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त्रि-सेवा सम्मेलन 'परिवर्तन चिंतन' का 08 अप्रैल 2024 नई दिल्ली में आयोजन किया गया। सशस्त्र बलों में संयुक्तता और एकीकरण को आगे बढ़ाने तथा नए एवं ताजा विचारों, पहलों और सुधारों का सृजन करने के लिए 'चिंतन' को एक विचार-मंथन और इंक्यूबेशन चर्चा के रूप में आयोजित किया गया है। संयुक्तता और एकीकरण संयुक्त ढांचे में बदलाव की आधारशिला हैं, जिन्हें भारतीय सशस्त्र बल "भविष्य के लिए तैयार" होने के आशय से आगे बढ़ा रहे हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सशस्त्र बलों के लिए एक संयुक्त संस्कृति विकसित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए 'चिंतन' की शुरुआत की। यह प्रत्येक सेना की विशिष्टता का सम्मान करते हुए पारंपरिक अवधारणाओं को नया दृष्टिकोण देने के लिए तीनों सेनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करता है।
अप्रैल 2024 के प्रथम सप्ताह में एनर्जी कार्गो ट्रैकर ‘वोर्टेक्सा’ ने अपनी रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन समुद्री मार्गों के माध्यम से रूसी कच्चे तेल के प्राथमिक आयातक के रूप में भारत से आगे निकल गया है। मार्च 2024 में, चीन ने समुद्र के रास्ते 1.82 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) रूसी कच्चे तेल का आयात किया। यह भारत के 1.36 मिलियन बीपीडी से अधिक था। इसके अतिरिक्त, चीन पाइपलाइनों के माध्यम से भी रूसी तेल प्राप्त करता है। भारत लगभग अठारह महीनों तक समुद्री रूसी कच्चे तेल का प्रमुख आयातक रहा था। चीन का फरवरी में 1.3 मिलियन बीपीडी का आयात किया जो कि भारत के 1.27 मिलियन बीपीडी से थोड़ा अधिक था। जबकि मार्च 2024 में यह अंतर काफी बढ़ गया।
विदेश मंत्रालय ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में कलादान नदी पर स्थित सितवे बंदरगाह के पूरे संचालन को संभालने के इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल (आईपीजीएल) के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस प्रकार, म्यांमार का सितवे बंदरगाह ईरान के शाहिद बेहस्थी बंदरगाह, चाबहार के बाद इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड के नियंत्रण में आने वाला दूसरा अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह बन गया है। हालाँकि, चाबहार बंदरगाह के विपरीत, जहाँ भारत केवल दो टर्मिनलों को नियंत्रित करता है, सितवे बंदरगाह पर भारत का पूर्ण नियंत्रण होगा। हाल ही में स्वीकृत सौदे के तहत ,भारत को बंदरगाह का दीर्घकालिक पट्टा मिला है, जिसे हर तीन साल में नवीनीकृत किया जाएगा। आईपीजीएल बंदरगाह को और विकसित करने के लिए संसाधन जुटाएगा। इंडिया पोर्ट्स ग्लोबल लिमिटेड, सागरमाला डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी है, जो केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन है।
भारत और पेरू व्यापार समझौते के लिए सातवें दौर की बातचीत नई दिल्ली में की जा रही है। इस समझौते का उद्देश्य वस्तुओं पर सीमा शुल्क को कम या समाप्त करके सेवाओं और व्यापार को बढ़ावा देकर द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को मजबूत करना है। वार्ता 2017 में शुरू हुई लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे रोकना पड़ा। अक्टूबर 2023 में वर्चुअल रूप से बातचीत फिर से शुरू हुई। राजदूत जेवियर पॉलिनिच के नेतृत्व में पेरू के प्रतिनिधिमंडल में लगभग 17 वार्ताकार, भारत में पेरू के राजदूत, एशिया, ओशिनिया और अफ्रीका व्यापार के निदेशक और वाणिज्य और पर्यटन मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हैं। भारत सरकार को उम्मीद है कि इस पहल से दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होंगे और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। हालाँकि, भारत के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों में से एक सोने पर शुल्क रियायतें हैं, जो पेरू से इसके आयात का 80% हिस्सा है।
भारतीय मूल की तंत्रिका विशेषज्ञ (न्यूरोलॉजिस्ट) डॉ. अश्विनी केशवन को ब्रिटेन के विश्व स्तरीय शोध दल में शामिल किया गया है। इस दल को रक्त की जांच के जरिए डिमेंशिया रोग का पता लगाने की दिशा में शोध करने और इस दिशा में अधिक साक्ष्य एकत्र करने का काम सौंपा गया है। इस शोध दल के नतीजे का आने वाले पाँच वर्षों में और व्यापक तरीके से इस्तेमाल किया जा सकेगा। डिमेंशिया (मनोभ्रम) से प्रभावित लोगों की यादाश्त कमजोर हो जाती है।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने अपनी शैक्षणिक सामग्री के कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर चेतावनी जारी की है। चेतावनी में कहा गया है कि यदि कोई भी व्यक्ति या संस्थान कॉपीराइट अनुमति के बिना एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों की सामग्री का व्यावसायिक उपयोग के लिए प्रकाशन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एनसीईआरटी ने लोगों से ऐसी पाठ्यपुस्तकों या कार्यपुस्तिकाओं का उपयोग न करने का आग्रह किया है और कहा है कि उनमें दी गई सामग्री तथ्यात्मक रूप से गलत हो सकती है। यह भी सलाह दी गई है कि यदि किसी व्यक्ति को ऐसी पायरेटेड पाठ्यपुस्तकें या कार्यपुस्तिकाएं मिलती हैं, तो एनसीईआरटी को ईमेल pd.ncert@nic.in के माध्यम से इस विषय में तुरंत सूचित करें।
वैज्ञानिकों द्वारा हाल ही में एक अविश्वसनीय रहस्य की खोज की गई है यह रहस्य पृथ्वी की परत के नीचे छिपा एक विशाल महासागर है। यह भूमिगत जलाशय, पृथ्वी की सतह से 700 किलोमीटर नीचे रिंगवुडाइट नामक चट्टान में स्थित है। ऐसा माना जाता है कि यह जलाशय पृथ्वी की सतह के सभी महासागरों के कुल आयतन का तीन गुना है। यह खोज संयुक्त राज्य के 2000 भूकंपमापी नेटवर्क का उपयोग करके की गई है। इन उपकरणों ने 500 से अधिक भूकंपों से उत्पन्न भूकंपीय तरंगों का पता लगाया, जो पृथ्वी के कोर में नम चट्टान के साथ संपर्क में आने के बाद धीमी हो गईं, जो इस विशाल जल भंडार की उपस्थिति का संकेत देती हैं। निष्कर्षों को 2014 के एक वैज्ञानिक पेपर में व्याख्यायित किया गया था जिसका शीर्षक है 'निचले मेंटल के शीर्ष पर निर्जलीकरण पिघलना'।
अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और फिलीपींस 7 अप्रैल 2024 को दक्षिण चीन सागर में शक्ति प्रदर्शित करने के लिए अपने पहले संयुक्त नौसैनिक अभ्यास का शुभारंभ किये। दक्षिण चीन सागर में चीन की आक्रामक कार्रवाइयों से उत्पन्न खतरे के बीच होने जा रहे संयुक्त अभ्यास में पनडुब्बी रोधी युद्ध प्रशिक्षण अभ्यास भी शामिल रहेगा।
रिजर्व बैंक ने कहा है कि वर्तमान में देश में लगभग 50 लाख उपभोक्ता सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी – सी बी डी सी का उपयोग कर रहे हैं। इनमें से 46 लाख खुदरा ग्राहक हैं जबकि 4 लाख व्यापारी हैं। संचयी आधार पर सीबीडीसी से दो करोड़ 20 लाख का लेनदेन हुआ है। रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी0 रबी शंकर ने कहा है कि सीबीडीसी के ऑफ़लाइन उपयोग के लिए परीक्षण चल रहा है। यह परीक्षण आज से शुरू हुआ है। इसके तहत एक किसान को सीबीडीसी के रूप में निश्चित राशि भेजी गई है जिसका उपयोग वह केवल कृषि संबंधित उत्पादों की खरीद के लिए कर सकता है।
दिग्गज टेक कंपनी विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) थियरी डेलपोर्ट (Thierry Delaporte) ने 6 अप्रैल 2024 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। थिएरी डेलापोर्टे के विप्रो से इस्तीफे के बाद कंपनी ने तुरंत प्रभाव से श्रीनिवास पल्लिया को कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में की नियुक्ति की घोषणा की है। इस सन्दर्भ में कंपनी की फाइलिंग में जानकारी दी गई थी। इसके अनुसार 31 मई 2024 को थिएरी डेलापोर्टे को कंपनी से रिलीव कर दिया जाएगा।
गेल (इंडिया) लिमिटेड को बरौनी-गुवाहाटी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना (बीजीपीएल) में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए ‘सर्वश्रेष्ठ निर्माण परियोजनाओं के लिए उपलब्धि पुरस्कार’ श्रेणी में प्रतिष्ठित 15वें सीआईडीसी विश्वकर्मा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह परियोजना, जगदीशपुर-हल्दिया और बोकारो-धामरा पाइपलाइन परियोजना का एक अभिन्न अंग है, जो पहली बार उत्तर-पूर्व भारत को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़कर एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
सागर कवच 01/24 नामक दो दिवसीय तटीय सुरक्षा अभ्यास 1-2 अप्रैल, 2024 तक लक्षद्वीप द्वीप समूह में आयोजित किया गया था। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक बल, समुद्री पुलिस, मत्स्य पालन, सीमा शुल्क और अन्य सुरक्षा एजेंसियों सहित सभी समुद्री सुरक्षा एजेंसियों की भागीदारी शामिल थी। अभ्यास का प्राथमिक उद्देश्य समुद्र से उत्पन्न होने वाले असममित खतरों से निपटने में तटीय सुरक्षा तंत्र की प्रभावशीलता को मान्य करना था। इस अभ्यास में विभिन्न तटीय सुरक्षा हितधारकों के बीच बढ़ी हुई तैयारी, प्रतिक्रिया तंत्र, निगरानी क्षमता और समन्वय देखा गया।
ब्रिटिश नागरिक रस कुक, जिन्हें "हार्डेस्ट गीजर" के नाम से भी जाना जाता है, ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि सफलतापूर्वक हासिल कर ली है जिसे पूरा करने में उन्हें 352 दिन से अधिक का समय लगा। उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान 10,000 मील से अधिक की दूरी तय की, 16 देशों की यात्रा की और दान के रूप में धन इकट्ठा करते हुए 19 मिलियन से अधिक कदम चले। कुक, 22 अप्रैल, 2023 को दक्षिण अफ्रीका के सबसे दक्षिणी बिंदु पर चले गए, जहां उन्हें वीज़ा समस्याओं, स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं और एक सशस्त्र डकैती का सामना करना पड़ा, लेकिन फिर भी वे डटे रहे। अब उनका मानना है कि वह पूरे अफ़्रीका में दौड़ने वाले पहले व्यक्ति हैं। वह ट्यूनीशिया के सबसे उत्तरी बिंदु रास एंजेला पहुंचे, और जो लोग उनसे मिलने आए थे, उन्होंने जयघोष और तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। ट्यूनीशिया के बिजेरटे में एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी उपलब्धि दूसरों को भी इस तरह की यात्रा को अपनाने के लिए प्रेरित करेगी।
रेड बुल के मैक्स वेरस्टैपेन ने 7 अप्रैल 2024 को सुजुका सर्किट में आयोजित जापानी फॉर्मूला वन (एफ1) ग्रैंड प्रिक्स 2024 में जीत हासिल की। इस प्रतियोगिता में डच नागरिक मैक्स वेरस्टैपेन ने अपने साथी रेड बुल के सर्जियो पेरेज़ को पराजित किया। ऑस्ट्रेलियाई ग्रैंड प्रिक्स विजेता कार्लोस सैन्ज़ तीसरे स्थान पर रहे। मैक्स वेरस्टैपेन की 2024 सीज़न की चार रेसों में से मैक्स वेरस्टैपेन की यह तीसरी जीत है। 2024 में कुल 24 रेस आयोजित की जाएंगी। मैक्स वेरस्टैपेन ने एफ़ 1 रेसिंग सर्किट पर अपना दबदबा बना लिया है। वह 2021, 2022 और 2023 के वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुके हैं।
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