राजस्थानी साहित्य
प्रश्न 1 सूची I के साथ सूची II को सुमेलित कीजिए :
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिएसूची I (पुस्तक / कृति) सूची II (लेखक) a. भरतेश्वर बाहुबली रास I. भट्ट सदाशिव b. पृथ्वीराज रासो II. गोपीनाथ c. राज विनोद III. चन्द्र बरदाई d. ग्रंथराज IV. शालीभद्र सूरी
(अ) a-I, b-IV, c-III, d-II
(ब) a-IV, b-I, c-III, d-II
(स) a-III, b-II, c-I, d-IV
(द) a-IV, b-III, c-I, d-II
व्याख्या :
पुस्तक / कृति | लेखक |
---|---|
भरतेश्वर बाहुबली रास | शालीभद्र सूरी |
पृथ्वीराज रासो | चन्द्र बरदाई |
राज विनोद | भट्ट सदाशिव |
ग्रंथराज | गोपीनाथ |
प्रश्न 2 सूची I के साथ सूची II का मिलान कीजिए:
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:सूची I (पुस्तकें) सूची II (लेखक) a. जख्म के चारों ओर I. वीर भान b. गुणभाषा II. शिवचन्द्र भारतीय c. राज रूपक III. हेम कवि d. कनक सुन्दर, केसर विलाल IV. मणि मधुकर
(अ) a-IV, b-III, c-I,d-II
(ब) a-IV, b-II, c-I, d-III
(स) a-IV, b-I, c-III, d-II
(द) a-III, b-I, c-II, d-IV
व्याख्या :
जख्म के चारों ओर | मणि मधुकर |
---|---|
गुण भाषा | हेमकवि |
राजरूपक कवि | वीरभाण |
कनक सुंदरी | शिवचन्द्र भारतीय |
प्रश्न 3 राजस्थानी साहित्य में “परची”/“परिचयी” व्यंजित करता है -
(अ) संतों का जीवन चरित
(ब) शासकों के वीरतापूर्ण कृत्यों का वृत्तान्त
(स) शासकों की वंशावली
(द) यात्रा वृत्तान्त
व्याख्या :
राजस्थानी साहित्य में “परची”/“परिचयी” का अर्थ संतों का जीवन चरित से है।
प्रश्न 4 ‘रागकल्पद्रुम’ के लेखक कौन हैं -
(अ) भावभट्ट
(ब) कृष्णानन्द व्यास
(स) पुण्डरीक विट्ठल
(द) हम्मीर
व्याख्या :
संगीत से जुड़ी किताब राग कल्पद्रुम के लेखक कृष्णानंद व्यास हैं। कृष्णानंद व्यास मेवाड़ के रहने वाले थे।
प्रश्न 5 रणमल्ल छंद के रचयिता थे -
(अ) श्रीधर व्यास
(ब) बीठू सूजा
(स) माधोदास
(द) केशवदास
व्याख्या :
रणमल छंद की रचना श्रीधर व्यास ने की थी। रणमल छंद वीर काव्य हैं।
प्रश्न 6 निम्नलिखित में से क्या अम्बिकादत्त व्यास द्वारा लिखित नहीं हैं -
(अ) बिहारी - बिहार
(ब) पवन - पचासा
(स) ललिता
(द) विजयपाल - रासो
व्याख्या :
भारतेंदु हरीशचंद्र के समसामयिक हिंदी सेवियों में अंबिकादत्त व्यास प्रसिद्ध हैं। इनके कवि-रूप की सबसे बड़ी देन इनका 'बिहारी-बिहार' (सन् 1898 ई.) नामक ग्रंथ है। पहली कृति ‘ललिता’ (नाटिका) 1884 ई. ब्रजभाषा में है। 'पावस-पचासा' नामक पुस्तक भी इन्हीं के द्वारा लिखित हैं।
प्रश्न 7 कुवलयमाला नामक कथा संग्रह में कितनी देशी भाषाओं के नाम का उल्लेख हुआ है -
(अ) 18
(ब) 17
(स) 16
(द) 15
व्याख्या :
कुवलयमाला में राजस्थान की 18 भाषाओं का उल्लेख मिलता है। उद्योतन सूरी जैन साहित्य कुवलयमाला के रचयिता हैं।
प्रश्न 8 अधोलिखित को सुमेलित कीजिए :
सही कूट का चुनाव कीजिए :लेखक ग्रंथ I. श्रीधर A. रणमल्ल छंद II. नरपति नाल्ह B. विजयपाल रासो III. नल्ल सिंह C. बीसलदेव रासो IV. बादर D. वीरमायण
I II III IV
(अ) A B C D
(ब) D B C A
(स) A C B D
(द) D C B A
व्याख्या :
बीसलदेव रासौ - नरपति नाल्ह
रणमल्ल छंद - श्रीधर व्यास
वीरमायण- बादर ढाढ़ी
विजयपाल रासौ- नल्ल
प्रश्न 9 सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिये और सूचियों के नीचे किये गये कूट का प्रयोग करके सही उत्तर को चुनिये :
कूट : (a) (b) (c) (d)सूची-I (पुस्तकें) सूची-II (लेखक) (a) हम्मीरायण (i) चारण शिवदास (b) रणमल रौ छन्द (ii) बीठू सूजा (c) अचलदास खींची री वचनिका (iii) पद्मनाभ (d) राव जैतसी रौ छन्द (iv) श्रीधर व्यास
(अ) (iii) (iv) (i) (ii)
(ब) (i) (ii) (iii) (iv)
(स) (ii) (iii) (iv) (i)
(द) (iv) (i) (iii) (ii)
व्याख्या :
कवि पद्मनाभ द्वारा रचित हम्मीरायण ग्रंथ में जालोर रियासत के शासकों का वर्णन किया गया है।
रणमल छंद की रचना श्रीधर व्यास ने की थी। रणमल छंद वीर काव्य हैं।
अचलदास खींची री वचनिका चारण कवि शिवदास गाडण द्वारा रचित एक ऐतिहासिक कृति है। इसकी कृति की रचना डिंगल भाषा में की गई है।
राव जैतसी रो छंद एक ऐतिहासिक कृति है, जिसकी रचना बिठू सूजा ने की थी।डिंगल (राजस्थानी) भाषा में यह ग्रंथ मुगल सम्राट बाबर के पुत्र शाहजादा कामरान के आक्रमण और बीकानेर के शासक राव जैतसी द्वारा पराजित होने का एक महत्वपूर्ण विवरण देता है।
प्रश्न 10 निम्न में से कौन सी रचना कान्हड़ देव और अलाउद्दीन खिलजी के आपसी संबंधों की जानकारी देती है -
(अ) सुर्जन चरित्र
(ब) वीरमदेव सोनगरा री बात
(स) पद्मावत
(द) एकलिंग महात्मय
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