेक जिंदगी” का शुभारंभ किया गया है। यह अभियान Covid-19 महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए मास्क पहनने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत एक मास्क बैंक की स्थापना की गई है, जहां लोग मास्क दान कर सकते हैं, जो बाद में में गरीब लोगों को फ्री में दिया जाएगा। नागरिक किसी भी जिले / शहरी निकाय में गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से मास्क दान कर सकते हैं। इसमें दान मास्क या धन के रूप में किया जा सकता है जिसका इस्तेमाल स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से मास्क सिलाई के लिए किया जाएगा। घोषणाओं, पोस्टरों और पर्चे के माध्यम से जागरूकता फैलाई जाएगी।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूली छात्रों के लिए वैकल्पिक शैक्षणिक कार्यक्रम जारी किया। शिक्षा मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के तहत एनसीईआरटी ने यह कार्यक्रम तैयार किया है। इसे छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों के लिए इस तरह से तैयार किया गया है ताकि वे कोविड महामारी की वजह से घर में रहते हुए भी शिक्षण कार्यक्रम से प्रभावी तरीके से जुड़ सकें।
सरकार ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलीजेंस नेटवर्क-- ई-विन ने कोविड-19 महामारी के दौर में लोगों को बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण की आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि ई-विन, टेक्नॉलोजी संबंधी एक नया समाधान है, जिससे देशभर में टीकाकरण की सप्लाई-चेन प्रणाली को सुदृढ़ करने में मदद मिली है। इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा लागू किया जा रहा है।इसका उद्देश्य टीकों के भंडार और उनकी उपलब्धता तथा भंडारण के लिए तापमान संबंधी जरूरतों के बारे में सूचना उपलब्ध कराना है। इस प्रणाली का उपयोग कोविड-19 महामारी के दौर में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के टीकों संबंधी सेवाओं की निरंतरता बनाए रखना भी है। ई-विन नेटवर्क का विस्तार 32 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में हो चुका है और बकाया राज्यों तथा केन्द्रशासित प्रदेश अंडमान निकोबार द्वीप समूह, चंडीगढ़, लद्दाख और सिक्किम में शीर्घ ही इसे बढ़ा दिया जायेगा।
भारतीय औषधि महानियंत्रक - डीसीजीआई ने पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ऑस्ट्रा जेनेका कोविड टीके- कोवीशील्ड के दूसरे और तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षण की अनुमति दे दी है। इससे देश में आम जनता के लिए कोविड का टीका जल्दी लाने में मदद मिलेगी।
केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पुलवामा जिले के पम्पोर इलाके में उगायी जाने वाली केसर बेहतरीन किस्म की मानी जाती है। हाल में केन्द्र सरकार ने कश्मीर घाटी में उगने वाली केसर के लिए जी.आई. यानी जियोग्रेफिकल इंडीकेशन पंजीयन प्रमाणपत्र जारी किया है। जी. आई. टैग मिल जाने के बाद निर्यात बाजार में कश्मीर की केसर का महत्व और बढ़ जायेगा और इससे किसान अपनी उपज के लिए बेहतर दाम भी हासिल कर सकेंगे।
केन्द्रशासित प्रदेश लद्दाख में बागबानी विकास गतिविधियों के केन्द्र में आ गई है। अब क्षेत्र की प्रमुख बागबानी फसल खुबानी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। लद्दाख प्रशासन ने खुबानी के उत्पादन, विपणन और इसके लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग तथा वित्तीय आवश्यकताओं के बारे में सुझावों के लिए विभिन्न अनुसंधान संस्थानों और विभागों के विशेषज्ञों की समिति बनाई थी। खुबानी की कई किस्म और प्रजातियां हैं। लद्दाख में खुबानी की विश्व स्तरीय प्रजाति रक्तसे कार्पो की खेती होती है, जिसे दुनिया में सबसे मीठी किस्म माना जाता है। लद्दाख के अलावा खुबानी की खेती हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में होती है।
वित्तीय समावेशन से जुड़ी सरकार की प्रमुख योजना प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत चालीस करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं। मोदी सरकार ने यह योजना लगभग छह साल पहले लागू की थी। वित्तीय सेवा विभाग के अनुसार इस योजना से चालीस करोड़ पांच लाख लाभार्थियों को जोड़ा गया है और जनधन बैंक खातों में 1.30 लाख करोड़ रुपये की राशि जमा है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रक्षाबंधन पर एलान किया कि आने वाले पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए 50 फीसद सीटें आरक्षित की जाएंगी। विस चुनाव से पहले भाजपा और जजपा ने अलग-अलग घोषणा पत्र जारी करते हुए महिलाओं की पंचायती राज सिस्टम में भागीदारी बढ़ाने का वादा किया था। प्रदेश में अगले साल पंचायत चुनाव होंगे। देश के 20 राज्य पहले ही पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दे चुके हैं। इनमें आंध्र प्रदेश, बिहार, पंजाब, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिसा, राजस्थान, तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य शामिल हैं।
जर्मनी को 2014 में विश्व कप खिताब दिलाने में मदद करने वाले डिफेंडर बेनेडिक्ट हावेड्स ने पारिवारिक कारणों से फुटबॉल से संन्यास ले लिया। 32 साल के हावेड्स ने पिछले महीने आपसी रजामंदी से लोकोमोटिव मॉस्को को छोड़ने का फैसला किया था जबकि कोरोना वायरस महामारी के कारण रूसी लीग को भी निलंबित कर दिया गया था।
हर साल अगस्त के पहले सप्ताह यानि 1 से लेकर 7 अगस्त के दौरान माताओं और शिशुओं के लिए स्तनपान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए को World Breastfeeding Week यानि विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है। विश्व स्तनपान सप्ताह 2020 का विषय “Support breastfeeding for a healthier planet” है। साल 1991 से WABA, WHO और UNICEF द्वारा वार्षिक सप्ताह रूप से इसका आयोजन किया जाता है।
हर साल श्रावणपपूर्णिमा के दिन को विश्व संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे रक्षा बंधन के रूप में भी जाना जाता है। इस साल यानि 2020 में इस दिन को 3 अगस्त 2020 को मनाया गया। यह दिन संस्कृत की प्राचीन भारतीय भाषा की याद में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इसके पुनरुद्धार और रखरखाव को बढ़ावा देना है। भारत सरकार ने वर्ष 1969 में रक्षा बंधन के अवसर पर विश्व संस्कृत दिवस मनाने का फैसला किया, जो कि हिंदू कैलेंडर अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा का दिन पड़ता है। इस भाषा को दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक माना जाता है। साथ ही, इस इसकी जड़ें कई भाषाओं हिंदी, गुजराती और बंगाली सहित संस्कृत में मिलती हैं।
ब्रिटेन, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायक महात्मा गांधी के सम्मान में एक सिक्का जारी करने पर विचार कर रहा है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया जा रहा है जब लगभग संपूर्ण विश्व अश्वेत, एशियाई और अन्य अल्पसंख्यक जातीय समुदायों के लोगों के योगदान को पहचानने पर नए सिरे से विचार-विमर्श कर रहा है। इस संबंध में सुझाव देते हुए ब्रिटेन के वित्तीय मंत्री और भारतीय मूल के राजनेता ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने रॉयल मिंट एडवाइजरी कमेटी (RMAC) को पत्र लिखते हुए कहा है कि ‘अश्वेत, एशियाई और अन्य अल्पसंख्यक जातीय समुदायों ने समाज के निर्णय में अतुलनीय योगदान दिया है और अब यह समय उनके योगदान को पहचान देने का है।’ रॉयल मिंट एडवाइजरी कमेटी (RMAC) एक स्वतंत्र समिति है, जो ब्रिटेन में सिक्कों के लिये थीम एवं डिज़ाइन संबंधी सलाह देती है। महात्मा गांधी का जन्म पोरबंदर की रियासत में 2 अक्तूबर, 1869 को हुआ था। 1893 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका रवाना हो गए और दक्षिण अफ्रीका के इस अध्याय ने उनके राजनीतिक जीवन को खासा प्रभावित किया। जीवनपर्यंत अहिंसा की वकालत करने वाले गांधी जी ने भारत की स्वतंत्रता के लिये भारत के संघर्ष में अहम भूमिका निभाई थी। उल्लेखनीय है कि 2 अक्तूबर यानी गांधी जयंती को अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतीय की आज़ादी के कुछ ही महीनों बाद 30 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई। ब्रिटेन सरकार की यह पहल वैश्विक स्तर पर महात्मा गांधी के विचार को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
02 अगस्त, 2020 को उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने भारत के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के डिज़ाइनर पिंगाली वेंकैया (Pingali Venkayya) को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। पिंगाली वेंकैया का जन्म 2 अगस्त, 1876 को वर्तमान आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा भटाला पेनमरू और मछलीपट्टनम से ही प्राप्त की। एक गांधीवादी विचारक होने के साथ-साथ वे एक भूविज्ञानी, लेखक और भाषाविद भी थे, भाषा पर उनकी पकड़ इतनी अच्छी थी कि उन्होंने वर्ष 1913 में जापानी भाषा में एक संपूर्ण भाषण तक दिया था। पिंगाली वेंकैया ने 19 वर्ष की उम्र में अफ्रीका में एंग्लो-बोआर युद्ध के दौरान ब्रिटिश सेना में एक सैनिक के तौर पर कार्य किया और इसी दौरान वे महात्मा गांधी से मिले और उनके विचार से काफी प्रभावित हुए। वर्ष 1916 में उन्होंने एक पुस्तक प्रकाशित की जिसमें भारतीय ध्वज को बनाने के लिये तीस डिज़ाइन प्रस्तुत किये गए थे। वर्ष 1918 और 1921 के बीच पिंगाली वेंकैया ने काॅन्ग्रेस के लगभग सभी सत्रों में भारत के स्वयं के ध्वज के विचार को आगे बढ़ाया। वर्ष 1931 में काॅन्ग्रेस ने कराची के सम्मेलन में पिंगाली वेंकैया द्वारा डिज़ाइन किया गया केसरिया, सफेद और हरे रंग से बना राष्ट्रीय ध्वज सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया, जिसमें केंद्र में गांधी जी का चरखा भी था।
भारतीय दवा उद्योग के जनक आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय की जयंती बांग्लादेश में धूमधाम से मनाई गई। राय का जन्म दो अगस्त, 1861 को बंगाल (अब बांग्लादेश) के खुल्ना जिले के ररूली-कटिपाड़ा गांव में हुआ था। इस मौके पर लोगों ने उनके योगदान को याद किया। शुरुआती शिक्षा कोलकाता में पूरी करने के बाद राय ने आगे की पढ़ाई इंग्लैंड में की थी। 1901 में उन्होंने बंगाल केमिकल्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड की नींव रखी थी।
भारत ने कोविड-19 महामारी के कारण तैयारी की कमी और यात्र की अनिश्चतताओं के कारण 15 से 20 दिसंबर तक मलेशिया में होने वाली महिला विश्व टीम स्क्वॉश चैंपियनशिप से हटने का फैसला किया।
प्रसिद्ध लेखक और वृत्तचित्र फिल्म निर्माता सा. कंदासामी का 81 वर्ष की आयु में चेन्नई, तमिलनाडु में निधन हो गया। उनका जन्म 1940, मयिलादुथुराई जिले, तमिलनाडु में हुआ था। उन्होंने अपने उपन्यास Visaranai Commission के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार जीता। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1968 में अपने उपन्यास, Chayavanam / Sayavanam के प्रकाशन के साथ की, जिसे बाद में नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा आधुनिक भारतीय साहित्य में एक उत्कृष्ट कृति के रूप में सूचीबद्ध किया गया।
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