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केन्द्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्री भगवंत खुबा के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने नीदरलैंड के हेग में आयोजित दूसरे विश्व स्थानीय उत्पादन मंच (डब्ल्यूएलपीएफ) में भाग लिया। यह बैठक 6 से 8 नवंबर 2023 तक आयोजित की जा रही है। दवाओं और अन्य स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों तक पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से डब्ल्यूएचओ की पहल पर विश्व स्थानीय उत्पादन प्लेटफॉर्म का गठन किया गया है। अपनी यात्रा के दौरान श्री खुबा ने सूरीनाम के जन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अमर एन. रामाधीन से भी मुलाकात की और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल पर चर्चा की। उन्होंने श्रीगंधा हॉलैंड कन्नड़ बालागा द्वारा आयोजित कन्नड़ राज्योत्सव 2023 समारोह में भाग लेने के लिए आइंडहोवन का भी दौरा किया।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के सचिव श्री एस कृष्णन ने देश भर में तकनीकी स्टार्टअप की सफलता में सहायता करने और उसमें तेजी लाने के लिए लीप अहेड शिखर सम्मेलन में लीप अहेड पहल शुरू की, जो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) और द इंडस एंटरप्रेन्योर्स (टीआईई) दिल्ली-एनसीआर का संयुक्त सहयोग है। यह पहल उन तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए गेम-चेंजर साबित होगी जो बड़े स्तर पर आगे बढ़ने और विकास के चरण में हैं या फिर उत्पाद विविधीकरण या नए भौगोलिक स्थानों में विस्तार की योजना बना रहे हैं। वे एक करोड़ रुपये तक की फंडिंग सहायता और तीन महीने के समग्र संरक्षण कार्यक्रम के माध्यम से लाभान्वित हो सकते हैं। इसमें आभासी और व्यक्तिगत सत्र चलाए जाते हैं ताकि अच्छी तरह से सीखने का अनुभव हासिल हो सके। इसके अलावा, यह पहल अनुभवी निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के साथ एकैक मार्गदर्शन सत्र के माध्यम से स्टार्ट-अप को एक व्यापक नेटवर्क और व्यक्तिगत मार्गदर्शन तक पहुंच प्रदान करेगी।
केंद्रीय केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि पूर्व के शिक्षित बेरोजगारों के लिए हम आई-पीएचडी डिग्री की शुरुआत कर रहे हैं। इसके साथ ही शिक्षित रोजगार योग्य विज्ञान उद्यमियों के युग में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। यह पीएचडी डिग्री उद्योग से संबद्ध होगी। डॉ. जितेंद्र सिंह ने नई दिल्ली में वैज्ञानिक और नवोन्मेषी अनुसंधान अकादमी (एसीएसआईआर) के 7वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह अकादमी एक अद्वितीय शैक्षणिक मंच है जो विज्ञान में डिग्री प्रदान करता है, रोजगारोन्मुख है और उद्यमिता से जुड़ी बारीकियां पाठ्यक्रम में शामिल हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि वैज्ञानिक और नवोन्मेषी अनुसंधान अकादमी (एसीएसआईआर) की स्थापना 2011 में हुई थी। मात्र 12 वर्ष की अवधि में ही यह अकादमी देश में डॉक्टरेट शिक्षा प्रदान करने वाले सबसे बड़े संस्थान के रूप में उभरी है।
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और मलेशिया के विदेश मंत्री डॉ. जाम्ब्री अब्दुल कादिर नई दिल्ली में आयोजित छठवीं भारत मलेशिया संयुक्त आयोग बैठक की सह-अध्यक्षता कर रहे हैं। इस बैठक में राजनीतिक, रक्षा, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, व्यापार और निवेश, स्वास्थ्य, विज्ञान, और प्रौद्योगिकी, संस्कृति, पर्यटन और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्र में रणनीतिक भागीदारी बढ़ाने की प्रगति की समीक्षा की जायेगी। दोनों पक्ष आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। डॉ. जयशंकर ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि छठवें संयुक्त आयोग बैठक भारत और मलेशिया के बीच बढते रणनीतिक भागीदारी को और आगे बढाएगी।
सरकार ने गुमराह करने वाले और डीप-फेक वीडियो की पहचान करने के संबंध में सोशल मीडिया कंपनियों के लिए परामर्श जारी किया है। सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि गुमराह करने वाले और डीप-फेक वीडियो की पहचान के लिए तत्काल उचित प्रयास किए जाएं। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा है कि इस तरह के मामलों में सूचना प्रौद्योगिकी नियम-2021 के अंतर्गत निर्धारित समय-सीमा में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए। परामर्श में कहा गया है कि इस तरह की सामग्री को पोस्ट किए जाने के 36 घंटे के अंदर हटा दिया जाना चाहिए। कंपनियों को यह भी याद दिलाया गया है कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और नियमों के संबंधित प्रावधानों के तहत कार्रवाई करने में विफल रहने पर सूचना प्रौद्योगिकी नियम-2021 के नियम-सात के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है और उन्हें सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा-79(1) के तहत मिले संरक्षण से वंचित किया जा सकता है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत भारत सरकार का एक मिनी रत्न (श्रेणी - I) उद्यम, भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (आईआरईडीए) ने अपनी सीएसआर पहल में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए एक कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पोर्टल लॉन्च किया है। पोर्टल विभिन्न संगठनों और संस्थानों से सीएसआर अनुरोधों की प्राप्ति और निपटान में पारदर्शिता की सुविधा प्रदान करेगा। सीएसआर अनुरोधों की जांच के लिए सीएसआर नीति और प्रस्ताव चेकलिस्ट के साथ यह सभी के लिए 24x7 उपलब्ध होगा।
केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने ऑस्ट्रेलिया के शिक्षा मंत्री और सांसद जेसन क्लेयर के साथ गांधीनगर में वॉलोन्गॉन्ग और डीकिन विश्वविद्यालयों के भविष्य में बनने वाले परिसरों के स्थान का दौरा किया। उन्हें परिसर की प्रगति और भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। मंत्रियों ने आरंभ (द बिगिनिंग) नामक एक कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें गिफ्ट सिटी में परिसरों के उद्घाटन की औपचारिक रूप से घोषणा की गई। भारतीय धरती पर विदेशी विश्वविद्यालयों का खुलना राष्ट्रीय शिक्षा नीति की शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की परिकल्पना के अनुरूप है। आरंभ कार्यक्रम ने अंतर्राष्ट्रीय शैक्षिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की, जिसमें भारत में ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय परिसरों की शुरुआत का उत्सव मनाने के लिए प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति, मंत्री और अकादमिक प्रमुख एक साथ शामिल हुए। डीकिन विश्वविद्यालय और वॉलोन्गॉन्ग विश्वविद्यालय के कुलपतियों ने कोविड-19 महामारी जैसे चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भी भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी पर प्रकाश डालते हुए दो देशों के बीच साझेदारी के महत्व पर जोर दिया।
हाल के शोध से पता चलता है कि पृथ्वी के गहन आंतरिक भाग में 4.46 अरब वर्ष से भी अधिक पूर्व हुई एक भीषण टक्कर के साक्ष्य मौजूद हैं, जो चंद्रमा के निर्माण और इस ग्रह के विकास पर प्रकाश डालते हैं। एक विशाल प्रभाव के कारण पिघली हुई चट्टान का निर्माण हुआ जिसने बाद में अंतरिक्ष में एकत्रित होकर चंद्रमा का निर्माण किया। पृथ्वी के आवरण के भीतर दो महाद्वीप के आकार के ब्लॉब (बड़े, सघन क्षेत्र), एक अफ्रीका के नीचे और दूसरा दक्षिण प्रशांत के नीचे, को इसी प्राचीन टक्कर का अवशेष माना जाता है। आस-पास के पिंडों की तुलना में ये सघन ब्लॉब (blobs) आदिकालीन पृथ्वी और थिया नामक मंगल के आकार की वस्तु के बीच टकराव से उत्पन्न हुए होंगे। ऐसा माना जाता है कि थिया का टकराव पृथ्वी से होने के कारण चंद्रमा का निर्माण हुआ होगा और निचले मेंटल में पदार्थ रह गए होंगे। कंप्यूटर सिमुलेशन इस विचार का समर्थन करते हैं कि थिया का अधिकांश भाग पृथ्वी में अवशोषित हो गया था, जिससे ये बूँदें बनी, जबकि अवशिष्ट मलबे ने चंद्रमा का निर्माण किया। ये बूँदें पृथ्वी के द्रव्यमान का लगभग 2% हैं, जो पूरे चंद्रमा के द्रव्यमान का दोगुना है। बूँदों में बढ़े हुए घनत्व को चंद्रमा की चट्टानों के समान, उनमें मौजूद उच्च लौह सामग्री के लिये ज़िम्मेदार ठहराया जाता है।
हाल ही में कर्नाटक राज्य स्वास्थ्य विभाग ने तलकायालाबेट्टा, चिक्कबल्लापुरा गाँव के मच्छरों के नमूनों में ज़ीका वायरस का पता चलने के बाद अलर्ट जारी किया। ज़ीका वायरस, यह एक मच्छर जनित फ्लेविवायरस है तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव महत्त्वपूर्ण चिंता का विषय रहा है। ज़ीका वायरस, एक मच्छर जनित फ्लेविवायरस है, जो मुख्य रूप से एडीज़ मच्छरों, विशेष रूप से एडीज़ एजिप्टी(Aedes aegypti) द्वारा फैलता है। इसके अलावा यह गर्भावस्था के दौरान माँ से भ्रूण तक, साथ ही शारीरिक संपर्क, रक्त और रक्त उत्पादों के संक्रमण के माध्यम से भी प्रसारित हो सकता है। ज़ीका वायरस में एक RNA जीनोम होता है और इस प्रकार उत्परिवर्तन जमा करने की बहुत अधिक क्षमता होती है। जीनोमिक अध्ययनों से पता चला है कि ज़ीका वायरस के दो प्रकार हैं: अफ्रीकी और एशियाई। सर्वप्रथम यह वायरस वर्ष 1947 में युगांडा के ज़ीका वन में संक्रमित बंदरों में पाया गया तथा इस वायरस का पहला मानव संक्रमण वर्ष 1952 में युगांडा और तंज़ानिया में दर्ज किया गया था। वर्ष 2007 के बाद से अफ्रीका, अमेरिका, एशिया एवं प्रशांत क्षेत्र में इसका प्रकोप बढ़ा है। हाल के वर्षों में भारत में केरल और कर्नाटक राज्यों में इसका संक्रमण बढ़ा है।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने दिवाला कार्यवाही में लगभग 148 करोड़ रुपये में मर्केटर पेट्रोलियम (Mercator Petroleum) का अधिग्रहण किया है। इस खबर से आईओसी के शेयर पर असर हो सकता है। देश की सबसे बड़ी ऑयल मार्केटिंग कंपनी का शेयर 6 महीने में 15 फीसदी से ज्यादा उछला है। आईओसी ने बताया कि मर्केटर पेट्रोलियम लिमिटेड (MPL) में 100% हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए आईओसी की समाधान योजना को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई पीठ ने मंजूरी दे दी है।
नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) और अग्रणी परिधान ब्रांड भाने ने NBAStore.in को पेश करने के लिए एक अभूतपूर्व बहु-वर्षीय साझेदारी में हाथ मिलाया है। यह ऑनलाइन स्टोर भारत में आधिकारिक एनबीए माल की बढ़ती मांग को पूरा करता है, जिसमें नाइके, न्यू एरा, मिशेल एंड नेस, विल्सन और सुदिति द्वारा एनबीए फैनवियर जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों की जर्सी, अपेरल, हेडवियर, जूते, बास्केटबॉल और सहायक उपकरण सहित वस्तुओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है।
वरिष्ठ भारतीय राजनयिक सुरेंद्र कुमार अधाना को 1 जनवरी 2024 से शुरू होने वाले तीन साल के कार्यकाल, 2024-26 के लिए प्रशासनिक और बजटीय प्रश्नों पर संयुक्त राष्ट्र (UN) सलाहकार समिति (ACABQ) के सदस्य के रूप में फिर से चुना गया। वह नवंबर 2022 से संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के सहायक अंग ACABQ के सदस्य रहे हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को ‘चेंजमेकर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आरबीआई की ओर से गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसे प्राप्त किया। यह सम्मान 3 नवंबर को नई दिल्ली में आईटीसी मौर्य में आयोजित हिंदू बिजनेसलाइन चेंजमेकर अवार्ड्स 2023 का भाग था। ‘चेंजमेकर ऑफ द ईयर’ पुरस्कार लेते हुए, गवर्नर शक्तिकांत दास ने स्वीकार किया कि यह सम्मान आरबीआई के 13,000 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और समर्पण के लिए एक सम्मान है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि उसने केंद्रीय बैंक के मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए Punjab National Bank, Federal Bank, Kosamattam Finance और Mercedes-Benz Financial Services पर आर्थिक जुर्माना लगाया है। ये कार्रवाई नियमों का पालन न करने की वजह से लगाई गई है। आरबीआई के बयान के मुताबिक, पंजाब नेशनल बैंक पर 72 लाख रुपये, फेडरल बैंक पर 30 लाख रुपये, कोसमट्टम फाइनेंस पर 13.38 लाख रुपये और मर्सिडीज-बेंज फाइनेंशियल सर्विसेज पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। सभी कंपनियों की अलग-अलग खामियों की वजह से उन पर ये आर्थिक जुर्माना लगाया गया है।
तीर्थयात्रा पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयास में, केरल पर्यटन माइक्रोसाइट्स की एक श्रृंखला के शुभारंभ के साथ कुछ बड़े कदम उठा रहा है। ये माइक्रोसाइट न केवल राज्य की प्रचुर विरासत को उजागर करने के लिए बल्कि इसके प्राथमिक धार्मिक स्थलों के गहन महत्व पर जोर देने के लिए भी तैयार की गई हैं। पथानामथिट्टा जिले में सबरीमाला पर माइक्रोसाइट कुल 5 भाषाओं में धार्मिक स्थल के बारे में कुछ आकर्षक विवरण साझा करेगी। भाषाएँ अंग्रेजी, हिंदी, कन्नड़, तमिल और तेलुगु हैं।
श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज 06 नवंबर को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने। बता दें कि एंजेलो मैथ्यूज सदीरा के आउट होने के बाद मैदान पर पहुंच रहे थे, लेकिन गलत हेलमेट की वजह से उन्हें मैदान पर पहुंचने में एक मिनट की देर हुई और इस तरह उन्हें नियम के अनुसार ‘टाइम आउट’ दे दिया गया। दरअसल, किसी बल्लेबाज के आउट होने के बाद अगले बल्लेबाज को 3 मिनट के अंदर क्रीज पर आना होता है, वहीं इस साल वर्ल्ड कप में ये समय 2 मिनट का ही है। लेकिन एंजेलो मैथ्यूज ने 2 मिनट से ज्यादा का समय लिया। मैथ्यूज को हेलमेट के साथ कुछ समस्या थी जिसकी वजह से वह लेट हो गए थे।
गोवा में 37वें राष्ट्रीय खेलों में महाराष्ट्र का दबदबा जारी है। उसने इन खेलों में 200वां पदक हासिल किया। महाराष्ट्र ये उपलब्धि हासिल करने वाली पहली टीम है। मानसी मोहिते ने ट्रायथलॉन मिक्स्ड रिले में टीम के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया। महाराष्ट्र ने अब तक 70 स्वर्ण सहित 203 पदक जीत लिए हैं और वो पदक तालिका में शीर्ष पर कायम है। सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड 55 स्वर्ण सहित कुल एक सौ बारह पदक के साथ दूसरे स्थान पर है। हरियाणा पचास स्वर्ण सहित एक सौ पैंतालीस पदक के साथ तीसरे नम्बर पर है। निशानेबाजी में पश्चिम बंगाल की मेहुली घोष ने दस मीटर एयर राइफल में स्वर्ण जीता। हरियाणा की नैन्सी मनधोत्रा ने रजत और पश्चिम बंगाल की स्वाति चौधरी ने कांस्य पदक अपने नाम किया। ट्रेडिशनल योगासन में गुजरात की पूजा ने स्वर्ण पर कब्जा जमाया। स्लेलॉम स्पर्धा में मध्य प्रदेश ने सभी चार स्वर्ण पदकों पर कब्जा किया।
सुरबाया का युद्ध इंडोनेशियाई राष्ट्रवादियों और ब्रिटिश भारतीय सेनाओं के बीच लड़ा गया, जो वर्ष 1945 से वर्ष 1949 तक चला। युद्ध के समय इंडोनेशिया एक डच उपनिवेश था और द्वितीय विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के बाद, इंडोनेशियाई राष्ट्रवादियों ने स्वतंत्रता की घोषणा की। हालाँकि डचों ने इस घोषणा को मान्यता नहीं दी और अपने उपनिवेश पर फिर से नियंत्रण पाने का प्रयास किया, जिसके कारण युद्ध हुआ। युद्ध का परिणाम ब्रिटिश और ब्रिटिश भारतीय सेनाओं की जीत थी, जो भारी युद्ध के बाद सुरबाया शहर पर कब्ज़ा करने में कामयाब रहे। इस युद्ध को आज भी इंडोनेशियाई प्रतिरोध के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है और इंडोनेशिया में इसे प्रत्येक वर्ष ‘हीरोज़ डे’ के रूप में मनाया जाता है।
युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 6 नवंबर को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस है। 5 नवंबर 2001 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष के 6 नवंबर को युद्ध और सशस्त्र संघर्ष में पर्यावरण के शोषण को रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया। युद्ध के समय, यह पारिस्थितिकी तंत्र को प्रभावित करता है जैसे कि पानी को दूषित करना, जंगल को जलाना, जानवरों को मारना, आदि। हालांकि मानवता ने हमेशा मृत और घायल सैनिकों और नागरिकों, नष्ट शहरों और आजीविका के संदर्भ में अपने युद्ध हताहतों की गिनती की है, पर्यावरण अक्सर युद्ध का अप्रकाशित शिकार बना हुआ है।
कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष दारादाहल्ली बायरेगौड़ा चंद्रेगौड़ा का चिकमगलूर जिले के मुदिगेरे तालुक के दारादाहल्ली में उनके आवास पर निधन हो गया। डी. बी. चंद्रेगौड़ा का जन्म 26 अगस्त 1936 को कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले के मुदिगेरे तालुक के दारादाहल्ली में डीए बायरे गौड़ा और पुट्टम्मा के घर हुआ था। यह वही नेता हैं जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लिए अपनी लोकसभा सीट खाली कर दी थी जिससे उन्हें 1978 में आपातकाल के बाद राजनीतिक वापसी करने की अनुमति मिली थी। चंद्रेगौड़ा जिन्होंने सभी चार सदनों - विधान सभा, परिषद, लोकसभा और राज्यसभा का प्रतिनिधित्व किया था साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों जैसे - प्रजा सोशलिस्ट पार्टी, कर्नाटक क्रांति रंगा, जनता पार्टी, जनता दल, कांग्रेस और भाजपा का भी हिस्सा रहे थे।
प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री केन मैटिंगली, जिन्हें क्षतिग्रस्त अपोलो 13 अंतरिक्ष यान की पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए जाना जाता है, का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। अंतरिक्ष अन्वेषण में ग्राउन्ड और ऑर्बिट दोनों में उनके योगदान ने नासा के इतिहास पर एक अमिट छाप छोड़ी है। नौसेना के पूर्व पायलट केन मैटिंगली ने अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए खुद को समर्पित करते हुए 1966 में नासा के साथ अपनी यात्रा शुरू की। उनके शुरुआती कार्य में अपोलो चंद्रमा मिशन के दौरान उपयोग किए गए स्पेससूट और बैकपैक के विकास में योगदान शामिल था, जो अंतरिक्ष यात्री सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता था।
पुणे के प्रशामक देखभाल और प्रशिक्षण केंद्र में गिवे पटेल के निधन से कला और साहित्य की दुनिया ने एक महत्वपूर्ण हस्ती खो दी। 18 अगस्त 1940 को मुंबई में जन्मे गिवे पटेल एक ऐसे परिवार से थे जो चिकित्सा पेशे से गहराई से जुड़ा हुआ था। उनके पिता एक दंत चिकित्सक थे, और उनकी माँ एक डॉक्टर की बेटी थीं।पटेल की प्रारंभिक शिक्षा सेंट जेवियर्स हाई स्कूल में हुई और उन्होंने मुंबई के ग्रांट मेडिकल कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।अपनी चिकित्सा शिक्षा के बाद, पटेल ने शुरू में दक्षिणी गुजरात में अपने पैतृक गाँव नारगोल में एक सरकारी नौकरी की। इसके बाद, उन्होंने 2005 में अपनी सेवानिवृत्ति तक मुंबई में एक सामान्य चिकित्सक के रूप में कार्य किया। गिवे पटेल न केवल एक प्रतिभाशाली कलाकार और कवि थे, बल्कि पर्यावरण के समर्थक भी थे। वह उन लेखकों के समूह का हिस्सा थे जिन्होंने खुद को पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित हरित आंदोलन के लिए प्रतिबद्ध किया था। उनकी कविताओं में प्रकृति और उसके प्रति मानवीय क्रूरता के परिणामों के प्रति गहरी चिंताएँ झलकती हैं। उनकी कुछ उल्लेखनीय कविताओं में “हाउ डू यू विथस्टैंड” (1966), “बॉडी” (1976), “मिररर्ड मिररिंग” (1991), और “ऑन किलिंग ए ट्री” शामिल हैं।
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