भारतीय चित्रकला
प्रश्न 1 प्रसिद्ध चित्रकार राजा रवि वर्मा त्रावणकोर के थे, ये वर्तमान समय में किस राज्य के अंतर्गत आता है -
(अ) कर्नाटक
(ब) केरल
(स) बिहार
(द) राजस्थान
प्रश्न 2 मंजूषा पेंटिंग का संबंध निम्नलिखित में से किस राज्य से है -
(अ) बिहार
(ब) राजस्थान
(स) गुजरात
(द) पंजाब
प्रश्न 3 पट्टाचित्र कला किस राज्य की लोक चित्रकला है -
(अ) आंध्र प्रदेश
(ब) बिहार
(स) गुजरात
(द) ओडिशा
व्याख्या :
पट्टाचित्र कला ओडिशा की लोक चित्रकला है। इसमें भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़े दृश्य हैं। मधुबनी, बिहार की लोक चित्रकला है। वारली कला, महाराष्ट्र की लोक चित्रकला है। कलमकारी पेंटिंग, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना से है, लेकिन वे लोक चित्र नहीं हैं।
प्रश्न 4 पट्टचित्र का संबंध निम्नलिखित में से किस राज्य से है, जो कपड़े की पट्टी पर की जाने वाली चित्रकारी की पारंपरिक शैली का प्राचीनतम और सबसे लोकप्रिय कला रूप है-
(अ) राजस्थान
(ब) ओडिशा
(स) नागालैंड
(द) सिक्किम
प्रश्न 5 प्रसिद्ध चित्र ‘लास्ट सपर’ किसे द्वारा बनाई गई थी -
(अ) लियोनार्डो-दा-विंसी
(ब) पाब्लो पिकासो
(स) क्लाउड मोनेट
(द) मिषेल एंजेलो
प्रश्न 6 भारत में शैल चित्रों की खोज प्रथमतः किसके द्वारा की गई थी -
(अ) वी. एस. वाकणकर
(ब) यशोधर मठपाल
(स) इरविन न्यूमेयर
(द) ए. सी. एल. कार्लाइल
प्रश्न 7 जादो पटिया, भारत की एक प्राचीन चित्रकला शैली है। इस कला में हमें महाभारत और रामायण जैसे महान धार्मिक ग्रंथों से जुड़े पात्रों का एक गहरा वर्णन देखने के लिए मिलता है। यह किस राज्य से संबंधित है -
(अ) महाराष्ट्र
(ब) गुजरात
(स) झारखंड
(द) कर्नाटक
व्याख्या :
जादो पटिया झारखंड की एक लोक चित्रकला शैली है। यह संताल जनजाति द्वारा बनाई जाती है। झारखंड की ‘जादो पटिया’ चित्रकला शैली पश्चिम बंगाल की ‘पटुआ कला’ से मिलती-जुलती है। इसमें पटों की लंबाई 6 से 10 फीट तक होती है। इसमें पत्तों के रस, नील, और हल्दी जैसे प्राकृतिक संसाधनों से निर्मित रंगों का इस्तेमाल करते हुए, विषयों का क्रमवार चित्रण किया जाता है।
प्रश्न 8 ‘मंजूषा’ एक चित्रकला है, जिसमें बिहुला और विषहरी से जुड़ी लोक कथाओं का वर्णन किया जाता है। यह किस राज्य से संबंधित है -
(अ) महाराष्ट्र
(ब) गुजरात
(स) बिहार
(द) कर्नाटक
व्याख्या :
मंजूषा कला बिहार के भागलपुर की एक प्राचीन और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण कला है। यह बिहुला और विषहरी की लोककथाओं पर आधारित है, जो भागलपुर के सबसे लोकप्रिय लोककथाओं में से एक है।
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