प्रमुख राजनीतिक दल
प्रश्न 11 राजनीतिक दलों की स्थापना के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा युग्म गलत है -
(अ) बहुजन समाज पार्टी : 1985
(ब) राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी : 1999
(स) नेशनल पीपल्स पार्टी : 2013
(द) आल इंडिया तृणमूल काँग्रेस : 1998
प्रश्न 12 सूची-I को सूची- 16 से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूटों की सहायता से सही उत्तर चुनिए:
कूट : A B C D सूची-I सूची -II A. कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी (i) दीनदयाल उपाध्याय B. भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (ii) ए. के. गोपालन C. भारतीय जनसंघ (iii) आचार्य नरेन्द्र देव D. स्वतंत्र पार्टी (iv) सी. राजगोपालाचारी
(अ) i ii iii iv
(ब) iv iii ii i
(स) iv ii iii i
(द) iii ii i iv
प्रश्न 13 किस लोकसभा में सबसे कम महिलायें निर्वाचित हुई -
(अ) पहली
(ब) पाँचवीं
(स) तीसरी
(द) छठी
प्रश्न 14 पंचायती राज संस्था में अनुसूचित जाति के लिये सीटों पर आरक्षण की व्यवस्था किस राज्य में नहीं है -
(अ) मणिपुर
(ब) अरुणाचल प्रदेश
(स) असम
(द) त्रिपुरा
प्रश्न 15 भारत के प्रथम लोक सभा चुनाव में कितने राष्ट्रीय दलों ने भाग लिया -
(अ) 11
(ब) 12
(स) 14
(द) 13
प्रश्न 16 एक दल प्रणाली का गुण नहीं है-
(अ) अनुशासन
(ब) उत्तरदायी शासन
(स) सुदृढ शासन
(द) आर्थिक विकास में सहायक
प्रश्न 17 निम्र में से कौनसा उद्देश्य राजनीतिक दल का नहीं है?
(अ) लोकमत का निर्माण
(ब) सत्ता प्राप्त करने की इच्छा
(स) लोगों का आध्यात्मिक विकास करना
(द) सरकार की आलोचना करना
प्रश्न 18 राजनीतिक दलों का निर्माण सामान्यतः किस आधार पर होता हैं -
(अ) आर्थिक विचारों के आधार पर
(ब) मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर
(स) राजनीतिक संस्कारों के आधार पर
(द) उपर्युक्त सभी
व्याख्या :
राजनीतिक दलों का निर्माण मनोवैज्ञानिक आधार पर होता है, जो मानव स्वभाव में निहित प्रवृत्तियों पर आधारित होता है। इन प्रवृत्तियों में मतैक्य और संगठन शामिल हैं। समान स्वभाव और मूल्यों वाले लोग एक साथ आकर राजनीतिक दल बनाते हैं और उन मूल्यों को बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
प्रश्न 19 निम्नलिखित में भारतीय दलीय व्यवस्था का दोष हैं:
(अ) नेतृत्व का संकट
(ब) प्रभावी संगठन का अभाव
(स) जातिवाद और सांप्रदायिकता
(द) उपर्युक्त तीनों
व्याख्या :
भारत में वर्तमान में राजनीतिक दलों के समक्ष नेतृत्व का संकट भी बना हुआ है। अधिकांश राजनीतिक दलों के पास ऐसा नेतृत्व नहीं है, जिसका अपना ऊँचा राजनीतिक कद हो। भारतीय राजनीतिक दलों में प्रभावी संगठन का अभाव है। राजनीतिक दलों में अंतःदलीय लोकतंत्र की कमी ने उन्हें संकीर्ण, निरंकुश संरचनाओं में बदल दिया है। यह नागरिकों के समान राजनीतिक अधिकारों को प्रभावित करता है, जिसमें राजनीति में भाग लेना और चुनाव लड़ना शामिल है। जातिवाद और सांप्रदायिकता भारतीय दलीय व्यवस्था के दोष हैं। जातिवाद के कारण समाज में असमानता, एकाधिकार और विद्वेष उत्पन्न हो जाते हैं।
प्रश्न 20 भारत में दलीय व्यवस्था की विशेषताएँ कौन-कौन सी हैं:
(अ) निर्दलीय सदस्यों की मौजूदगी
(ब) व्यक्तित्व का महत्व
(स) बहुदलीय प्रणाली
(द) उक्त तीनों
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