मुहावरे
प्रश्न 11 मुहावरे का युक्तियुक्त अर्थ नहीं है-
(अ) छठी का राजा - कठिन परिश्रम करने वाला
(ब) पेंदे के बल बैठना - पराभव मानना
(स) छाती उमड़ आना - प्रेम या करूणा से गद्गद् होना
(द) चादर से बाहर पैर फैलाना - मर्यादा का उल्लंघन करना
प्रश्न 12 लोकोक्ति का युक्तियुक्त अर्थ है-
(अ) रूपया तो शेख नहीं तो जुलाहा - रूपये से रूपया पैदा होता है।
(ब) घर के ही मर्द हैं - डरपोक आदमी
(स) छूटा बाज न आवे हाथ - लाभकर वस्तु कुरूप भी हो तो अच्छी है।
(द) कन-कन जोड़े मन जुड़े-बिना परिश्रम मनोकामना सिद्ध हो जाती है।
प्रश्न 13 ‘खेह खाना’ मुहावरे का अर्थ है -
(अ) खाने का लालची होना
(ब) आसान समझना
(स) बुरी दशा में रहना
(द) अनुभवी, चालाक होना
प्रश्न 14 ‘गले के नीचे उतरना’ मुहावरे का अर्थ है -
(अ) पचाना
(ब) खो जाना
(स) हजम करना
(द) समझ में आना
प्रश्न 15 ‘कुछ न कुछ बुराई सब जगह होती है’ अभिप्राय की वाचक लोकोक्ति है -
(अ) कड़ाई से गिरा चूल्हे में पड़ा
(ब) करम से बलिया, पकाई खीर हो गया दलिया
(स) काबुल में क्या गधे नहीं होते
(द) दान की बछिया के दांत नहीं देखे जाते
प्रश्न 16 ‘बालू से तेल निकालना’ मुहावरे का अर्थ है -
(अ) शीघ्र नष्ट होने वाली वस्तु
(ब) असंभव काम करना
(स) पूर्णतः स्वस्थ होना
(द) बहुत साधन संपन्न होना
प्रश्न 17 ‘नानी कुंआरी मर गयी नवासे के नौ नौ व्याह’ लोकोक्ति का अर्थ है -
(अ) व्यर्थ शेखी बधारने वाला।
(ब) एक आदमी अपराध करे और दूसरा दंड भुगते।
(स) अधिक जानने वाले को उपदेश देने वाला।
(द) दूसरों की सम्पत्ति से लाभ उठाने वाला।
प्रश्न 18 ‘काम बिगड़ जाने के बाद पश्चात्ताप करना व्यर्थ है’ हेतु उपयुक्त लोकोक्ति है -
(अ) का वर्षा जब कृषि सुखाने
(ब) एक पापी सारी नाव डुबोता है
(स) नाहि विष बेल अमिय फल पूरही
(द) अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत
प्रश्न 19 ‘बांछे खिलना’ से आशय है -
(अ) फसल में फलियां आ जाना
(ब) अत्यन्त प्रसन्न होना
(स) काम पूरा हो जाना
(द) खिलखिलाकर हँसना
प्रश्न 20 ‘अरहर की टट्टी गुजराती ताला’ लोकोक्ति का उपयुक्त अर्थ है -
(अ) कम मूल्यवाल वस्तु की सुरक्षा हेतु अधिक खर्च करना
(ब) गरीब होने पर भी धनवान होने का दिखावा करना
(स) बिना सोचे समझे काम करना
(द) सामान्य चीज को भी अच्छा सजाना
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